आपकी ये 5 गलतियां बना रही हैं आपके दिमाग को बीमार, याददाश्त और फोकस पर पड़ रहा है बुरा असर
क्या आप जानते हैं आपकी कुछ आदतें समय से पहले ही आपके दिमाग को बूढ़ा बनाने लगती हैं? जी हां, और खतरनाक बात यह है कि हमें इनके बारे में पता भी नहीं चलता ...और पढ़ें

दिमाग की दुश्मन हैं ये 5 आदतें (Picture Courtesy: Freepik)
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। दिमाग एक ऐसा अंग है, जो बिना रुके काम करता है। इसलिए सही देखभाल करनी बेहद जरूरी है। लेकिन कई बार हम अनजाने में ऐसी आदतें अपना लेते हैं, जो हमारे दिमाग पर नेगेटिव असर डालती हैं।
ये आदतें दिमाग की काम करने की क्षमता को प्रभावित करती हैं, जिससे याददाश्त कमजोर होना, फोकस न कर पाने जैसी परेशानियां होने लगती हैं और मेंटल हेल्थ से जुड़ी समस्याओं का भी कारण बनती हैं। इसलिए इनमें सुधार करना जरूरी है। आइए जानें इन्हीं 5 नेगेटिव आदतों के बारे में।
नींद की कमी
आधुनिक जीवनशैली में नींद को अक्सर नजरअंदाज कर दिया जाता है। कम नींद लेना सीधे तौर पर दिमाग को नुकसान पहुंचाता है। नींद के दौरान हमारा दिमाग दिनभर की जानकारी को प्रोसेस करता है, टॉक्सिन्स को साफ करता है और रिकवर करता है। नींद पूरी न होने से याददाश्त कमजोर होती है, फोकस में कमी आती है और तनाव बढ़ता है। लगातार नींद की कमी अल्जाइमर जैसी गंभीर बीमारियों का जोखिम भी बढ़ा सकती है।
ज्यादा तनाव लेना
थोड़ा बहुत तनाव नॉर्मल है, लेकिन लगातार तनाव में रहना दिमाग के लिए जहर के समान है। क्रोनिक स्ट्रेस कोर्टिसोल हार्मोन के स्तर को बढ़ाता है, जो दिमाग के सेल्स को नुकसान पहुंचाता है, खासतौर से हिप्पोकैम्पस को, जो याददाश्त के लिए जिम्मेदार है। इससे एंग्जायटी, डिप्रेशन और फैसले लेने की क्षमता में कमी आती है।
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(AI Generated Image)
एक्सरसाइज की कमी
एक्सरसाइज न केवल शरीर के लिए, बल्कि दिमाग के लिए भी जरूरी है। एक्सरसाइज करने से दिमाग में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है, नए सेल्स बनते हैं और न्यूरोट्रांसमीटर रिलीज होते हैं। नियमित एक्सरसाइज न करने से दिमाग को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाती, जिससे कॉग्नीटिव फंक्शन में गिरावट आती है और मूड डिसऑर्डर का खतरा बढ़ता है।
अनहेल्दी डाइट
जैसा खाएं अन्न, वैसा बने मन, यह कहावत पूरी तरह सच है। प्रोसेस्ड फूड, ज्यादा शक्कर, ट्रांस फैट और आर्टिफिशियल स्वीटनर दिमाग के लिए हानिकारक हैं। ये फूड्स सूजन पैदा करते हैं, ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस बढ़ाते हैं और दिमाग के फंक्शन में बाधा डालते हैं। वहीं ओमेगा-3 फैटी एसिड, एंटीऑक्सिडेंट्स और विटामिन से भरपूर डाइट दिमाग के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं।
सोशल मीडिया और स्क्रीन की लत
आजकल स्मार्टफोन और सोशल मीडिया की लत एक गंभीर समस्या बन गई है। लगातार स्क्रीन के सामने रहने से दिमाग को आराम नहीं मिल पाता, फोकस कम होने लगता है और मल्टीटास्किंग के कारण दिमाग की काम करने की क्षमता प्रभावित होती है। ब्लू लाइट का एक्सपोजर नींद के पैटर्न को बिगाड़ता है और आंखों के साथ-साथ दिमाग पर भी नेगेटिव असर डालता है।

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