Akshaya Tritiya 2025: अक्षय तृतीया पर माता लक्ष्मी को लगाएं केसरिया खीर का भोग, जानें आसान रेसिपी
अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya 2025) का दिन मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु को समर्पित है। इस साल यह पर्व 30 अप्रैल को मनाया जा रहा है। ऐसे में आप माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए घर पर ही Kesariya Kheer का भोग तैयार कर सकते हैं। खास बात है कि इसे बनाना भी बहुत आसान है और यह कम समय में तैयार हो जाती है।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। अक्षय तृतीया का पर्व (Akshaya Tritiya 2025) हिन्दू धर्म में अत्यंत पवित्र और शुभ माना जाता है। यह दिन हर प्रकार के नए कार्यों की शुरुआत के लिए सर्वोत्तम माना जाता है, क्योंकि इस दिन किसी भी शुभ काम के लिए मुहूर्त देखने की जरूरत नहीं होती। अक्षय तृतीया का अर्थ ही है – ‘जिसका कभी क्षय न हो।’ इस दिन माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु की विशेष पूजा का विधान है। मान्यता है कि इस दिन जो भी पूजा, दान और भोग किया जाता है, उसका पुण्य अक्षय होता है- यानी जो कभी समाप्त नहीं होता।
इस विशेष दिन पर माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए कई तरह के भोग (Akshaya Tritiya 2025 Bhog) अर्पित किए जाते हैं, लेकिन केसरिया खीर का भोग (Kesar Kheer Bhog for Maa Lakshmi) बेहद शुभ और प्रिय माना जाता है। यह न केवल स्वाद में लाजवाब होती है, बल्कि इसमें शामिल केसर, दूध और चावल जैसी चीजें इसे सेहत के लिहाज से भी खास बना देती हैं।
अगर आप इस अक्षय तृतीया पर माता लक्ष्मी को प्रसन्न करना चाहते हैं, तो घर पर बनी केसरिया खीर का भोग अर्पित कर सकते हैं। आइए जानते हैं इस स्वादिष्ट व्यंजन को बनाने की आसान रेसिपी (Easy Kesar Kheer Recipe)।
- समय: 30–40 मिनट
- परोसने की मात्रा: 4–5 लोग
केसरिया खीर बनाने के लिए सामग्री
- दूध – 1 लीटर (फुल क्रीम)
- बासमती चावल – 1/4 कप (30–40 ग्राम, 30 मिनट पहले भिगोए हुए)
- चीनी – 1/2 कप (या स्वाद अनुसार)
- केसर – 8–10 धागे (2 टेबलस्पून गर्म दूध में भीगे हुए)
- इलायची पाउडर – 1/2 छोटी चम्मच
- काजू – 6–8 (काटे हुए)
- बादाम – 6–8 (पतले स्लाइस में कटे हुए)
- पिस्ता – 5–6 (इच्छानुसार)
- घी – 1 छोटी चम्मच (ड्राई फ्रूट्स भूनने के लिए)
यह भी पढ़ें- गुड़ की मदद से घर पर बनाएं ताजगी से भरपूर गन्ने का जूस, बहुत कम लोग जानते हैं इसकी सीक्रेट रेसिपी
केसरिया खीर बनाने की विधि
- सबसे पहले एक भारी तले के बर्तन में दूध को मध्यम आंच पर उबालें। ध्यान रखें कि दूध तले में न लगे, इसलिए बीच-बीच में चलाते रहें।
- जब दूध उबलने लगे तो उसमें भीगे हुए चावल डाल दें। अब इसे धीमी आंच पर पकाएं ताकि चावल धीरे-धीरे दूध में पक जाएं और दूध गाढ़ा होता जाए।
- अब एक छोटी कड़ाही में थोड़ा घी गर्म करें और उसमें काजू, बादाम व पिस्ता को हल्का सुनहरा होने तक भून लें। इससे खीर का स्वाद और खुशबू बढ़ेगी।
- जब चावल अच्छी तरह पक जाएं और दूध थोड़ा गाढ़ा हो जाए, तब उसमें चीनी और केसर वाला दूध डालें। इसे अच्छे से मिलाएं और धीमी आंच पर 5–7 मिनट तक पकाएं।
- इसके बाद इसमें इलायची पाउडर और भुने हुए ड्राई फ्रूट्स डालें। एक बार फिर से खीर को मिलाएं और 2–3 मिनट तक पकाएं।
- फिर गैस बंद करें और खीर को थोड़ा ठंडा होने दें। इसे गरमा-गरम या ठंडा कर के माता लक्ष्मी को भोग लगाएं और फिर प्रसाद रूप में घर के सभी सदस्यों में बांटें।
स्पेशल टिप्स
- खीर बनाते समय सब्र रखें और दूध को धीमी आंच पर पकाएं ताकि उसका स्वाद निखरकर आए।
- केसर को पहले से गर्म दूध में भिगोकर रखें, इससे उसका रंग और खुशबू दोनों अच्छे से निकलते हैं।
- अगर आप चाहें तो खीर में मावा (खोया) भी डाल सकते हैं, इससे यह और ज्यादा रिच बन जाती है।
क्यों प्रिय है माता लक्ष्मी को केसरिया खीर?
- केसर का महत्व: केसर को सौभाग्य और धन की देवी लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। यह रंग और स्वाद दोनों में शुभता लाता है।
- दूध और चावल का संतुलन: दूध और चावल को शुद्धता और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। ये दोनों ही तत्व वैदिक काल से पूजन और भोग में इस्तेमाल होते आ रहे हैं।
- मीठा भोग: मान्यता है कि लक्ष्मी माता को मीठा भोग अत्यंत प्रिय होता है, खासतौर से घर पर प्रेम से बना हुआ।
यह भी पढ़ें- आम से लेकर नारियल तक, गर्मियों में बनाएं 5 तरह का हेल्दी Halwa; अपनों को करीब ला देगा ये डेजर्ट
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।