Back Image

Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    Navratri 2023: लहसुन-प्याज के अलावा इन तामसिक खाने से भी करें परहेज, मन रहेगा शांत

    By Ritu ShawEdited By: Ritu Shaw
    Updated: Sat, 18 Mar 2023 02:35 PM (IST)

    Navratri 2023 नौ दिवसीय उत्सव का अंतिम दिन राम नवमी के साथ 30 मार्च को समाप्त होगा। नवरात्रि के दौरान प्याज लहसुन और मांसाहारी जैसे राजसिक और तामसिक खाने से परहेज किया जाता है। मगर इसके अलावा और भी कई अन्य खाद्य पदार्थ है जिनसे आपको बचना चाहिए।

    Hero Image
    Navratri 2023: लहसुन-प्याज के अलावा इन तामसिक खाने से भी करें परहेज, मन रहेगा शांत

    नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Navratri 2023: चैत्र नवरात्रि हिंदू धर्म का नौ दिनों का धार्मिक त्योहार है, जो चैत्र के शुक्ल पक्ष के दौरान मनाया जाता है। ये त्योहार मार्च या अप्रैल के महीने में पड़ता है और इस साल चैत्र नवरात्रि उत्सव 22 मार्च से शुरू हो रहा है। नौ दिवसीय उत्सव का अंतिम दिन राम नवमी के साथ 30 मार्च को समाप्त होगा। नवरात्रि के दौरान प्याज, लहसुन और मांसाहारी जैसे राजसिक और तामसिक खाने से परहेज किया जाता है और लोग नौ दिनों के त्योहार के दौरान सात्विक आहार अपनाने का अभ्यास करते हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सात्विक खाद्य पदार्थ अनिवार्य रूप से शाकाहारी होते हैं, जो केवल पौष्टिक, जैविक, पौधे-आधारित और डेयरी उत्पादों का उपयोग करके तैयार किए जाते हैं। इस दौरान जानवरों के मांस से सख्ती से परहेज कर फल, मेवे, सब्जियां, बीज, दूध, फलियां और कई अन्य प्राकृतिक रूप से प्राप्त उत्पादों को शामिल किया जाता है। चलिए जानते हैं ऐसे ही कुछ फूड आइटम्स के बारे में जिन्हें नवरात्री के दौरान आपको खाने से परहेज करना चाहिए।

    नवरात्रि के दौरान करें इन फूड आइटम्स से परहेज-

    मांसाहारी भोजन: मांस, चिकन, मछली और अंडे सहित मांसाहारी भोजन को नवरात्रि के दौरान नहीं खाना चाहिए, क्योंकि इसे तामसिक माना जाता है, जिसका मन और शरीर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

    प्याज और लहसुन: नवरात्रि के दौरान प्याज और लहसुन से परहेज करें क्योंकि उन्हें राजसिक माना जाता है, जिसका अर्थ है कि वे इंद्रियों को उत्तेजित करते हैं और बेचैनी पैदा कर सकते हैं।

    अनाज: नवरात्रि के दौरान गेहूं, चावल और जई जैसे अनाज से बचें और इसके बजाय चौलाई, कुट्टू और सिंघाड़े के आटे जैसे ग्लूटन फ्री उत्पादों का प्रयोग करें।

    फलियां: कुछ लोग नवरात्रि के दौरान दाल, बीन्स और छोले जैसी फलियां खाने से बचते हैं क्योंकि उन्हें तामसिक माना जाता है।

    पैश्चराइज्ड फूड आइटम्स: पैकेज्ड स्नैक्स और मिठाइयों सहित पैश्चराइज्ड फूड आइटम्स आमतौर पर नवरात्रि के दौरान टाले जाते हैं क्योंकि वे अक्सर पैश्चराइज्ड आटे और चीनी से बने होते हैं, जिन्हें स्वस्थ नहीं माना जाता है।

    हिंदू त्योहार चैत्र नवरात्री का प्रत्येक दिन मां दुर्गा के एक अवतार को समर्पित होता है, जिसे वसंत नवरात्रि के रूप में भी जाना जाता है। चैत्र नवरात्रि के दौरान मनाए जाने वाले दुर्गा के अवतार शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कुष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्री हैं।

    नवरात्रि के दौरान, हिंदू भक्त पैश्चराइज्ड, डिब्बाबंद या बोतलबंद कुछ भी नहीं खाते हैं, क्योंकि ये प्रिजर्वेटिव या डीप फ्रीज कर के पैक किए गए होते हैं और ये खाद्य पदार्थ जीवित नहीं होते हैं।