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    खूबसूरत बालों के लिए खूब करा रहे हैं केराटिन ट्रीटमेंट, तो एक बार जरूर जान लें इसके नुकसान

    Updated: Tue, 19 Aug 2025 07:33 PM (IST)

    आजकल बालों में कलर करवाने से लेकर पार्लर में जाकर हेयर ट्रीटमेंट कराने का ट्रेंड बहुत बढ़ गया है। अक्सर महिलाएं अपने बालों को खूबसूरत शायनी और टूटने से बचाने के लिए हेयर ट्रीटमेंट का सहारा लेती है। वैसे ही केराटिन हेयर ट्रीटमेंट बालों को सॉफ्ट और शाइनी बनाता है लेकिन इसके कुछ नुकसान भी हैं।

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    नुकसान भी पहुंचा सकता है केराटिन ट्रीटमेंट (Picture Credit- Freepik)

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। बालों को स्मूद, शाइनी और फ्रिंज फ्री बनाने के लिए केराटिन हेयर ट्रीटमेंट किया जाता है। इससे बाल कुछ समय के लिए स्मूद, शाइनी और फ्रिज-फ्री हो जाते हैं, लेकिन बार-बार केराटिन ट्रीममेंट करवाने से इसके साइड इफेक्ट भी सामने आते हैं।

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    क्या है केराटिन ट्रीटमेंट?

    बालों को मुलायम, शाइनी बनाने के लिए ये एक पॉपुलर प्रोसेस है, जिसमें बालों की ऊपरी परत को केराटिन प्रोटीन से कोट किया जाता है। हां ये बात और है कि, इस प्रक्रिया में इस्तेमाल किए जाने वाले केमिकल्स और हाई टेंपरेचर के कारण बालों और स्कैल्प पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता हैं। इसके कारण बालों को कई तरह से नुकसान भी पहुंचता है। आइए जानते हैं बार-बार केराटिन ट्रीटमेंट कराने से बालों पर क्या असर पड़ता है।

    केराटिन हेयर ट्रीटमेंट के साइड इफेक्ट्स

    बालों का कमजोर होना और टूटना

    केराटिन ट्रीटमेंट में इस्तेमाल होने वाले हाई हीट और केमिकल्स बालों को कमजोर बना सकते हैं, जिससे बाल आसानी से टूटने लगते हैं। इस प्रक्रिया के दौरान जब बालों पर बार-बार केराटिन लगाया जाता है, तो बालों का नेचुरल ऑयल कहीं गुम हो जाता है, जिससे बाल कमजोर होने लगते हैं।

    स्कैल्प इरिटेशन और खुजली

    केराटिन ट्रीटमेंट के दौरान फॉर्मल्डिहाइड और अन्य केमिकल्स का उपयोग किया जाता है। इससे स्कैल्प में जलन और खुजली हो सकती है, जिससे एलर्जी और सूजन की समस्या हो सकती है। कई बार ये आंखों में जलन और सांसों की समस्या का कारण भी बन सकता है।

    पाराबेन्स और सल्फेट्स युक्त

    कुछ केराटिन ट्रीटमेंट्स में पैराबेन्स और सल्फेट्स जैसे कैमिकल्स होते हैं, जो बालों को नुकसान पहुंचाते हैं, इससे बाल अपनी नमी खो बैठते हैं और कुछ समय बाद ये रफ होने लगते हैं।

    बालों का गिरना

    केराटिन ट्रीटमेंट से बाल तो शाइनी और फ्रिंज फ्री हो जाते हैं लेकिन बार-बार इस ट्रीटमेंट को करवाने से बालों का झड़ना शुरू हो जाता है। इस ट्रीटमेंट से बालों की जड़ें कमजोर हो जाती हैं, जिससे बाल ज्यादा झड़ने लगते हैं। इससे फायदे से ज्यादा नुकसान होता है।

    ऑयली स्कैल्प और बाल

    केराटिन ट्रीटमेंट के बाद स्कैल्प से एक्स्ट्रा सीबम निकलता है, जिससे बाल जल्दी ऑयली और ग्रीसी दिखने लगते हैं। वहीं कुछ लोगों की स्कैल्प ऑयली होती है जिससे उन्हें डैंड्रफ और पिंपल्स की समस्या भी बढ़ जाती है।

    बालों की क्वालिटी खराब होती है

    केराटिन ट्रीटमेंट के बाद बालों का ज्यादा ध्यान रखना पड़ता है। इसके लिए महंगे शैम्पू और कंडीशनर की जरूरत होती है। इसके साथ ही अगर आप इसे बार-बार करते हैं, तो बालों की क्वालिटी खराब हो जाती है।

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