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    Akshaya Tritiya 2023: इस शुभ मौके पर अगर आप भी खरीदना चाह रहे हैं सोने की ज्वैलरी, तो जान लें ये जरूरी बातें

    By Priyanka SinghEdited By: Priyanka Singh
    Updated: Sat, 22 Apr 2023 08:36 AM (IST)

    Akshaya Tritiya 2023 अक्षय तृतीया के शुभ मौके पर अगर आप भी सोने की ज्वैलरी खरीदने की सोच रहे हैं तो इसके लिए आपको कुछ जरूरी बातें पता होना चाहिए वरना आप ठगी के शिकार हो सकते हैं। तो यहां जानें ये जरूरी बातें।

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    Akshaya Tritiya 2023: सोने की खरीददारी के लिए जरूरी टिप्स

    नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Akshaya Tritiya 2023: हिंदू धर्म में बैशाख शुक्ल पक्ष की तृतीया यानि अक्षय तृतीया को बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है क्योंकि ऐसा मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु के छठे अवतार भगवान परशुराम जी का जन्म हुआ था। शास्त्रों में इस दिन का इतना महत्व है कि इसे अबूझ मुहूर्त तक कहा गया है यानी जिसे शुभ काम करने का कोई मुहूर्त न मिल रहा हो, वह इस दिन अपना काम कर सकता है। साथ ही ऐसी भी मान्यता है कि इस दिन सोना खरीदना भी शुभ माना जाता है। तो आइए जानते हैं सोना खरीदते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

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    अक्षय तृतीया के दिन हर कोई सोना जरूर खरीदता है क्योंकि मान्यता है कि इस दिन सोना खरीदने से घर में बरकत होती है लेकिन जागरूकता की कमी के कारण कई बार लोग इस दिन सोना खरीदते समय ठगी का शिकार हो जाते हैं। सोने की प्योरिटी से लेकर हॉलमार्क व मेकिंग चार्ज के नाम पर कस्टमर्स के साथ धोखा हो सकता है, अगर वह अलर्ट न हो।

    सोना खरीदते समय बीआईएस हॉलमार्क व लोकल हॉलमार्क में अंतर पहचानें

    बीआईएस हॉलमार्क का सिंबल जेवर पर लेजर से लिखा रहता है और यही ओरिजिनल होता है। सोने की प्योरिटी हॉलमार्क से तय होती है। ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड (बीआईएस) मार्क ही ओरिजिनल हॉलमार्क की पहचान है। इसी से प्योरिटी का पैमाना तय होता है। हालांकि कई ज्वैलर्स शॉप हॉलमार्क का खेल करके कम प्योरिटी का सोना बाजार में बच रहे हैं जबकि बीआईएस हॉलमार्क का सिंबल जेवर पर लेजर से लिखा रहता है और यही ओरिजिनल होता है लेकिन कई जेवर व्यवसायी सोने की पतली पट्टी से हॉलमार्क लिख देते हैं और जेवर पर सोल्ड कर देते हैं। ये इतना पतला और बारीक होता है कि कस्टमर्स धोखा खा जाते हैं कि बीआईएस मार्क है या लोकल हॉलमार्क है। लोकल हॉलमार्क में सोने की क्वॉलिटी 80 प्रतिशत तक ही प्योर होती है।

    24 कैरेट होता है असली सोना

    असली सोना 24 कैरेट का ही होता है लेकिन इससे ज्वैलरी नहीं बनती क्योंकि वो बेहद मुलायम होता है। आमतौर पर आभूषणों के लिए 22 कैरेट सोने का इस्तेमाल किया जाता है, जिसमें 91.66 फीसदी सोना होता है। हॉलमार्क पर पांच अंक होते हैं। सभी कैरेट का हॉलमार्क अलग होता है।

    शुद्धता का ख्याल रखें

    गोल्ड ज्वैलरी खरीदते वक्त सबसे पहले उसकी शुद्धता का पता लगाएं। 24 कैरेट गोल्ड सबसे शुद्ध होता है लेकिन इससे ज्वैलरी नहीं बनती। गोल्ड ज्वैलरी 22 या 18 कैरेट के सोने से बनती है। इसका मतलब होता है कि 22 कैरेट गोल्ड के साथ 2 कैरेट कोई और मेटल मिक्स किया जाता है। ज्वैलरी खरीदने से पहले हमेशा ज्वैलर्स से सोने की शुद्धता की जांच करा लें। सोने की शुद्धता जानने के लिए सोने को पिघलाया भा जाता है।

    एसिड टेस्ट

    कुछ केमिकल और एसिड होते हैं जिनके इस्तेमाल से सोने की क्वॉलिटी परखी जा सकती है। सोने के संपर्क में आने के बाद इन पर कोई असर नहीं होता लेकिन अशुद्ध सोने के संपर्क में आने पर ये रिएक्ट करते हैं।

    निकेल और प्लेटिनम भी समझें

    व्हाइट गोल्ड अगर आप ले रहे हैं तो निकले या प्लेटिनम मिक्स के बजाय पैलेडियम मिक्स ज्वैलरी लेना बेहतर होगा। निकेल, प्लैटिनम मिक्स व्हाइट गोल्ड से एलर्जी हो सकती है।

    ऐसे पहचानें असली हॉलमार्क

    हॉलमार्किंग में किसी प्रोडक्ट को तय मापदंडों पर प्रमाणित किया जाता है। भारत में बीआईएस वह संस्था है, जो उपभोक्ताओं को उपलब्ध कराए जा रहे वस्तु की गुणवत्ता स्तर की जांच करती है। अगर सोना-चांदी हॉलमार्क है तो इसका मतलब है कि उसकी शुद्धता प्रमाणित है, लेकिन कई ज्वैलर्स बिना जांच प्रक्रिया पूरी किए ही हॉलमार्क लगा रहे हैं। ऐसे में यह देखना जरूरी है कि हॉलमार्क ओरिजनल है या नहीं। असली हॉलमार्क पर भारतीय मानक ब्यूरो का तिकोना निशान होता है। उस पर हॉलमार्क सेंटर के लोगो के साथ सोने की शुद्धता भी लिखी होती है। उसी में ज्वैलरी निर्माण का साल औऱ प्रोडक्ट का लोगों भी होता है। असली सोने को अंक के हिसाब से भी आंका जा सकता है।

    कैसे तय होती है गोल्ड की कीमत

    - कैरेट गोल्ड का मतलब होता है 1/24 पर्सेंट गोल्ड, अगर आपके आभूषण 22 कैरेट के हैं, तो 22 को 24 से डिवाइड करके उसे 100 से मल्टीप्लाई करें।

    - (22/24)*100-91.66 यानी आपके आभूषण में इस्तेमाल सोने की शुद्धता 91.66 फीसदी है।

    - अगर 24 कैरेट सोने का रेट टीवी पर 53000 है और बाजार में इसे खरीदने जाते हैं तो 22 कैरेट सोने का दाम (53,000/24)*22= 48,583 रुपए होगा। जबकि ज्वैलर आपको 22 कैरेट सोना 53,000 में ही देगा। यानी आप 22 कैरेट सोना 24 कैरेट सोने के दाम पर खरीद रहे हैं।

    - ऐसे ही 18 कैरेट गोल्ड की कीमत भी तय होगी। (53,000/24)*18=39,750 जबकि यही सोना ऑफर के साथ देकर ज्वैलर्स आपसे धोखा करते हैं।

    नोट- अगर आप ऊपर बताए गए केल्कुलेशन के हिसाब से बाजार में जाकर सोना खरीदेंगे तो यकीन मानिए आप बाजार में कभी भी धोखा नहीं खाएंगे।

    Pic credit- freepik