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    Cervical Cancer Vaccine: महिलाओं में होने वाले खतरनाक सर्वाइकल कैंसर से बचाव में मदद करेगी सर्वावैक वैक्सीन

    By Priyanka SinghEdited By: Priyanka Singh
    Updated: Fri, 27 Jan 2023 06:03 PM (IST)

    Cervical Cancer Vaccine नेशनल गर्ल चाइल्ड डे और सर्वाइकल कैंसर जागरूकता माह के अवसर पर सर्वाइकल कैंसर की पहली स्वदेशी वैक्सीन को लांच किया गया। यह वैक्सीन महिलाओं को सर्वाइकल कैंसर से बचाएगी। यह वैक्सीन भारत में बनाया गया है और यह अपनी तरह की पहली वैक्सीन है।

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    Cervical Cancer Vaccine: सर्वाइकल कैंसर से बचाव में मदद करेगी सर्वावैक वैक्सीन

    नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Cervical Cancer Vaccine: गर्भाशय ग्रीवा की कोशिकाओं में होने वाले कैंसर को सर्वाइकल कैंसर कहा जाता है। गर्भाशय का निचला हिस्सा जो योनि से जुड़ता है वहां पर यह कैंसर ज्यादातर ह्यूमन पैपिलोमावायरस (एचपीवी) के कारण होता है। इस बीमारी पर अभी हाल ही में लैंसेट ने एक स्टडी की। जिसके अनुसार भारत में सर्वाइकल कैंसर के मामलों की संख्या बहुत ज्यादा है, इसके बाद इस लिस्ट में चीन का नम्बर है। यह बीमारी भारत में महिलाओं में होने वाले दूसरा सबसे ज्यादा कैंसर का प्रकार है। यह सबसे ज्यादा यौन क्रिया से फैलने वाला संक्रमण है। 

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    एक साधारण HPV वायरस खतरनाक कैंसर को जन्म दे सकता है। HPV वायरस कई प्रकार के होते हैं। उनमें से एचपीवी टाइप 16 और 18 दुनिया भर में 70% सर्वाइकल कैंसर के लिए जिम्मेदार हैं। इसलिए इन्हें ज्यादा ख़तरे वाले एचपीवी वायरस माना जाता है। उन्हें कार्सिनोजेनिक कहा जाता है, क्योंकि इन्हें कैंसर पैदा करने वाला वायरस कहा जाता है। डॉक्टरों के मुताबिक, HPV संक्रमण से बचाने वाला टीका लगवाकर आप सर्वाइकल कैंसर को होने से रोकने के ख़तरे को कम कर सकते हैं।

    महिलाएं आमतौर पर ओपीडी में पूछती हैं कि क्या उन्हें पीएपी  के लिए जाना चाहिए क्योंकि उन्होंने एचपीवी वैक्सीन लगवाया है। एचपीवी वैक्सीन पीएपी जांच को रिप्लेसमेंट नहीं है। 

    डॉ एकता बजाज, सीनियर कंसलटेंट एवं हेड ऑफ डिपार्टमेंट, उजाला सिग्नस ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स ने बताया कि, 'वर्तमान में, हमारे पास तीन प्रकार के एचपीवी वैक्सीन हैं- नॉनवैलेंट वैक्सीन (गार्डासिल 9), क्वाड्रिवेलेंट एचपीवी वैक्सीन (गार्डासिल 4वीएचपीवी), और सर्विरिक्स के नाम से बाइवेलेंट वैक्सीन। गार्डासिल 9 नौ प्रकार के एचपीवी- 6, 11, 16, 18, 31, 33, 45, 52 और 58 से बचाता है।

    गार्डासिल वैक्सीन 6, 11, 16 और 18 प्रकार के एचपीवी स्ट्रेन से बचाता है। Cervarix, जो द्विसंयोजक टीका है, HPV के 16 और 18 प्रकारों से रक्षा करता है। अगर लागत की बात करें तो Cervarix वैक्सीन की कीमत लगभग 2800 रुपये और Gardasil वैक्सीन की कीमत लगभग 3900 से 4000 रुपये है। Gardasil 9 महंगी है और इसकी कीमत लगभग 11,000 रुपये है।

    भारत में, Cervavac के नाम से एक और टीका विकसित किया गया है। इसे भारत सरकार और भारत के जैव प्रौद्योगिकी विभाग के सहयोग से पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) द्वारा विकसित किया गया था। इस साल जून से ये वैक्सीन बाजार में आने की उम्मीद है। इस वैक्सीन को केंद्र सरकार के टीकाकरण अभियान में शामिल किया गया है। टीकाकरण अभियान में CERVAVAC के शामिल होने की वजह से ये वैक्सीन 9 से 14 साल की लड़कियों को फ्री में दी जाएगी। अच्छी खबर यह है कि कीमत बहुत कम है और यह लगभग 200 से 400 रुपये होगी। मुझे यकीन है कि इस कम लागत के साथ, टीका कवरेज बेहतर होगा।

    आदर्श आयु 9 से 15 वर्ष और अधिमानतः 11 और 12 वर्ष की आयु है। यदि टीका 15 वर्ष से पहले नहीं दिया जाता है, तो इसे 26 तक दे दिया जाना चाहिए, लेकिन तीन - तीन खुराकें। 9 से 15 साल के बच्चों को छह महीने के अंतराल पर टीके की दो खुराकें लगवानी चाहिए। यदि बाद में दिया जाता है तो 15 वर्ष से 26 वर्ष तक तीन खुराक शून्य, एक और छह माह पर दी जाती है। पहली दो खुराक के बीच एक महीने का अंतराल होना चाहिए और तीसरी खुराक छह महीने के बाद दी जानी चाहिए।

    Pic credit- freepik