खराब हाजमा न कर दें त्योहार का मजा किरकिरा, इसके लिए होली के पकवानों में शामिल करें खासतौर से कांजी वड़ा
Holi में घरों में बनने वाले पकवानों की खुशबू ऐसी होती है कि इन्हें खाने से खुद को रोक पाना मुश्किल होता है लेकिन बहुत ज्यादा खाने से अपच गैस और एसिडिटी जैसी समस्याएं परेशान कर सकती हैं जिसके चलते त्योहार को एन्जॉय नहीं कर पाते। इन सभी प्रॉब्लम से बचाए रखने के लिए कांजी वड़ा है एक हेल्दी ऑप्शन।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Kanji Vada Benefits: होली में सर्व किए जाने वाले पकवानों में कांजी वड़ा भी शामिल है। जो वैसे तो राजस्थान की मशहूर डिश है, लेकिन अब राजस्थान के अलावा और भी दूसरे शहरों में इसका जायका ले सकते हैं। कांजी वड़ा एक प्रोबायोटिक ड्रिंक है, जो एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है। खराब डाइजेशन से लेकर इम्युनिटी तक को सुधारने में ये ड्रिंक है फायदेमंद। होली के दौरान तले-भुने पकवानों को खाने से खुद को रोक पाना थोड़ा मुश्किल होता है। बहुत ज्यादा ऑयली-स्पाइसी फूड्स होली के मजे को किरकिरा कर सकते हैं। ऐसे में आप होली के पकवानों को उन चीज़ों को खासतौर से शामिल करें, जिसे खाने में भी मजा आए और जो सेहत भी न बिगाड़ें। इसके लिए कांजी वड़ा है बेस्ट ऑप्शन।
कांजी वड़ा के फायदे
इसे पीने से आंतों में गुड बैक्टीरिया बढ़ते हैं। जो पाचन के लिए जरूरी होते हैं। डाइजेशन से जुड़ी दिक्कतों से दूर रहकर आप मोटापा, एसिडिटी, कब्ज और स्ट्रेस जैसी कई समस्याओं से दूर रह सकते हैं।
कांजी वडा की रेसिपी
कांजी के लिए- 2 लीटर के करीब पानी, 4 टेबलस्पून पिसी हुई सरसों, 1 छोटा चम्मच हल्दी पाउडर, 1 छोटा चम्मच लाल मिर्च पाउडर, ½ चुटकी हींग, 2 चम्मच के बराबर सरसों का तेल, स्वादानुसार नमक
वडे के लिए- 1 कप भीगी हुई मूंग की दाल, स्वादानुसार नमक, चुटकी भर हींग, तलने के लिए तेल
ऐसे बनाएं कांजी
- कांजी वड़े की तैयारी के लिए सबसे पहले कांच के बर्तन को अच्छी तरह से धोकर सुखा लें।
- इसमें पिसी सरसों, हल्दी, लाल मिर्च पाउडर, हींग, नमक और सरसों तेल डालें। साथ ही थोड़ी मात्रा में पानी भी।
- चम्मच से पानी और मसालों को मिक्स कर लें और फिर बचा हुआ पानी भी डाल दें। कांच के डिब्बे को बंद कर किसी गर्म तापमान वाली जगह पर रख दें। कांजी को कम से कम 3 से 4 दिन पहले तैयार करना है, जिससे ये अच्छे से खट्टी हो जाए।
ऐसे बनाएं वड़ा
- वड़ा बनाने के लिए दाल को पानी से धोकर साप करना है फिर इसे कम से कम 6 से 7 घंटे के लिए भिगोने के लिए रख दें।
- इसके बाद दाल को दरदरा पीस लें। दाल पीसने के बाद इसे बर्तन में निकाल लें। नमक, हल्दी मिलाकर अच्छे से फेंटना है, जिससे ये मुलायम बनें। इसकी थोड़ी से मात्रा पानी में डालकर चेक करें कि वड़े तलने के लिए तैयार हैं या नहीं। पानी में डालने पर अगर ये तैर रहा है, तो परफेक्ट और अगर डूब जाए, तो मतलब और फेंटने की जरूरत है।
- अब इन वड़ों को कड़ाही में सुनहरा होने तक फ्राई कर लें।
- फिर इन वड़ों को कांजी में डालकर कम से कम आधे घंटे तक रखना है। जिससे ये और ज्यादा फूल जाएं।
- तैयार हो गया कांजी वड़ा सर्व करने के लिए।
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