कहीं आप भी तो नहीं कर रहे अनहेल्दी कुकिंग, ICMR ने बताया खाना पकाने का सही तरीका
सही तरीके से खाना पकाना न सिर्फ उसका स्वाद बेहतर बनाने के लिए जरूरी है बल्कि उसे हेल्दी बनाने के लिए भी अहम है। लोग अकसर खाना तो बना लेते हैं लेकिन उन्हें इसे बनाने का हेल्दी तरीका नहीं पता होता। ऐसे में ICMR ने हाल ही अपनी डाइटरी गाइडलाइन्स में खाना पकाने के महत्व और इसके सही तरीके के बारे में जानकारी।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। किसी व्यंजन को खाना जितना जरूरी है, उसे पकाना उससे भी ज्यादा जरूरी होता है। खाना पकाना न सिर्फ आपके कौशल को दर्शाता है, बल्कि यह अपने आप में एक विज्ञान होता है, जिसकी सही ज्ञान होना जरूरी है। खाना पकाने की सही विधि और बर्तनों का इस्तेमाल सब कुछ खाना पकाने के लिए जरूरी है।
इसलिए इंडियन काउंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने हाल ही में जारी अपनी डाइटरी गाइडलाइन्स में खाना पकाने के सही तरीके पर ज्यादा जोर दिया। अपनी इन गाइडलाइन्स में ICMR ने खाना पकाने के तरीकों को अपनाने के महत्व के बारे में बात की। आइए जानते हैं क्या है खाना पकाने के सही तरीके और कितना जरूरी है कुकिंग-
यह भी पढ़ें- गर्मियों में पेट की जलन को शांत करेंगे ये 5 मसाले, आज ही करें डाइट में शामिल
क्या है खाना पकाने का महत्व?
ICMR के मुताबिक, खाना पकाने से ज्यादातर फूड्स की पाचनशक्ति में सुधार होता है। पकाए जाने पर खाना नर्म हो जाता है और फिर इसे चबाने में आसानी होती है। इसके अलावा खाना पकाने से इसके स्वाद, सुगंध और बनावट में भी सुधार होता है।
खाना पकाने से पहले धोने और काटने के क्या प्रभाव होते हैं?
भोजन को पकाने और फिर उसे खाने से पहले से पहले अच्छी तरह धोना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि इन्हें धोने से कीटनाशकों, कीड़े-पैरासाइट्स और अन्य बाहरी प्रदूषकों को हटाने में मदद मिलती है। हालांकि, इन्हें धोते समय कुछ सावधानियां बरतनी जरूरी है।
इसके अलावा सब्जियां और फलों को काटने से पहले पीने योग्य पानी से अच्छी तरह धोना चाहिए। सब्जियों को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटने से ऑक्सीडेशन के कारण विटामिन की हानि होती है। इसलिए, सब्जियां बड़े टुकड़ों में काट लेना चाहिए। साथ ही ध्यान रखें कि कटी हुई सब्जियों को पानी में भिगोना नहीं चाहिए, वरना घुलनशील मिनरल और विटामिन पानी में घुल जाते हैं।
क्या है खाना पकाने का सही तरीका?
ICMR के अनुसार, खाना पकाने के कई तरीके हैं, जिसमें उबालना, भाप में पकाना, प्रेशर कुकिंग, तलना, भूनना और बेक करना शामिल हैं। इन सभी तरीकों में खाने को उबालना यानी बॉयलिंग करना सबसे आम तरीका है। यह ज्यादा बेहतर तरीका भी है, क्योंकि उबालने और प्रेशर कुकिंग के दौरान पोषण-विरोधी कारक नष्ट हो जाते हैं।
वहीं, खाना तलने के लिए आमतौर उच्च तापमान में तेल, घी या वनस्पति का इस्तेमाल किया जाता है। जबकि शैलो फ्राई में डीप फ्राई की तुलना में बेहद कम मात्रा में तेल का इस्तेमाल किया जाता है।
माइक्रोवेव कुकिंग पर ICMR की राय
ICMR का कहना है कि माइक्रोवेव में खाना बनाना सुविधाजनक, तेज और उपयोगी है। हालांकि, खाने से इसमें दोबारा गर्म करने या इसके अधपका रह जाने से हानिकारक बैक्टीरिया हमारे शरीर में प्रवेश कर सकते हैं। इसलिए माइक्रोवेव ओवन में बड़ी मात्रा में खाना पकाने से बचना चाहिए। इसके अलावा फ्रोजन फूड्स को सीधे माइक्रोवेव ओवन में न पकाएं, क्योंकि यह भोजन के कुछ हिस्सों को अधपका छोड़ देता है। माइक्रोवेव के लिए हमेशा कांच या मिट्टी के बर्तन और फूड ग्रेड माइक्रोवेव फ्रेंडली प्लास्टिक का इस्तेमाल करें।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।