Cervical Spondylitis: हर वक्त रहता है पीठ और गर्दन में दर्द, तो हो सकती है सर्वाइकल स्पॉण्डिलाइटिस की समस्या
Cervical Spondylitis स्पॉन्डिलाइटिस एक ऐसी बीमारी है जिस पर समय रहते ध्यान न दिया गया तो ये जीवनभर बनी रह सकती है। शरीर के कुछ हिस्सों सूजन के साथ तेज दर्द भी होता है। हालांकि लाइफस्टाइल में व्यायाम को शामिल कर काफी हद तक इससे राहत पा सकते हैं।

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Cervical Spondylitis: यह आधुनिक जीवनशैली से जुड़ी एक आम समस्या है, इसे सर्वाइकल स्पॉण्डिलाइटिस कहा जाता है। लैपटॉप पर लगातार देर तक काम करने वाले लोगों को गलत पोस्चर की वजह से यह समस्या ज्यादा परेशान करती है। आइए जानते हैं इस परेशानी की और दूसरी वजहों, लक्षण व बचाव के बारे में।
क्या है वजह
कंप्यूटर पर काम करते समय जल्दबाजी के कारण अक्सर लोग सामने की ओर झुक जाते हैं। इससे उनकी मांसपेशियों पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है, जो गर्दन, कंधे और पीठ में दर्द का कारण बन जाता है। गंभीर स्थिति में इसकी वजह से लोगों को सिरदर्द, चक्कर आना और वॉमिटिंग जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं।
सर्वाइकल स्पॉण्डिलाइटिस के लक्षण
- मांसपेशियों में दर्द व ऐंठन
- हाथ-पैर में कमजोरी का एहसास
- चलने में परेशानी या संतुलन बिगड़ना
- रीढ़ की हड्डी को हिलाने पर चटकने जैसा फील होना
कैसे करें बचाव
- कंप्यूटर या लैपटॉप पर काम करते वक्त कोशिश यही होनी चाहिए कि आपकी पीठ और गर्दन हमेशा सीधी रहे।
- अपने लिए ऐसी मेज और कुर्सी का चुनाव करें जिस पर काम करते समसय आपको आगे की ओर झुकना न पड़े।
- इस बात का विशेष ध्यान रखें कि आपका बिस्तर न हो बहुत ज्यादा सख्त हो और न ही बहुत ज्यादा मुलायम।
- बेहतर होगा कि सोते समय तकिए का इस्तेमाल न किया जाए। अगर इसके बिना आपको सोने में बहुत तकलीफ होती है तो इस बात का ध्यान रखें कि तकिया ज्यादा ऊंची न हो।
नियमित योगाभ्यास ही इस समस्या का सही समाधान है।
- मकरासन, भुजंगासन, अर्ध नौकासन और सूर्य नमस्कार करने से इस समस्या से काफी राहत मिलती है।
- किसी विशेषज्ञ से सीखने के बाद इन आसनों को अपनी दिनचर्या में शामिल करें।
- इन सभी प्रयासों से काफी हद तक सर्वाइकल स्पॉण्डिलाइटिस की समस्या को नियंत्रित किया जा सकता है।
Pic credit- pexels
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