दुनिया का पहला महायुद्ध: याद आई कुर्बानी
दोस्तो, प्रथम विश्वयुद्ध की शुरुआत 100 साल पहले 1914 में ही हुई थी। इस युद्ध में 70 हजार भारतीय सैनिकों ने अपनी कुर्बानी देकर ब्रिटेन को ऐतिहासिक जीत का तोहफा दिया था। यह युद्ध जल, थल और नभ तीनों क्षेत्रों में लड़ा गया था और इसमें करीब 90 लाख से अधिक लोग मारे गए थे। आओ जानें इस य

दोस्तो, प्रथम विश्वयुद्ध की शुरुआत 100 साल पहले 1914 में ही हुई थी। इस युद्ध में 70 हजार भारतीय सैनिकों ने अपनी कुर्बानी देकर ब्रिटेन को ऐतिहासिक जीत का तोहफा दिया था। यह युद्ध जल, थल और नभ तीनों क्षेत्रों में लड़ा गया था और इसमें करीब 90 लाख से अधिक लोग मारे गए थे। आओ जानें इस युद्ध के पीछे की कहानी..
क्यों हुआ था प्रथम विश्वयुद्ध?
प्रथम विश्वयुद्ध के बारे में कहा जाता है कि इसका तात्कालिक कारण बोस्निया की राजधानी सरायेवो में ऑस्ट्रिया सम्राट के उत्तराधिकारी आर्कड्यूक फ्रेंज फíडनेंड की हत्या थी। इसी घटना के बाद गुस्साए ऑस्ट्रियाई ने बोस्निया पर हमला कर दिया। इसके बाद पहले से ही दो गुटों में बंटी दुनिया एक-दूसरे के पाले में आती गई और यह विश्वयुद्ध का रूप लेता चला गया। विश्वयुद्ध की शुरुआत 28 जुलाई, 1914 को हुई थी और यह 11 नवंबर, 1918 तक चला।
विश्वयुद्ध में भारत
-1914 में ब्रिटिश नियंत्रण वाली भारतीय सेना दुनिया में सबसे बड़ी स्वयंसेवी सेना थी, जिसकी कुल क्षमता 2 लाख 40 हजार लोगों की थी। नंवबर 1918 तक इसमें 548,311 लोग शामिल हो गए थे।
-13 लाख भारतीय सैनिकों ने प्रथम विश्वयुद्ध में हिस्सा लिया था, जिसमें 62 हजार सैनिक मारे गए थे और 67 हजार के करीब घायल हो गए थे। युद्ध के दौरान कुल मिलाकर 74,187 भारतीय सैनिकों की मौत हुई थी।
-1,70,000 जानवरों के अलावा 37 लाख टन अनाज भारत की तरफ से युद्ध में भेजा गया।
-प्रथम विश्वयुद्ध में ब्रिटेन के अधीन भारतीय सेना ने जर्मन साम्राज्य, मिस्र, गैलीपोली, मेसोपोटामिया आदि क्षेत्रों में लड़ाइयां लड़ी थीं।
-7 इंडियन एक्सपेडिशनरी फोर्स को प्रथम विश्वयुद्ध के दौरान विदेश भेजा गया था।
-खुदादाद खान विक्टोरिया क्रॉस से सम्मानित होने वाले पहले भारतीय थे। वे कनॉट्स ओन बलूचीज के 129वें ड्यूक थे।
-1931 में इंडिया गेट (नई दिल्ली) का निर्माण हुआ, जो उन भारतीय सैनिकों के प्रति श्रद्धांजलि है, जो प्रथम विश्व युद्ध में लड़ते हुए शहीद हो गए थे।
महायुद्ध की खास बातें..
-4 वर्र्षो तक चला था प्रथम विश्वयुद्ध। 37 देशों ने इसमें हिस्सा लिया था।
-2 हिस्सों में बंट गई थी दुनिया। धुरी राष्ट्र यानी सेंट्रल पावर का नेतृत्व जर्मनी ने किया था, जिसमें ऑस्ट्रिया, हंगरी, इटली, बुल्गारिया आदि देशों ने हिस्सा लिया। वहीं मित्र राष्ट्र यानी अलाइड फोर्सेज की ओर से इंग्लैंड, फ्रांस, रूस, अमेरिका, जापान आदि देश थे।
-11 नवंबर, 1918 को हुई थी प्रथम विश्वयुद्ध की समाप्ति। युद्ध में जर्मनी की हुई थी हार।
-7 करोड़ सैनिकों ने प्रथम विश्वयुद्ध में लिया था हिस्सा। यूरोप, एशिया और अफ्रीका तीन महाद्वीपों और जल, थल और आकाश, इन सभी क्षेत्रों में लड़ा गया था यह महायुद्ध। इसमें करीब 90 लाख लोग मारे गए थे ।
पशु-पक्षियों का योगदान
-100000 कबूतर मैसेंजर के तौर पर इस्तेमाल हुए थे इस युद्ध के दौरान।
-युद्ध के दौरान डॉबरमैन पिंसचर्स और जर्मन शैफर्ड सबसे पॉपुलर डॉग थे।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।