National Youth Day 2025: क्यों स्वामी विवेकानंद की जयंती से जुड़ा है राष्ट्रीय युवा दिवस?
हर साल 12 जनवरी को हम राष्ट्रीय युवा दिवस (National Youth Day 2025) मनाते हैं। यह दिन स्वामी विवेकानंद की जयंती (Swami Vivekananda Jayanti 2025) के रूप में मनाया जाता है जो भारत के एक महान संत दार्शनिक और युवाओं के प्रेरणास्त्रोत थे। यह दिन युवाओं को सशक्त बनाने उनके विकास को बढ़ावा देने और राष्ट्र निर्माण में उनकी भूमिका को उजागर करने के लिए समर्पित है।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। National Youth Day 2025: स्वामी विवेकानंद, जिनका असली नाम नरेंद्रनाथ दत्त था, इतिहास में एक ऐसे विद्वान के रूप में दर्ज हैं जिन्होंने मानवता की सेवा को अपना सर्वोपरि धर्म माना। 12 जनवरी, 1863 को बंगाल में जन्मे स्वामी विवेकानंद अमेरिका के शिकागो में धर्मसभा में अपने धाराप्रवाह भाषण से अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त करने वाले भारतीय संन्यासी थे।
अपने ओजस्वी और बेबाक भाषणों के कारण, विशेषकर युवाओं के बीच, वे अत्यंत लोकप्रिय हुए। यही कारण है कि भारत सरकार ने उनके जन्मदिन को 'राष्ट्रीय युवा दिवस' के रूप में मनाने का निर्णय लिया। मानवता की सेवा और परोपकार के लिए समर्पित स्वामी विवेकानंद ने 1897 में कोलकाता में रामकृष्ण मिशन की स्थापना की। इसके बाद, 1898 में उन्होंने गंगा नदी के किनारे बेलूर में रामकृष्ण मठ की स्थापना की।
इन संस्थाओं का नाम उन्होंने अपने गुरु रामकृष्ण परमहंस के नाम पर रखा। 1984 में, स्वामी विवेकानंद के जन्मदिन (Swami Vivekananda Jayanti) को राष्ट्रीय युवा दिवस घोषित किया गया और तब से हर साल 12 जनवरी को यह दिन युवाओं को प्रेरित करने और उनके उत्थान के लिए समर्पित किया जाता है।
स्वामी विवेकानंद और युवा शक्ति
स्वामी विवेकानंद ने युवाओं में अपार क्षमता देखी और उन्हें देश के भविष्य के निर्माता माना। उन्होंने युवाओं को आत्मविश्वास और ऊर्जा से भर दिया और उन्हें राष्ट्र सेवा के लिए प्रेरित किया। उनके विचारों ने युवाओं को न केवल भारत में बल्कि दुनिया भर में प्रेरित किया।
क्यों मनाया जाता है राष्ट्रीय युवा दिवस?
स्वामी विवेकानंद के विचारों और आदर्शों को युवाओं तक पहुंचाने और उन्हें प्रेरित करने के लिए, भारत सरकार ने 1984 में 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस घोषित किया। इस दिन, देश भर में विभिन्न कार्यक्रमों और गतिविधियों का आयोजन किया जाता है, जिनमें युवाओं को शामिल किया जाता है। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य युवाओं में राष्ट्रीय एकता, सामाजिक समरसता और राष्ट्र सेवा की भावना को जागृत करना होता है।
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कैसे मनाया जाता है राष्ट्रीय युवा दिवस?
राष्ट्रीय युवा दिवस पूरे देश में विभिन्न तरीकों से मनाया जाता है। स्कूलों, कॉलेजों और अन्य संस्थानों में निबंध प्रतियोगिताएं, वाद-विवाद प्रतियोगिताएं, सांस्कृतिक कार्यक्रम और खेल आयोजन किए जाते हैं। सरकार भी इस दिन विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करती है।
क्या है राष्ट्रीय युवा दिवस का महत्व?
राष्ट्रीय युवा दिवस का महत्व इसलिए भी है क्योंकि यह युवाओं को एक मंच प्रदान करता है जहां वे अपनी आवाज उठा सकते हैं और अपनी समस्याओं और चिंताओं को व्यक्त कर सकते हैं। यह दिन युवाओं को उनके अधिकारों और जिम्मेदारियों के बारे में जागरूक करने का भी एक अवसर है।
राष्ट्रीय युवा दिवस 2025 की थीम
इस वर्ष राष्ट्रीय युवा दिवस का मुख्य विषय "राष्ट्र निर्माण के लिए युवा सशक्तिकरण" है। यह थीम युवाओं को देश के विकास में एक सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रेरित करती है। इसके साथ ही, इस वर्ष की थीम "युवा एक स्थायी भविष्य के लिए: लचीलेपन और जिम्मेदारी के साथ राष्ट्र को आकार देना" (Youth for a Sustainable Future: Shaping the Nation with Resilience and Responsibility) भी है। यह थीम युवाओं को एक ऐसे भविष्य के निर्माण के लिए प्रेरित करती है जो न केवल समृद्ध हो, बल्कि पर्यावरण के प्रति भी संवेदनशील हो। यह थीम युवाओं में लचीलापन और जिम्मेदारी की भावना को बढ़ावा देती है, ताकि वे देश के सामने आने वाली चुनौतियों का सामना कर सकें और एक बेहतर कल का निर्माण कर सकें।
आज भी प्रासंगिक हैं स्वामी विवेकानंद के विचार
स्वामी विवेकानंद के विचार आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं जितने वे उनके जमाने में थे। उन्होंने जो कुछ कहा था, वह आज भी युवाओं को प्रेरित करता है। उन्होंने युवाओं को आत्मनिर्भर बनने, कठिन परिश्रम करने और सफल होने के लिए प्रेरित किया था। उन्होंने युवाओं को सामाजिक बुराइयों के खिलाफ लड़ने और देश के विकास में योगदान देने के लिए भी प्रेरित किया था।
युवाओं के लिए स्वामी विवेकानंद का संदेश
स्वामी विवेकानंद ने युवाओं को संदेश दिया था कि वे अपने सपनों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करें। उन्होंने युवाओं को कहा था कि वे अपने देश के लिए कुछ अच्छा करें और मानवता की सेवा करें। उन्होंने युवाओं को आत्मविश्वास से भर दिया और उन्हें बताया कि वे कुछ भी कर सकते हैं अगर वे दृढ़ निश्चयी हैं।
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