Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    डायबिटीज के मरीजों के लिए दवा समान हैं इंद्रायन, इस तरह करें रोजाना सेवन

    By Pravin KumarEdited By:
    Updated: Fri, 27 Aug 2021 11:04 PM (IST)

    आयुर्वेद में इंद्रायन को दवा की तरह इस्तेमाल किया जाता है। यह एक लता है जो भारत समेत विश्व के देशों में पाई जाती है। इस लता में कद्दू समान फल उगता है। इंग्लिश में इंद्रायन को colocynthis कहा जाता है। इसका स्वाद कड़वा होता है।

    Hero Image
    आयुर्वेद में इंद्रायन को दवा की तरह इस्तेमाल किया जाता है।

    नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। डायबिटीज के मरीजों की संख्या में रोजाना बड़ी तेजी से इजाफा हो रहा है। विश्व मधुमेह संघ की मानें तो भारत में डायबिटीज के मरीज सबसे अधिक हैं। इसके लिए भारत को डायबिटीज की राजधानी भी कहा जाता है। यह एक ऐसी बीमारी है, जो ज़िंदगीभर साथ रहती है। इस बीमारी में रक्त में शर्करा स्तर बहुत बढ़ जाता है। इसके लिए डायबिटीज के मरीजों को मीठे चीजें से दूर रहने की सलाह दी जाती है। डॉक्टर्स हमेशा शुगर से पीड़ित लोगों को सही दिनचर्या का पालन, नियमित रूप से दवा का सेवन, उचित खानपान और रोजाना वर्कआउट करने की सलाह देते हैं। इन नियमों का पालन करने से शुगर कंट्रोल में रहता है। इसके अलावा, आप अपनी डाइट में कई चीजों को शामिल कर शुगर को कंट्रोल में रख सकते हैं। अगर आप भी डायबिटीज के मरीज हैं और शुगर कंट्रोल में रखना चाहते हैं, तो इंद्रायन के अर्क का सेवन कर सकते हैं। आइए, इसके बारे में सबकुछ जानते हैं-

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इंद्रायन क्या है

    आयुर्वेद में इंद्रायन को दवा की तरह इस्तेमाल किया जाता है। यह एक लता है, जो भारत समेत विश्व के देशों में पाई जाती है। इस लता में कद्दू समान फल उगता है। इंग्लिश में इंद्रायन को colocynthis कहा जाता है। इसका स्वाद कड़वा होता है। हालांकि, सेहत के लिए यह किसी वरदान से कम नहीं है। इसके सेवन से कई बीमारियों में आराम मिलता है। खासकर डायबिटीज के लिए यह फल गुणकारी है। इसमें एंटी-डायबिटिक के भी गुण पाए जाते हैं। इन गुणों के चलते हेल्थ एक्सपर्ट्स डायबिटीज के मरीजों को इंद्रायन फल के चूर्ण का सेवन करने की सलाह देते हैं।

    क्या कहती है शोध

    ncbi.nlm.nih.gov पर छपी एक शोध में इंद्रायन के बारे में विस्तार से बताया गया है। इस शोध की मानें तो इंद्रायन से बने दवाइयों के सेवन से शुगर कंट्रोल में रहता है। साथ ही इसका कोई साइड इफेक्ट्स देखने को नहीं मिला है। इसके लिए डायबिटीज के मरीज रोजाना 125mg इंद्रायन के चूर्ण को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। यह शोध टाइप 2 डायबिटीज के 35 मरीजों पर किया गया था। उन्हें 2 महीने तक रोजाना 125mg इंद्रायन के चूर्ण से बने कैप्सूल लेने की सलाह दी गई। शोध का परिणाम बेहद संतोषजनक रहा है। इस शोध में दावा किया गया है कि डायबिटीज के मरीज शुगर कंट्रोल करने के लिए इंद्रायन के अर्क का सेवन कर सकते हैं।

    डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।