बोटोक्स ट्रीटमेंट क्या है? जानिए यह स्किन को जवान बनाने में किस तरह फायदेमंद है
बोटॉक्ट ट्रीटमेंट को अक्सर 40 साल से ज्यादा उम्र की महिलाएं कराना पसंद करती है। उम्र बढ़ने के साथ चेहरे पर उम्र का असर दिखने लगता है उम्र के असर को कम करने के लिए महिलाएं बोटोक्स ट्रीटमेंट करा रही है।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। लड़कियों के लिए खूबसूरती बेहद मायने रखती है वो हर उम्र में जवान और खूबसूरत दिखना चाहती हैं। उन्हें अपने चेहरे पर बुढ़ापे की एक भी झुर्री दिखना अच्छा नहीं लगता। चेहरे को हमेशा जवान और खूबसूरत बनाने के लिए आजकल महिलाएं बोटॉक्ट ट्रीटमेंट करा रही हैं। हमारे देश में ही नहीं बल्कि अमेरिका और ब्रिटेन में भी इस ट्रीटमेंट की मांग लगातार बढ़ रही है। इस ट्रीटमेंट को अक्सर 40 साल से ज्यादा उम्र की महिलाएं कराना पसंद करती है। उम्र बढ़ने के साथ चेहरे पर उम्र का असर दिखने लगता है जिसे कम करने के लिए महिलाएं बोटॉक्स ट्रीटमेंट करा रही है। इस ट्रीटमेंट को कराने के बाद इसका तीन महीनों तक स्किन पर असर रहता है। आइए जानते हैं कि बोटॉक्ट ट्रीटमेंट क्या है और उससे स्किन को कौन-कौन से फायदे होते हैं।
बोटॉक्स ट्रीटमेंट किसे कहते है:
बोटोक्स एक दवा है, जो स्किन को जवां बनाए रखने में मदद करती है। चेहरे के जिस हिस्से में झुर्रियां होती हैं उस हिस्से में बॉटुलिनम इंजेक्शन के डोज दिए जाते हैं जिससे चेहरे की मांसपेशियों को आराम मिलता है। मांसपेशियों के सिकुड़ने से झुर्रियां बढ़ती हैं। यह ट्रीटमेंट झुर्रियों को कम करता है। इस पूरे प्रॉसेस को बोटॉक्स ट्रीटमेंट कहते हैं।
बोटोक्ट ट्रीटमेंट कराने के फायदे
एजिंग इफेक्ट कम करता है यह ट्रीटमेंट:
बोटोक्स असल में एक प्रोटीन डेरिवेटिव होता है जो स्किन के अंदर जाकर मसल्स को रिलैक्स करता है। ये एजिंग इफेक्ट्स को धीरे-धीरे करके पूरी तरह गायब कर देता है।
आंखों को ब्रॉड और ब्राइट बनाता है:
आप अपनी आंखों को ब्रॉड और ब्राइटर दिखाना चाहती हैं तो इस ट्रीटमेंट का सहारा ले सकती है। इस दवाई के सेवन से आपकी आंखें ब्रॉड दिखेंगी।
इस ट्रीटमेंट से होंठों को शेप दे सकते हैं:
अगर आप अपने होंठों को शेप देना चाहते हैं या फिर होंठों को हाइलाइट करना चाहते हैं तो बोटोक्स का सहारा ले सकते हैं।
बोटोक्ट ट्रीटमेंट कराते समय इन बातों का रखें ध्यान
बोटोक्ट ट्रीटमेंट करा रही हैं तो अपनी हेल्थ हिस्ट्री का ध्यान रखें। अगर आपको हाई ब्लड प्रेशर की परेशानी है या फिर हेपेटाइटिस या ब्लीडिंग से जुड़ी प्रॉब्लम है तो डॉक्टर की सलाह लेने के बाद ही इस ट्रीटमेंट को कराएं।