डाटा इंटरप्रिटेशन: करें डे टू डे प्रिपरेशन
डाटा इंटरप्रिटेशन (डीआई) के प्रश्न चुनौतिपूर्ण जरूर होते हैं, लेकिन यदि स्ट्रेटेजी बनाकर इन्हें सॉल्व किया जाए तो कामयाबी मिलने के चांसेज बढ़ जाते हैं। आईआईएम से कॉल पाने के लिए इसमें किस तरह की स्ट्रेटेजी है जरूरी..

कैट के पहले सेक्शन में डाटा इंटरप्रिटेशन के 10 सवाल हो सकते हैं। इन 10 प्रश्नों पर कमांड, आपको आईआईएम से कॉल पाने में काफी महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं। प्रश्न चुनौतीपूर्ण होने के कारण सवालों के लिए कैलकुलेशन करने की आदत अपने स्वभाव में लाना होगा साथ ही इनके प्रश्नों का खूब अभ्यास करना होगा। अभ्यास, अभ्यास और अभ्यास डाटा इंटरप्रिटेशन में अधिक अंक अर्जित करने का बेस्ट फार्मूला है।
डाटा इंटरप्रिटेशन
कै ट के पिछले वर्षो का यदि विश्लेषण किया जाए तो डाटा इंटरप्रिटेशन में पाई-चार्ट, गेम्स व टूर्नामेंट, रीजनिंग आधारित, टेबल, स्टैक्ड बार, 3डी चार्ट, नेटवर्क, बार चार्ट, मैक्सिमा व मिनिमा से प्रश्न पूछे गए थे। इस बार भी ऐसा वेटेज मिलने की संभावना है। इसलिए प्रश्नों की कम्प्यूटर आधारित खूब प्रैक्टिस करें। डाटा इंटरप्रिटेशन के प्रश्न बार डायग्राम, पाई चार्ट्स, लाइन ग्राफ एवं टेबुलेशन पर आधारित हो सकते हैं।
रोल ऑफ रीजनिंग बेस्ड क्वैश्चन
डाटा इंटरप्रिटेशन में रीजनिंग बेस्ड सवालों को कतई हल्के में न लें, नहीं तो पछताना पड सकता है। पिछली कैट परीक्षाओं में ऐसे बहुत से प्रश्न आए थे जिसमें पजल, वेन डायाग्राम व क्यूब तथा डिडक्शन व लॉजिकल कनैक्टिव से रिलेटेड सवाल थे। जिस क्षेत्र में सबसे ज्यादा अभ्यास की आवश्यकता होती है और जो काफी पेचीदा साबित होता है वह है क्यूब। क्योंकि विद्यार्थियों को अपने दिमाग में त्रिआयामी क्यूब की कल्पना करनी होती है और फिर सवाल हल करना होता है।
हाउ टू मेक प्रिपरेशन
डीआई में नेचर को भलीभांति समझने का प्रयास करें। डेटा इंटरप्रिटेशन में बार डाइग्राम, पाई चार्ट्स, लाइन ग्राफ एवं टेबुलेशन में एक से अधिक प्रकारों का प्रयोग करते हुए डेटा प्रेजेंट किया जाता है। उसी आधार पर प्रश्नों को सॉल्व करना चाहिए। डीआई के क्वैश्चन को जब तक आप समझेंगे नहीं, तब तक सॉल्व नहीं कर सकते हैं। यदि इनके प्रश्नों को दो भागों में डिवाइड कर सॉल्व करने का प्रयास करेंगे तो बेस्ट रहेगा। पहले आप चार्ट्स, टेबल्स, ग्राफ से संबंधित प्रश्न सॉल्व करें फिर एनालिटिकल रीजनिंग से संबंधित प्रश्नों को हल करने का प्रयास करना चाहिए। 1 से 20 तक टेबल्स, 1 से 30 की संख्याओं का स्क्वॉयर, 1 से 30 तक का क्यूब, 1 से 30 तक वर्ग मूल और घनमूल को कंठस्थ कर फिर इनके आधार पर अप्रॉक्स कैलकुलेशन करने की निरंतर प्रैक्टिस करें। टेबल्स के प्रश्नों को सॉल्व करते वक्त दिए गए डेटा के इंटरलिंक को समझने का प्रयास करना चाहिए। ऐसा करने से ग्रोथ वैल्यू और परसेंटेज निकालने में आसानी होती है।
स्ट्रेटेजी ऑफ मॉक कैट टेस्ट
डीआई में जितना संभव हो, मॉक कैट टेस्ट हल करने का प्रयास करें। बिना समय सीमा की चिंता किए उन सवालों के उत्तर देखें, जो आप सॉल्व नहीं कर पाए हैं और कारण जानने का प्रयास करें कि आप उसे क्यों हल नहीं कर पाए। जब आप ऐसा करेंगे तो आपके सामने दो प्रकार की समस्यएं आएंगी, पहली गति की समस्या और सटीकता की समस्या। अगर गति एक समस्या है तो ज्यादा से ज्यादा अभ्यास करें और अगर सटीकता की समस्या है तो अपने बेसिक्स पर दोबारा मेहनत करें। अगर आप इन अभ्यासों को करेंगे तो कैट डाटा इंटरप्रिटेशन के सेक्शन में निश्चित बेहतर करेंगे।
महत्वपूर्ण प्वाइंट
- डीआई के नेचर को समझें फिर दें जवाब।
- टेबुलेशन आधारित प्रश्न सॉल्व करते वक्त दिए गए डेटा का इंटरलिंक समझें।
- दिए गए ग्राफिक में छोटे से छोटे बिन्दुओं पर गौर करें।
- डेटा को समझे बगैर कतई उत्तर देने का प्रयास न करें।
- डीआई के कैलकुलेशन पर विशेष ध्यान दें।
- उत्तर स्वयं के जीके के आधार पर न देकर प्रश्न में दी गई सूचना के आधार पर दें।
- डीआई में अभ्यास ही सफलता की कुंजी है।
- मॉक टेस्ट सफलता के लिए बेहतर विकल्प।
डॉ. योगेश
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