National Child Day 2025 : बच्चियों को बनाना चाहते हैं काबिल, तो फिर देना शुरू कर दें बराबरी के अधिकार
भारतीय समाज में लड़कियों को बराबरी का अधिकार देने के लिए National Girl Child Day की शुरुआत की गई थी। बता दें कि नेशनल गर्ल चाइल्ड डे की थीम 2025 सुनहरे भविष्य के लिए बच्चियों का सशक्तीकरण है। हम कई जगह देखते हैं कि सोसाइटी में लड़कियों को आज भी अपने अधिकारों से वंचित रहना पड़ता है। खासकर अपने घरों में भी भेदभाव देखना पड़ता है।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। National Girl Child Day 2025 हर साल 24 जनवरी को मनाया जाता है, जिसका मुख्य उद्देश्य बालिकाओं के अधिकारों, कल्याण और सशक्तिकरण को बढ़ावा देना है।
यह दिन भारत में लड़कियों के सामने आने वाली चुनौतियों और मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है। नेशनल गर्ल चाइल्ड डे से जुड़ा इतिहास (National Girl Child Day 2025 History) जानना भी जरूरी है कि आखिर इसका मकसद क्या है और समाज में इसका क्या प्रभाव है। नेशनल गर्ल चाइल्ड डे की थीम 2025 "सुनहरे भविष्य के लिए बच्चियों का सशक्तीकरण" है।
साल 2008 में की गई थी शुरुआत
नेशनल गर्ल चाइल्ड डे का इतिहास बहुत ही रोचक और महत्वपूर्ण है। यह दिन (National Girl Child Day 2025 Significance) भारत में लड़कियों के अधिकारों, कल्याण और सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए मनाया जाता है। नेशनल गर्ल चाइल्ड डे की शुरुआत 2008 में भारत सरकार द्वारा की गई थी। इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य लड़कियों के प्रति जागरूकता बढ़ाना और उन्हें समाज में समान अवसर प्रदान करना था।
भेदभाव को खत्म करना प्राथमिकता
भारत में लड़कियों के साथ भेदभाव और अन्याय की समस्या बहुत ही गंभीर है। लड़कियों को अक्सर शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य अवसरों से वंचित रखा जाता है। नेशनल गर्ल चाइल्ड डे का मुख्य उद्देश्य इन समस्याओं का समाधान करना और लड़कियों को समाज में समान अवसर प्रदान करना है।
नेशनल गर्ल चाइल्ड डे के अवसर पर, भारत सरकार और अन्य संगठन विभिन्न कार्यक्रमों और गतिविधियों का आयोजन करते हैं। इन कार्यक्रमों में लड़कियों के अधिकारों, कल्याण और सशक्तिकरण पर चर्चा की जाती है और उन्हें समाज में समान अवसर प्रदान करने के लिए काम किया जाता है।
क्योंकि आज भी समाज में हम देखते हैं कि लड़कियों के साथ भेदभाव होता है। इस भेदभाव की शुरुआत घर से ही होती है। चाहे बात लड़कियों की स्कूलिंग की हो या फिर शादी की, लड़कियों को समाज में कई जगह आज भी भेदभाव का सामना करना पड़ता है। इसी को ध्यान में रखते हुए 24 जनवरी को इस कार्यक्रम के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जाता है।
नेशनल गर्ल चाइल्ड डे का महत्व
लड़कियों के अधिकारों की रक्षा: यह दिन लड़कियों के अधिकारों की रक्षा करने और उन्हें समाज में समान अवसर प्रदान करने के लिए मनाया जाता है।
लड़कियों को सशक्त बनाना : यह दिन लड़कियों को सशक्त बनाने और उन्हें अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रेरित करने के लिए मनाया जाता है।
लड़कियों के प्रति जागरूकता: यह दिन लड़कियों के प्रति जागरूकता बढ़ाने और उन्हें समाज में सम्मान दिलाने के लिए मनाया जाता है।
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