कहीं डांडिया रास, तो कहीं सिंदूर खेला, भारत के अलग-अलग हिस्सों में देखने को मिलते हैं दशहरा के कई रंग
दशहरा भारत में (Dusshera Celebration In India) कितने धूम-धाम से मनाया जाता है ये तो आप जानते ही हैं लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि ये हर राज्य में अलग-अलग रीति-रिवाजों के साथ मनाया जाता है। भारत के अलग-अलग हिस्सों में दशहरा को मनाने की अलग परंपरा है जो इस त्योहार को और खास बना देती है। आइए जानें कैसे मनाया जाता है पूरे देश में दशहरा।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Dusshera Celebration In India: दशहरा, भारत का एक प्रमुख त्योहार है, जो बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। इस त्योहार को इस साल 12 अक्टूबर को मनाया जाएगा (Dusshera Celebration In India)। इस दिन जगह-जगह दशहरे का मेला लगता है और रावणदहन की भी परंपरा निभाई जाती है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि देश के हर हिस्से में एक जैसा दशहरा नहीं मनाया जाता। अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग तरीकों से दशहरा मनाया जाता है। हर राज्य की अपनी अनूठी परंपराएं और रीति-रिवाज हैं, जो इस त्योहार को और ज्यादा खास बनाती हैं। यहां हम इसी बारे में जानेंगे कि देश के अलग-अलग हिस्सों में किस प्रकार दशहरा मनाया जाता है।
उत्तर भारत
- रामलीला- उत्तर भारत में, रामलीला का मंचन दशहरे के दौरान एक प्रमुख आकर्षण है। लोग रावण के पुतले को जलाकर बुराई पर अच्छाई की जीत का जश्न मनाते हैं।
- कुंभ मेला- प्रयागराज और हरिद्वार में दशहरे के अवसर पर कुंभ मेले का आयोजन किया जाता है। इस दिन लोग गंगा स्नान के लिए यहां आते हैं।
- कुल्लू दशहरा- हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में, दशहरा को भव्य तरीके से मनाया जाता है। देवताओं की मूर्तियों को शहर में घुमाया जाता है।
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पूर्व भारत
- दुर्गा पूजा- पश्चिम बंगाल और आसपास के राज्यों में, दशहरा को दुर्गा पूजा के रूप में मनाया जाता है। देवी दुर्गा की मूर्तियों की पूजा की जाती है और सिंदूर खेला के साथ त्योहार का समापन होता है।
दक्षिण भारत
- आयुध पूजा- दक्षिण भारत में, हथियारों की पूजा की जाती है। इस दिन, कारीगर अपने औजारों की पूजा करते हैं और सुरक्षा के लिए प्रार्थना करते हैं।
- नवरात्रि- दक्षिण भारत में, नवरात्रि के नौ दिनों तक देवी दुर्गा के नौ अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है।
- शमी पूजा- आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में इस दिन शमी के पेड़ की पूजा की जाती है। युद्ध के समय ऐसा करना शुभ माना जाता है। इसलिए शमी पूजन के साथ-साथ लोग एक-दूसरे को इसकी पत्तियां भी भेंट करते हैं।
- बोम्मई गोलू- तमिलनाडु में दशहरे पर घरों में खिलौनों और मूर्तियों की सजावट की जाती हैं। इसे बोम्मई गोलू कहा जाता है। विजयदशमी के दिन यहां कई समाजिक समारोह भी आयोजित किए जाते हैं।
पश्चिम भारत
- गरबा और डांडिया- गुजरात में, गरबा और डांडिया दशहरे का एक अभिन्न अंग है। लोग पारंपरिक वेशभूषा में सजकर गरबा खेलते हैं।
- सोने की पत्तियां देना- महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में लोग सोना पत्ती पेड़ की पत्तियां एक-दूसरों को देते हैं। इसे शुभता और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है।
मध्य प्रदेश
- रावण दहन- मध्य प्रदेश में, रावण दहन के साथ दशहरा मनाया जाता है। लोग रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतले जलाते हैं।