Menopause Ayurvedic Remedies: मेनोपॉज की समस्या ने कर दिया है परेशान, तो ये आयुर्वेदिक रेमेडीज दिलाएंगी राहत
Menopause Ayurvedic Remedies मेनोपॉज महिलाओं में देखें जाने वाली एक आम समस्या है जिसके शुरू होने से पहले या उसके कुछ दिनों बाद तक स्त्रियों के शरीर में हॉर्मोन संबंधी कई तरह के उतार-चढ़ाव देखने को मिलते हैं। इस दौरान कभी-कभी उनके शरीर का तापमान अचानक बढ़ जाता है। इसके अलावा भी कई तरह की परेशानियां देखने को मिलती है ।

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Menopause Ayurvedic Remedies: मेनोपॉज, जिसे रजोनिवृत्ति के नाम से जानते हैं वह तब होता है जब महिला को 12 महीने तक मासिक धर्म या पीरिएड न आए हों। इस स्थिति के पहले चरण को पेरीमेनोपॉज़ कहते हैं। मेनोपॉज के कई शारीरिक और मानसिक लक्षण हो सकते हैं, जैसे हॉट फ्लैशेज, यह नींद में खलल डाल सकते हैं, शारीरिक एनर्जी को कम कर सकते हैं और इमोशनल हेल्थ को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं। हालांकि, जीवनशैली में कुछ बदलाव करने से लेकर हार्मोनल दवाओं तक इसके कई प्रभावी उपचार उपलब्ध हैं। इस आर्टिकल में हम आपको इसी से बचने के कुछ आयुर्वेदिक उपाय बताने जा रहे हैं।
वहीं, कुछ मामलों में मेनोपॉज के लक्षण इतने बदतर हो जाते हैं कि उन्हें संभालना या सहन करना मुश्किल हो जाता है। ज्यादातर मामलों में यह महिलाओं के 40s या 50s की उम्र में देखने को मिलती है। वहीं, इससे जुड़ी परेशानियां हर महिला को अलग-अलग तरीकों से प्रभावित करता है। किसी की ऊर्जा पर असर डालता है, तो किसी की फैट सेल्स बदल जाती हैं और उनके वजन बढ़ने की संभावना बढ़ जाती है। इसके अलावा हड्डियों और हार्ट हेल्थ पर भी असर पड़ता है। मेनोपॉज पूरी तरह से एक नेचुरल प्रोसेस है, जिससे राहत पाने के लिए भी हमें नेचुरल तरीकों को अपनाना चाहिए।
मेनोपॉज की परेशानी से राहत पाने के लिए क्या करें?
1. एलोवेरा
एलोवेरा जेल में फाइटोएस्ट्रोजेन की मात्रा अधिक होती है, जो हार्मोनल इम्बैलेंस को ठीक करने में मदद करता है। एलोवेरा जेल में शरीर को हाइड्रेट करने की क्षमता होती है, जो क्लाइमेक्टेरिक के लक्षणों को उलट देती है। रोजाना सुबह खाली पेट 1 बड़ा चम्मच ताजा एलोवेरा जेल लें।
2. शतावरी
शतावरी को आमतौर पर महिलाओं के हेल्थ टॉनिक के रूप में जाना जाता है, जो मेनोपॉज संबंधी परेशानियां, जैसे योनि स्राव, रात को पसीना आना, चिंता, हॉट फ्लैश और मूड स्विंग्स का इलाज करने में मदद करती है। बस दूध के साथ 1 चम्मच शतावरी पाउडर का सेवन करें।
3. मेथी के दाने
मेथी दाने में नेचुरल हार्मोनल बैलेंस गुण होते हैं, जो सूजन और हॉट फ्लैशेज को दूर रख सकते हैं। आधा चम्मच मेथी दाना रात भर पानी में भिगो दें और सुबह खाली पेट इसका सेवन करें।
4. अशोक (अशोक की छाल का पाउडर) चूर्ण
अशोक पाउडर का इस्तेमाल आमतौर पर आयुर्वेदिक दवाओं में किया जाता है। यह एक शक्तिशाली जड़ी बूटी है, जो ओवेरियन फंक्शन में काफी हद तक सुधार कर सकती है। 1 चम्मच अशोक पाउडर पानी के साथ लें।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
Pic Credit: Freepik
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