Haldi Ceremony: शादी से पहले क्यों होती है हल्दी लगाने की रस्म, जानें इसके पीछे के 10 कारण
Haldi Ceremony भारत में शादी से पहले कई रस्में की जाती हैं। जिसमें से एक बेहद अहम हल्दी की रस्म भी है। इस दिन दुल्हन और दुल्हे को हल्दी लगाई जाती है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इसके पीछ का कारण क्या है?
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Haldi Ceremony: शादियों का मौसम आ चुका है! तो ऐसे में आइए जानें इस दौरान होने वाली सबसे मज़ेदार और रौनक से भरी रस्म 'हल्दी' के बारे में। हल्दी को भारतीय परंपरा में बेहद शुभ माना गया है, इसलिए इस रस्म को शादी से पहले ज़रूर निभाया जाता है। जिसमें दुल्हे और दुल्हन को हल्दी का पेस्ट लगाया जाता है। हल्दी में तेल और पानी मिलाकर इस पेस्ट को तैयार किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि शादी से पहले हल्दी लगाने से जोड़े को नई ज़िंदगी के लिए आशीर्वाद मिलता है। साथ ही हल्दी में त्वचा पर निखार लाने और ग्लोइंग बनाने के गुण भी होते हैं।
तो आइए जानें कि शादी से पहले हल्दी सेरेमनी के 10 कारण क्या हैं?
#1. बुरी नज़र से बचने के लिए
ज्यादातर लोगों का मानना है कि हल्दी लगाने का कारण बुरी आत्माओं को दूल्हा और दुल्हन को प्रभावित करने से बचाना है। यही कारण है कि दूल्हा और दुल्हन को आमतौर पर हल्दी की रस्म के बाद शादी के मुहूर्त तक घर से बाहर निकलने की अनुमति नहीं होती है। कुछ परंपराओं में, उन पर एक पवित्र लाल धागा बांधा जाता है या बुरी नज़र से बचाने के लिए कुछ छोटे ताबीज़ और अन्य सामान दिए जाते हैं।
#2. हल्दी का रंग शुभ माना जाता है
भारतीय परंपरा में हल्दी का पीला रंग बेहद शुभ माना जाता है। हल्दी की शुभता और इसका रंग जोड़े के जीवन में समृद्धि लाता है, जो एक साथ अपना नया जीवन शुरू कर रहे हैं। यही वजह है कि कई संस्कृतियों में, दूल्हा और दुल्हन अपनी शादी के दिन भी पीले रंग के कपड़े पहनते हैं।
#3. निखार के लिए हल्दी
पुराने ज़माने में जब ब्यूटी ट्रीटमेंट्स और पार्लर उपलब्ध नहीं थे, उस वक्त खूबसूरत त्वचा के लिए प्राकृतिक नस्खों का इस्तेमाल किया जाता था, ताकि शादी के दिन दुल्हा और दुल्हन के चेहरे पर निखार दिखे। हल्दी त्वचा का रंग निखार कर ग्लो लाने का काम करती है।
#4. एंटीसेप्टिक है हल्दी
क्योंकि हल्दी में औषधीय गुण पाए जाते हैं, जिनमें से एक एंटीसेप्टिक भी है। इसको लगाने से दुल्हा और दुल्हन की त्वचा शादी के लिए बेदाग रहेगी।
#5. शरीर की शुद्धी के लिए हल्दी
भारतीय परंपरा में हल्दी का महत्व बड़ा है, क्योंकि यह शरीर को शुद्ध कर इसे साफ करती है। इसे कारगर एक्सफोलिएंटिंग एजेंट भी माना जाता है। हल्दी सेरेमनी के बाद जब नहाया जाता है, तो इससे डेड सेल्स निकल जाते हैं और स्किन डिटॉक्स हो जाती है।
#6. शादी से पहले के घबराहट को दूर भगाती है हल्दी
स्किन और शरीर की सफाई, खूबसूरत और डिटॉक्स के अलावा, हल्दी शादी से पहले होने वाली घबराहट को भी दूर करती है। करक्यूमिन, एक एंटीऑक्सिडेंट जो हल्दी में मौजूद होता है, एक हल्के एंटी-डिप्रेसेंट और सिरदर्द के लिए एक प्राकृतिक उपचार के रूप में भी काम करने के लिए जाना जाता है।
#7. शादी के लिए तैयारी का प्रतीक है हल्दी
हल्दी, शादी की तैयारियों का प्रतीक भी होता है। इस सेरेमनी का मतलब ही यह होता है कि दुल्हा और दुल्हन शादी के लिए तैयार हैं। सिर्फ इतना ही नहीं हल्दी उन्हें रिलेक्स करने में भी मदद करती है।
#8. हल्दी का पीला रंग नई शुरुआत का भी प्रतीक है
जैसा कि आप जानते होंगे कि पीला रंग वसंत, खुशी और नई शुरुआत से जुड़ा है। हिंदू शादी की रस्मों में लाल के बाद पीला दूसरा सबसे शुभ रंग है। हल्दी लगाने के पीछे एक कारण यह भी है कि दूल्हा और दुल्हन शांति और समृद्धि को आमंत्रित करते हैं।
#9. हल्दी अविवाहित लोगों की शादी में मदद करती है
जी हां, यह बिल्कुल सही है! अगर आप भी जल्दी शादी करना चाह रहे हैं, तो हल्दी सेरेमनी के दौरान अपने चेहरे पर हल्दी लगवाएं। ऐसा माना जाता है कि जो दुल्हा-दुल्हन अपने अविवाहित भाई-बहनों या फिर दोस्तों पर हल्दी लगाते हैं, तो उनकी शादी भी जल्दी हो जाती है।
#10. आशीर्वाद का प्रतीक है हल्दी
जो महिलाएं इस रस्म में शामिल होती हैं, या जो हल्दी लगाती हैं, वे होने वाले दूल्हे और दुल्हन को ढेर सारी खुशियों का आशीर्वाद देती हैं।