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Suicidal Thoughts: आत्महत्या की वजह बन सकता है डिप्रेशन, इन लक्षणों को पहचान करें अपने करीबियों की मदद

Suicidal Thoughts भोजपुरी एक्ट्रेस आकांक्षा दुबे की मौत की खबर से सभी को स्तब्ध कर दिया है। आत्महत्या एक गंभीर मानसिक और सामाजिक समस्या है जिसे समय रहते रोका जा सकता है। अगर आपके आसपास भी कोई ऐसा व्यक्ति है तो आप उन तरीकों से उनकी मदद कर सकते हैं।

By Harshita SaxenaEdited By: Harshita SaxenaPublished: Mon, 27 Mar 2023 01:54 PM (IST)Updated: Mon, 27 Mar 2023 01:54 PM (IST)
Suicidal Thoughts: आत्महत्या की वजह बन सकता है डिप्रेशन, इन लक्षणों को पहचान करें अपने करीबियों की मदद
डिप्रेशन से पीड़ित व्यक्ति की पहचान कर ऐसे करें मदद

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Suicidal Thoughts: भोजपुरी एक्ट्रेस आकांक्षा दुबे ने वाराणसी के एक होटल में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। अभिनेत्री की मौत की खबर सामने आने के बाद से ही हर कोई हैरान है। हालांकि, अभी तक आत्महत्या की वजह का कोई पता नहीं चल सका है, लेकिन पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है। आकांक्षा दुबे भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री की मशहूर अभिनेत्री थीं। लेकिन कुछ साल पहले वह डिप्रेशन का शिकार हो गई थीं। इसके बाद उन्होंने काम करना बंद कर दिया था।

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बीते कुछ समय से हमें लगातार ऐसी कई खबरें सुनने को मिल रही हैं, जहां डिप्रेशन या तनाव की वजह से लोग निराश होकर जान दे रहे हैं। आकांक्षा दुबे से पहले कई जाने-माने कलाकार मौत को गले लगाकर लोगों को हैरान कर चुके हैं। लेकिन आखिर ऐसी क्या वजह होती है कि लोग खुदकुशी जैसा बढ़ा कदम उठा लेते हैं। जानते हैं कुछ ऐसी वजहों के बारे में, जो व्यक्ति को आत्महत्या जैसा बढ़ा कदम उठाने के लिए मजबूर करती है।

आत्महत्या के कारण

बीते कुछ समय से दुनियाभर में खुदकुशी एक चिंता का विषय बना हुआ है। लगभग हर वर्ग के लोग लगातार जिंदगी से हताश होकर अपनी जान दे रहे हैं। आमतौर पर आत्महत्या का मुख्य कारण डिप्रेशन ही माना जाता है, लेकिन जरूरी नहीं कि इसकी कोई एक वजह हो। कई अन्य कारणों के चलते भी लोग यह कदम उठा लेते हैं। खुदकुशी के पीछे के कुछ प्रमुख कारण निम्न हैं-

  • तनाव
  • डिप्रेशन
  • एंग्जायटी
  • अकेलापन
  • साइकैट्रिक डिसऑर्डर

ऐसे करें अवसादग्रस्त व्यक्ति की पहचान

  • नर्वस होना
  • मूड्स स्विंग
  • अकेले रहना
  • चिड़चिड़ापन
  • नींद नहीं आना
  • वजन में उतार चढ़ाव
  • जीवन से अरूचि हो जाना
  • लोगों से मिलने से कतराना
  • स्वयं को अयोग्य या दोषी मानना
  • किसी भी काम में मन नहीं लगना
  • बार–बार मृत्यु या आत्महत्या के विचार आना
  • दिन भर और खासकर सुबह के समय उदासी

अवसादग्रस्त व्यक्ति की मदद ऐसे करें

अगर आप अपने आसपास किसी व्यक्ति में ऐसे लक्षण देख रहे हैं, तो सकता है कि वह डिप्रेशन से गुजर रहा है और तनाव महसूस कर रहा है। ऐसे में आप उनकी ऐसी स्थिति में मदद कर सकते हैं। डिप्रेशन से गुजर रहे व्यक्ति के लिए यह बेहतर है कि आप उनकी बात सुनें। निराश व्यक्ति किसी से कोई जवाब या समाधान नहीं चाहता। उसे बस एक ऐसे सुरक्षित स्थान की चाह होती है, जहां वह अपने भय और चिंताओं को व्यक्त कर सकें और जहां उसकी बात सुनी जाए। आप इन तरीकों से अवसादग्रस्त व्यक्ति की मदद कर सकते हैं।

  • आपको ऐसे में व्यक्ति की बातों को बेहद ध्यान से सुनना चाहिए।
  • बातों को सुनने के साथ ही वह जो बता रहे हैं, उसके पीछे की भावनाओं को समझने की कोशिश करनी चाहिए।
  • डिप्रेशन से गुजर रहे व्यक्ति की मदद करने के लिए यह बेहद जरूरी है कि चीजों को
  • उनके दृष्टिकोण से देखें ना कि अपने।

अवसादग्रस्त व्यक्ति के लिए बने ऐसे व्यक्ति

बात सुनने वाला व्यक्ति- अवसाद से जूझ रहा व्यक्ति अपने पास एक ऐसे शख्य को चाहता है, जो उनकी बातों को सुने। यह व्यक्ति ऐसा होना चाहिए, जो बिना कोई निर्णय, राय या सलाह के सिर्फ डिप्रेशन से गुजर रहे व्यक्ति की बातों को सुने।

विश्वासपात्र व्यक्ति- निराश और हताश व्यक्ति एक विश्वासपात्र व्यक्ति की तलाश में रहता है, जो उनकी बातें सुनने के बाद उनकी भावनाओं का सम्मान करें। वह चाहता है कि ऐसा व्यक्ति उनकी बातों को गुप्त ही रखे और उन पर हावी होने की कोशिश ना करें।

ध्यान देने वाला व्यक्ति- मानसिक समस्या से पीड़ित व्यक्ति अपने पास किसी ऐसे शख्स को चाहता है, जो जरूरत पड़ने पर उनके साथ मौजूद रहे और उन्हें मानसिक तौर पर शांति दे। उन्हें ऐसे व्यक्ति की चाहत होती है, जो उसका विश्वास जीत सके और उन्हें यह अहसास दिलाए कि वह उसकी परवाह करता है।

अवसाद से पीड़ित व्यक्ति को इन चीजों से बचाएं

  • अगर कोई व्यक्ति डिप्रेशन की समस्या से जूझ रहा है, तो उसे जितना हो सके अकेले रहने से बचाएं।
  • अगर कोई व्यक्ति आपसे मानसिक तनाव के बारे में या अपनी परेशानी के बारे में बात कर रहा हैं, तो उसे सलाह देने से बचें।
  • डिप्रेशन से पीड़ित शख्स किसी भी विश्लेषण, तुलना, वर्गीकरण या आलोचना की बजाय सिर्फ अपनी बात किसी से कहना चाहता है। ऐसे में उन्हें आश्वासन से बचें।
  • अगर कोई अवसादग्रस्त व्यक्ति आपके सामने मर जाने या सबकुछ खत्म करने की बात करे, तो इसे बिल्कुल भी नजरअंदाज न करें।
  • आत्महत्या करने वाला व्यक्ति चाहता है कि वह जिस विषय में बात कर रहा है, उसे सुनकर कोई उस पर दया न दिखाएं या न ही कोई कृपा करें। ऐसे में सहानुभूति देने से बचें।

Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

Picture Courtesy: Freepik


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