नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Ayurveda For High Cholesterol: कोलेस्ट्रॉल के उच्च स्तर की वजह से दिल की सेहत को गंभीर नुकसान पहुंच सकता है, जिससे दिल के दौरे और दूसरी कार्डियोवेस्कुलर बीमारियों का ख़तरा बढ़ जाता है। कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ने के पीछे खराब डाइट और लाइफस्टाइल ज़िम्मेदार होते हैं। बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल के लिए दवाइयों के साथ डाइट और आयुर्वेद की मदद ली जा सकती है। आयुर्वेदिक इलाज की मदद से भी कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम कर सकते हैं। इसमें डाइट में बदलाव के साथ योग, सांस से जुड़ी व्यायाम और औषधियों का सेवन शामिल है।
तो आइए जानें आयुर्वेद के अनुसार किन चीज़ों का सेवन कोलेस्ट्रॉल को कम करता है?
1. मेथी के बीज
पोटेशियम, आयरन, जिंक, कैल्शियम और अन्य पोषक तत्वों से भरपूर मेथी के बीज, शरीर द्वारा कोलेस्ट्रॉल के अवशोषण को कम करते हैं। रात में मेथी के बीज को पानी में भिगोकर रख दें और सुबह उस पानी को पी लें।
2. धनिए के बीज
धनिया में हाइपोग्लायसेमिक गुण होता है, जिससे हाई कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद मिलती है। इसलिए इसे डायबिटीज़ के मरीज़ों को भी इसका सेवन ज़रूर करना चाहिए। खाने में इसका उपयोग करने के साथ आप धनिये के बीज की चाय भी बनाकर पी सकते हैं।
3. सेब का सिरका
सेब के सिरके का सेवन हाई कोलेस्ट्रॉल के स्तर को संतुलित बनाए रखने का काम करता है। आप इसे कम से कम एक महीने तक दिन में 2 से 3 बार पिएं। एक गिलास पानी में एक छोटा चम्मच सेब का सिरका मिलाएं और रोज़ पिएं।
4. शहद
शहद रक्त की वाहिकाओं में खराब कोलेस्ट्रॉल को आने से रोकता है। इसके लिए आप शहद, नींबू का रस और सेब के सिरके की कुछ बूंदों को गर्म पानी में मिलाएं और पी लें।
5. लहसुन
लहसुन में सल्फर की मात्रा अच्छी होती है, जो हाई कोलेस्ट्ऱॉल के स्तर को संतुलित रखते हैं। आप खाने के साथ लहसुन की एक कच्ची कली खा सकते हैं।
6. हल्दी
हल्दी का सेवन धमनियों की दीवारों पर प्लाक को जमा होने से रोकता है। इसके लिए आप हल्दी को खाने में तो डालें ही, साथ ही इसको पानी में मिलाकर भी पी सकते हैं।
7. चुकंदर
केरोटेनॉइड्स और फ्लेवनॉइड्स से भरा चुकंदर खराब कोलेस्ट्रॉल को मैनेज करने में मदद करता है। आप इसका जूस बनाकर रोज़ पी सकते हैं या फिर दूसरे जूस में भी इसे शामिल कर सकते हैं।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।