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    Holi के रंग में भंग डाल सकते हैं केमिकल वाले कलर्स, इन तरीकों से चुनें अपने लिए नेचुरल रंग

    Holi का त्योहार अपने साथ ढेर सारे रंग लेकर आता है। रंगों के इस त्योहार को लोग एक-दूसरे को रंग लगाकर सेलिब्रेट करते हैं। लोग अक्सर होली के लिए नेचुरल कलर चूज करते हैं लेकिन मार्केट में मिलने वाले रंगों में से प्राकृतिक रंगों का चयन करना मुश्किल होता है। ऐसे में आप कुछ आसान से तरीकों की मदद से अपने लिए सुरक्षित रंग चुन सकते हैं।

    By Harshita Saxena Edited By: Harshita Saxena Updated: Fri, 22 Mar 2024 02:56 PM (IST)
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    ऐसे करें अपने लिए नेचुरल रंगों का चुनाव

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। रंगों का त्योहार होली (Holi 2024) बस आने ही वाला है। पूरे देश में इस त्योहार को बड़े उत्साह और धूमधाम से मनाया जाता है। हिंदू धर्म में दिवाली के बाद होली का त्योहार सबसे अहम माना जाता है। यह त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत का जश्न मनाता है और भगवान कृष्ण और राधा के अमर प्रेम का प्रतीक है। हर साल इस त्योहार को फाल्गुम मास की पूर्णिमा के दिन के मनाया जाता है। इसी क्रम में इस बार 25 मार्च को रंगों का त्योहार मनाया जाएगा।

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    देशभर में होली बड़े धूमधाम से मनाई जाती है। इस दिन लोग एक-दूसरे को रंग लगाकर इस दिन को सेलिब्रेट करते हैं। इसके अलावा इस त्योहार में विभिन्न व्यंजनों का लुत्फ उठाने को भी मिलता है। होली के मौके पर अक्सर लोग रंगों से रंगे नजर आते हैं। हालांकि, इन कलर्स में इस्तेमाल होने केमिकल्स अक्सर हमारी स्किन को नुकसान पहुंचाते हैं, जिसकी वजह से कुछ लोगों में त्वचा में जलन, मुंहासे और अन्य समस्याएं हो सकती हैं।

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    ऐसे में जरूरी है कि होली के लिए नेचुरल और हेल्दी कलर का ही चुनाव करें। बाजार में कई तरह के रंग उपलब्ध रहते हैं, जो हर्बल या नेचुरल कलर के नाम से बेचे जाते हैं। ऐसे में सही रंगों का चुनाव करना काफी मुश्किल हो जाता है। आज इस आर्टिकल हम आपको बताएंगे सुरक्षित और त्वचा के अनुकूल रंग चुनने के कुछ आसान टिप्स-

    पैकेजिंग की जांच करें

    बाजार में होली का कोई भी रंग खरीदने से पहले प्रोडक्ट की पैकेजिंग और ब्रांड की जांच जरूर कर लें। अगर आपको ऐसा लगता है कि पैकेजिंग के साथ छेड़छाड़ की गई है, तो इस तरह के रंगों को खरीदने से बचें।

    लेबल अच्छे से पढ़ें

    रंगों को खरीदने से पहले उसकी पैकेजिंग पर मौजूद लेबल को ध्यान से पढ़ें। लोग अक्सर बोल्ड टेक्स्ट पर ही ज्यादा ध्यान देते हैं, लेकिन यह कई बार भ्रामक भी हो सकते हैं। ऐसे में बिना किसी जल्दबाजी के पैकेज पर छोटे अक्षरों में छपी सामग्री, मेन्युफैक्चरिंग डेट, पैकेजिंग डेट और चेतावनी जरूर पढ़ें।

    स्किन और वाटर टेस्ट

    किसी भी रंग को खरीदने से पहले स्किन और वाटर टेस्ट करना जरूरी है। इसलिए अगर संभव हो तो स्किन और वाटर टेस्ट कराएं। प्राकृतिक रंग आपकी त्वचा पर कोई निशान छोड़े बिना पानी से आसानी से धुल जाते हैं। यह टेस्ट लेने के लिए थोड़ी मात्रा में रंग लें और उसे पानी में मिला लें, अगर वह पूरी तरह घुल जाए तो यह प्राकृतिक है।

    शाइनी पार्टिकल

    गुलाल जैसे प्राकृतिक रंग खरीदते समय उसके रंग को ठीक से देख लें। अगर आपको इसमें कोई चमकदार पार्टिकल नजर आता है, तो इसका मतलब है कि यह रंग प्राकृतिक नहीं हुआ और आपको ऐसे रंग खरीदने से बचना चाहिए।

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    Picture Courtesy: Freepik