चलना-फिरना कर सकता है दूभर गठिया रोग, जानें इसकी वजहें और इलाज
बिगड़ी लाइफस्टाइल से पैदा होने वाली सभी बीमारियों में से एक है गठिया जिसे संधिशोध हड्डियों का रोग जोड़ों का रोग और आर्थराइटिस के नामों से भी जाना जाता है। जानेंगे इसके बारे में.
गठिया शरीर के किसी भी एक जोड़ से शुरु होता है और धीरे-धीरे शरीर के सभी जोड़ प्रभावित होते हैं। सभी जोड़ों में असहनीय दर्द होता है। गठिया का रोगी सालों इलाज करवा कर भी ठीक नहीं हो पाते और इसमें सारी उम्र दवा खानी पड़ती है। लगातार दवाओं के सेवन से रोगी के अंग भी टेढ़े-मेढे होने लगते हैं, रोगी बिस्तर पर चला जाता है और चलने-फिरने से लाचार हो जाता है।
क्या होता है गठिया रोग
क्योंकि गठिया हड्डियों और जोड़ों में होने वाली बीमारी है तो इससे जाहिर तौर पर शरीर के उन हिस्सों पर आक्रमण होता है जहां हमारी हड्डियों के जोड़ होते हैं। इस बीमारी में जोड़ों में दर्द, अकड़न और सूजन रहती है। व्यक्ति को चलने-फिरने और अपने नियमित कार्य करने में परेशानी होती है। धीरे-धीरे सूजन के साथ गांठ भी बन जाती है जो बहुत ही पीड़ादायक होता है।
प्रमुख लक्षण
गठिया का सबसे बड़ा लक्षण जोड़ों में दर्द होता है। जो चलते समय, उठते-बैठते हर वक्त होता रहता है।
नहाते समय, हिलते-डुलते समय तेज दर्द होना।
गठिया वाले जगह यानि जोड़ों पर सूजन, अकड़न और लाल होना।
ठंडक में और ज्यादा दर्द और परेशानी होना। कोई भी काम करने में समर्थ न रहना।
थकावट, कमजोरी और चिड़चिड़ापन।
गठिया के अन्य कारण
यूरिक एसिड है जिम्मेदार
हमारे शरीर में यूरिक एसिड का निर्माण कुछ विशेष प्रकार के खाद्य पदार्थों से मिलने वाले यूरिक एसिड के टूटने से होता है। यही यूरिक एसिड बनने के बाद हमारे ब्लड में घुलकर किडनियों से होते हुए यूरिन के जरिए बाहर निकल जाता है, लेकिन अगर यह यूरिक एसिड यूरिन के जरिए बाहर नहीं निकल पाता है तो यह हमारे ब्लड में ही इकट्ठा होने लगता है। यह यूरिक हमारी किडनियों और जोड़ों में इकट्ठा होकर वहां गठिया गुर्दों की पथरी औऱ खराबी जैसे लक्षण पैदा करता है।
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