जन्माष्टमी पर कर रहे हैं मथुरा-वृंदावन जाने का प्लान, तो जरूर ट्राई करें वहां की ये 5 लाजवाब डिशेज
जन्माष्टमी (Janmashtami 2025 ) का त्योहार वैसे तो पूरे देश में मनाया जाता है लेकिन मथुरा-वृंदावन में इसकी अलग ही धूम देखने को मिलती है। अगर आप जन्माष्टमी मनाने के लिए मथुरा या वृंदावन जाने का प्लान बना रहे हैं तो इस बार मंदिरों के दर्शन के साथ-साथ वहां की कुछ टेस्टी और फेमस डिशेज भी जरूर ट्राई करें।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। जन्माष्टमी (Janmashtami 2025) का त्योहार भगवान कृष्ण के जन्मोत्सव के रूप में पूरे देश में धूमधाम से मनाया जाता है, लेकिन मथुरा-वृंदावन की गलियों में इसकी रौनक देखने लायक होती है। इस साल यह त्योहार 15 अगस्त को मनाया जाएगा।
ऐसे में इस मौके पर अगर आप मथुरा-वृंदावन जाने का प्लान बना रहे हैं, तो सिर्फ भगवान श्री कृष्ण के दर्शन ही नहीं, बल्कि यहां के स्वादिष्ट प्रसाद और स्ट्रीट फूड (Mathura-Vrindavan Famous Dishes) का भी आनंद जरूर लें। मथुरा और वृंदावन में ऐसी कई डिशेज मिलती हैं, जिनका स्वाद आपको यहां के जैसा और कहीं नहीं मिलेगा। इसलिए अगर आप इन जगहों पर जा रहे हैं, तो ये 5 खास डिशेज एक बार जरूर चखें।
कचौड़ी और आलू की सब्जी
मथुरा की सुबह की शुरुआत कचौड़ी और आलू की सब्जी के साथ होती है। यहां की कचौड़ी क्रिस्पी और मसालेदार होती है, जिसे उड़द दाल या मूंग दाल के साथ बनाया जाता है। इसे गर्मागर्म आलू की सब्जी के साथ परोसा जाता है, जो हल्की मसालेदार और स्वादिष्ट होती है। मथुरा और वृंदावन में आपको कई कचौड़ी की दुकानें मिल जाएंगी, जहां आप इनका आनंद ले सकते हैं।
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पेड़ा
मथुरा का पेड़ा पूरे भारत में मशहूर है। यह दूध, चीनी और खोया से बनता है और इसमें केसर व इलायची का खास स्वाद होता है। मथुरा और वृंदावन में कई मिठाई भंडार हैं, जहां के पेड़े पूरे भारत में खूब पसंद किए जाते हैं। यहां के कृष्ण मंदिरों में पेड़े का भोग भी लगाया जाता है, जिसे आप प्रसाद के रूप में ले सकते हैं।
रबड़ी
रबड़ी, दूध को लंबे समय तक उबालकर बनाई जाती है, जिसमें खोया, चीनी और ड्राई फ्रूट्स मिलाए जाते हैं। मथुरा-वृंदावन में यह गाढ़ी और क्रीमी बनाई जाती है। यहां रबड़ी की कई मशहूर दुकाने हैं। कहा जाता है कि श्री कृष्ण को रबड़ी बहुत पसंद थी, इसलिए इसे भोग में जरूर शामिल किया जाता है।
आलू टिक्की
मथुरा-वृंदावन की गलियों में चलते-चलते आलू टिक्की का स्वाद लेना न भूलें। यहां की आलू टिक्की मसालेदार और कुरकुरी होती है, जिसे चटनी और दही के साथ परोसा जाता है। मथुरा और वृंदावन में आपको टिक्की के कई स्टॉल्स मिल जाएंगे, जिनका स्वाद आपका दिल जीत लेंगे।
लस्सी
मथुरा-वृंदावन की भीड़भाड़ और गर्मी के बीच ठंडी-ठंडी लस्सी पीने का मजा ही कुछ और है। यहां की लस्सी मलाईदार और मीठी होती है, जिसे केसर और गुलाब की खुशबू के साथ परोसा जाता है। लस्सी की भी आपको कई दुकानें मिल जाएंगी, जहां की लस्सी का स्वाद आप कभी नहीं भूलेंगे।
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