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    ब्रेन ट्यूमर (Brain Tumor)

    By Ritu ShawEdited By: Ritu Shaw
    Updated: Thu, 08 Jun 2023 12:38 PM (IST)

    ब्रेन ट्यूमर एक गंभीर बीमारी है जो किसी भी उम्र में हो सकती है। इसलिए इस बीमारी से जुड़ी सभी जानकारी होना बेहद जरूरी है जिससे आप अपना और अपने परिवार का ख्याल रख सकें। यहां पढ़ें ब्रेन ट्यूमर से जुड़ी जरूरी बातें।

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    जानें ब्रेन ट्यूमर क्या है और इस बीमारी से जुड़ी सभी जरूरी बातें

    ब्रेन ट्यूमर दिमाग में होने वाली एक गंभीर बीमारी है। इस दौरान ब्रेन में एबनॉर्मल सेल्स की संख्या तेजी से बढ़ने लगती है, जो दिमाग को बुरी तरह से प्रभावित करते हैं। आसान भाषा में कहें तो, दिमाग में गांठ बनने की स्थिती को ब्रेन ट्यूमर कहते हैं। वैसे तो ट्यूमर शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकता है, लेकिन जैसा कि नाम से मालूम पड़ रहा है यह ट्यूमर ब्रेन में होता है इसीलिए इसे ब्रेन ट्यूमर कहा जाता है। दिमाग के जिस हिस्से में ट्यूमर बनना शुरू होता है उस हिस्से से कंट्रोल होने वाले शरीर के अन्य भाग पर भी इसका गंभीर असर पड़ता है।

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    ब्रेन ट्यूमर कितने तरह के होते हैं?

    ब्रेन ट्यूमर को दो भाग में बांटा गया है:

    • - प्राइमरी ब्रेन ट्यूमर: इस स्थिती में ट्यूमर दिमाग में बढ़ना शुरू होते हैं और अपनी जगह पर ही सीमित रहते हैं। इसे बिनाइन ट्यूमर भी कहते हैं।
    • - सेकेंडरी ब्रेन ट्यूमर: इस स्थिती में ट्यूमर कैंसर का रूप ले चुके होते हैं और अगर समय रहते इलाज न मिले, तो यह शरीर के दूसरे हिस्से जैसे लंग्स और ब्रेस्ट में भी फैल सकते हैं।

    ब्रेन ट्यूमर के लक्षण क्या हैं?

    ब्रेन ट्यूमर के लक्षण दिमाग को प्रभावित करने वाले हिस्से के आधार पर अलग-अलग होते हैं। हालांकि, इसके कुछ सामान्य लक्षण भी हैं, जैसे कि:

    • सिर दर्द
    • दौरे पड़ना
    • आंखों रोशनी धुंधली पड़ना
    • व्यक्तित्व में बदलाव महसूस करना
    • लगातार बीमार महसूस करना, मतली या उल्टी आना
    • मानसिक स्थिती और याद्दाश्त में बदलाव महसूस करना
    • शरीर या चेहरे के किसी एक तरफ कमजोरी महसूस करना

    कई बार ऐसा भी होता है कि ब्रेन ट्यूमर के शुरुआती लक्षण देर से नजर आते हैं।

    ब्रेन ट्यूमर होने का खतरा क्या है?

    हर व्यक्ति में ब्रेन ट्यूमर होने के अलग-अलग कारण हो सकते हैं। कुछ लोगों में यह बीमारी पारिवारिक इतिहास की वजह से हो सकती है, तो लोगों को उनके खराब लाइफस्टाइल के चलते इससे जूझना पड़ता है। उम्र भी इसमें एक अहम भूमिका निभाती है।

    • उम्र
    • खराब लाइफस्टाइल
    • पारिवारिक इतिहास
    • रेडियेशन के संपर्क में आने से
    • केमिकल के अधिक संपर्क में रहने के कारण

    ब्रेन ट्यूमर से कैसे बचें?

    ब्रेन ट्यूमर से बचाव और रोकथाम के लिए जीवन शैली में कुछ जरूरी बदलाव करें। डाइट, फिजिकल एक्टिविटी और स्ट्रेस मैनेजमेंट ब्रेन ट्यूमर से रोकथाम में अहम भूमिका निभा सकते हैं। इसके अलावा कुछ और आदतों को शामिल करना जरूरी है, जैसे कि:

    • नींद: नींद दिमागी सेहत के लिए बेहद जरूरी है। आंखें बंद करके पर्याप्त मात्रा में आराम करने से आपका दिमाग स्वस्थ रहता है।
    • लोबान का तेल: तनाव कम करने के लिए योग और ध्यान के साथ-साथ लोबान का तेल सूंघने से ब्रेन में सूजन कम करने में मदद मिल सकती है।
    • एंटी-कैंसर डाइट: कैंसर से लड़ने वाले पोषक तत्वों, जैसे एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर फूड्स को डाइट में शामिल करें।
    • कीटोजेनिक डाइट: कीटोजेनिक डाइट हाई प्रोटीन डाइट होती है। यह मस्तिष्क में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस और सूजन को कम करता है, जो ब्रेन ट्यूमर से जुड़ा हुआ है।
    • कैलोरी मैनेज करें: डाइट प्लान करते वक्त यह जरूर ध्यान दें कि आप कितनी मात्रा में कैलोरी ले रहे हैं।
    • मोबाइल फोन का इस्तेमाल कम करें: सेल फोन के इस्तेमाल से ब्रेन ट्यूमर का खतरा बढ़ सकता है।

    ब्रेन ट्यूमर का पता कैसे लगता है?

    अगर आपको ऊपर बताए गए लक्षणों में से कुछ भी नजर आता है, तो डॉक्टर से तुरंत सम्पर्क करें। वे इसकी जांच करने के लिए कुछ टेस्ट करवा सकते हैं, जिसमें शामिल है:

    • सिर का सीटी स्कैन (CT Scan)
    • सिर की एमआरआई (MRI)
    • एंजियोग्राफी
    • खोपड़ी (Skull) का एक्स-रे
    • बायोप्सी

    ब्रेन ट्यूमर हो जाए, तो उसका इलाज क्या है?

    अगर किसी को ब्रेन ट्यूमर है, तो उसका इलाज इन बातों पर निर्भर करेगा:

    • ट्यूमर का टाइप क्या है
    • दिमाग के किस हिस्से में ट्यूमर है
    • ट्यूमर कितना बड़ा है और कितनी दूर तक फैला हुआ है
    • सेल्स कितने एबनॉर्मल हैं
    • पेशेंट की हेल्थ कंडीशन और फिटनेस कैसी है

    ब्रेन ट्यूमर का इलाज

    • स्टेरॉयड
    • ऑपरेशन
    • रेडियोथेरेपी
    • कीमोथेरपी
    • लक्षणों में राहत देने के लिए दवाएं