Food Myths: खानपान और सेहत से जुड़े ऐसे 5 झूठ, जिन्हें सोशल मीडिया के कारण आप सच मानने की कर बैठते हैं भूल
मोबाइल चला रहे हों और सोशल मीडिया पर आपको तरह-तरह की बीमारियों से जुड़े घरेलू नुस्खे न दिखाई दें ऐसा हो ही नहीं सकता है। अक्सर लोग इनपर आंख मूंदकर भरोसा कर लेते हैं जिसके बाद आगे चलकर सेहत को मुसीबत में डाल बैठते हैं। आइए आज इस आर्टिकल में आपको खानपान और सेहत से जुड़ी ऐसी ही 5 बेतुकी बातों के बारे में बताते हैं।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Food Myths: मोबाइल का इस्तेमाल आज एक आम बात है। सोशल मीडिया पर भी बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी का अकाउंट है। ऐसे में स्क्रोलिंग करते समय आपको भी तरह-तरह की बातें नजर आती होंगी, कि ये कर लीजिए फलाना बीमारी ठीक हो जाएगी, या फिर ऐसा करने से सेहत को ये फायदा मिलेगा... वगैरह वगैरह।
बता दें, कि सोशल मीडिया पर मौजूद हर चीज सच नहीं होती है, ऐसे में अगर आप भी खानपान और सेहत से जुड़ी कुछ बातों पर आंख मूंदकर विश्वास करते हैं, तो सावधान हो जाने की जरूरत है, इससे न सिर्फ आप अपनी सेहत को जोखिम में डालते हैं, बल्कि ऐसी बातों को लोगों में फैलाकर जाने-अनजाने में सभी का लाइफस्टाइल खराब कर बैठते हैं। आइए इस आर्टिकल में जान लीजिए ऐसी ही 5 बेतुकी बातों के बारे में, जिन्हें सच मानने की भूल अक्सर लोग कर बैठते हैं।
डिटॉक्स डाइट
जैसा कि हमने बताया, सोशल मीडिया पर हर बीमारी का इलाज मौजूद है। ऐसा ही एक नुस्खा है, डिटॉक्स डाइट से जुड़ा। शरीर के टॉक्सिन्स को साफ करने के लिए आपको इंटरनेट पर तमाम डाइट मिल जाएंगी। बता दें, कि शरीर के पास अपना डिटॉक्स सिस्टम मौजूद होता है। ऐसे में कई बार डिटॉक्स डाइट के कारण बॉडी में पोषक तत्वों की कमी भी हो जाती है, जो कि नुकसानदायक है।
सुपरफूड्स हर चीज का रामबाण
सेहत से जुड़ी अलग-अलग परेशानियों के लिए कुछ फूड्स को सोशल मीडिया पर जोर-शोर से सुपरफूड्स बताया जाता है, और दावा किया जाता है कि इन्हें खाने से शरीर में सभी पोषक तत्वों की कमी पूरी हो जाएगी। ऐसे में बता दें, कि कोई एक फूड आपको हर तरह के पोषक तत्व नहीं दे सकता है, और यह किसी बैलेंस डाइट की कमी पूरी नहीं कर सकता है।
यह भी पढ़ें- इन लक्षणों से करें फूड पॉइजनिंग की पहचान
ग्लूटेन फ्री सभी के लिए हेल्दी
यह भी एक बड़ा झूठ है। अक्सर लोगों को गलतफहमी रहती है, कि ग्लूटेन फ्री डाइट सभी के लिए हेल्दी है, ऐसे में बता दें कि इससे शरीर में जरूरी पोषक तत्वों की कमी हो सकती है, और इम्युनिटी भी लो हो सकती है, जिससे बीमारियों से लड़ने की क्षमता भी कम हो सकती है।
फैट फ्री का कॉन्सेप्ट
कई लोग मानते हैं, कि फैट फ्री फूड सभी के लिए हेल्दी और जरूरी है, और यह सेहतमंद जिंदगी जीने का फार्मूला है। बता दें, कुछ हेल्दी फैट्स शरीर के लिए काफी जरूरी होते हैं और यह शरीर के सही कामकाज के लिए भी बेहतर है। लो-फैट उत्पाद अक्सर एक्स्ट्रा शुगर और अनहेल्दी सामग्री से मिलकर बने होते हैं।
कच्चे खाद्य पदार्थ
कच्ची सब्जियां बेशक सेहत के लिए अच्छी हो सकती हैं, लेकिन यह बात भी सभी फूड्स पर समान रूप से लागू नहीं होती है। ऐसे में इन्हें हमेशा पके हुए भोजन से बेहतर मानना आपकी गलतफहमी है। पकने के बाद कई सब्जियां डाइजेस्ट करने में आसान हो जाती हैं, जिससे आपके पाचन तंत्र पर बुरा असर नहीं पड़ता है, और कई बार इससे कुछ पोषक तत्व भी ज्यादा अच्छे से काम करते हैं।
यह भी पढ़ें- स्लिम फिगर के चक्कर में अगर आप भी कर रहे हैं Starvation Diet, तो पड़ सकते हैं लेने के देने
Disclaimer: लेख में उल्लेखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
Picture Courtesy: Freepik
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।