Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Ayurvedic Treatment for PCOS: पॉली सिस्टिक ओवरी डिसऑर्डर का आयुर्वेदिक तरीके से करें इलाज, जानिए बचाव के उपाय

    By Shilpa SrivastavaEdited By:
    Updated: Mon, 15 Feb 2021 01:50 PM (IST)

    Ayurvedic Treatment for PCOS अगर समय पर हार्मोन को बैलेंस नहीं किया गया तो कम उम्र में ही वजन बढ़ना डायबिटीज हार्ट अटैक हाई कोलेस्ट्राल हाई बीपी और डि ...और पढ़ें

    Hero Image
    इस बीमारी से पीड़ित लोग ट्रेडिशनल मेडिसिन के बजाय आयुर्वेदिक तरीके से करें उपचार।

    नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। महिलाओं में हार्मोन असंतुलन की परेशानी तेजी से पनप रही है, जिसकी वजह से उन्हें कई बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है। बदलते लाइफस्टाइल, खान-पान और नींद की कमी से हॉर्मोन्स में उतार-चढ़ाव बना रहता है जिसकी वजह से महिलाओं को पॉली सिस्टिक ओवरी डिसऑर्डर(PCOD) की परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। आकंड़ों के मुताबिक हमारे देश में हर 10 में से 1 महिला PCOD की शिकार है। PCOD ओवरी से जुड़ी बीमारी है जिसमें ओवरी में गांठें यानि सिस्ट बन जाती हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    अगर समय पर हार्मोन को बैलेंस नहीं किया गया तो कम उम्र में ही वजन बढ़ना, डायबिटीज, हार्ट अटैक, हाई कोलेस्ट्राल, हाई बीपी और डिप्रेशन की परेशानी के साथ साथ आगे चलकर प्रेग्नेसीं में भी दिक्कत आ सकती है। आप भी इस बीमारी से पीड़ित है तो ट्रेडिशनल मेडिसिन के बजाय आयुर्वेदिक तरीके से करें इसका उपचार।

    दालचीनी:

    दालचीनी में भरपूर मात्रा में थाइमीन, फॉस्फोरस, प्रोटीन, सोडियम, विटामिन, कैल्शियम, मैंग्नीज, पोटेशियम, निआसीन, कार्बोहाइडे्ट आदि पाए जाते हैं जो वजन को कंट्रोल करने में मददगार है। शोध के अनुसार दालचीनी इंसुलिन के स्तर को बढ़ने से रोकती है और मोटापे को कम करती है। इसके लिए एक चम्मच दालचीनी पाउडर को एक गिलास गर्म पानी में मिलाकर 2–3 महीनों तक पिये आपको फायदा मिलेगा।

    पुदीना पीसीओएस में फायदेमंद:

    एक बर्तन में एक गिलास पानी गर्म करें अब इसमें 7–8 पुदीने की पत्तियों को डालकर दस मिनट तक उबालें। इसे छानकर चाय की तरह पिएँ, कुछ हफ्तों तक इसका सेवन करने से टेस्टोस्टेरोन हार्मोन का स्तर कम होता है तथा शरीर में अतिरिक्त बालों का बढ़ना भी कम हो जाता है।

    मेथी पीसीओएस से दिलाएगी राहत:

    पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम में वजन तेजी से बढ़ता है इसलिए मेथी का सेवन करें। मेथी शरीर में ग्लूकोज के चयापचय को बढ़ावा देती है और इंसुलिन को बढ़ने से रोकती है। मेथी के बीजों को रात को पानी में भिगो दें तथा खाली पेट एक चम्मच भीगे हुए बीजों को शहद के साथ लें।

    मुलेठी:

    मुलेठी की जड़ टेस्टोस्टेरोन के स्तर को कम करने में मदद करती है। एक चम्मच मुलेठी के चूर्ण को एक कप पानी में डालकर उबाल लें। इसका सेवन करने से PCOD की समस्या से निजात पाई जा सकती है।

    तुलसी:

    औषधीय गुणों से भरपूर तुलसी ना सिर्फ इम्यूनिटी मजबूत करती है बल्कि कई बीमारियों का उपचार भी करती है। तुलसी में एंटी-एन्ड्रोजेनिक गुण पाए जाते हैं, जो शरीर से टेस्टोस्टेरोन के स्तर को कम करने में मदद करते है। एक पैन में 8–10 तुलसी की पत्तियों को डालकर काढ़ा बना लें और उसका सेवन करें।

    पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम से बचने के उपाय:

    • इस बीमारी से बचना चाहती है तो तैलीय, वसायुक्त, एवं मीठे भोजन का सेवन करने से परहेज करें।
    • अपनी डाइट में फलों और सब्जियों और रेशेदार आहार को शामिल करें।
    • जंकफूड एवं प्रिजरवेटिव युक्त खाना खाने से परहेज करें।
    • लाइफ में तनाव को कम करें। तनाव कम करने के लिए योगा करें।
    • नियमित रूप से प्राणायाम एवं योगासन का अभ्यास करें। भास्त्रिका, अनुलोम-विलोम एवं कपालभाती पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम  को दूर करने के लिए बहुत फायदेमंद है।  

                          Written By: Shahina Noor