संतुलित आहार होम साइंस का करार
सूचनाक्रांति के इस दौर में घर से लेकर गृहणियों तक में बदलाव आया है। अब न तो पुराने समय के अनुसार घर रहे और न ही गृहणी। घर में कला और विज्ञान दोनों का मिला-जुला रूप होता है। घर में साइंस और कला को समझना ही होम साइंस है। इसमें किस तरह के हैं कोर्स और भविष्य में क्या हैं संभावनाएं..

होम साइंस एक ऐसा विषय है जिसमें फिजियोलॉजी, साइकोलॉजी, केमिस्ट्री, फिजिक्स, चाइल्ड डेवलपमेंट, कम्यूनिटी लिविंग, रूरल डेवलपमेंट, न्यूट्रीशियन, भोजन, कपडे और उनकी डिजाइनिंग तथा घर का मैनेजमेंट शामिल है। कॅरियर की दृष्टि से महिलाओं के लिए इस विज्ञान में अपार संभावनाएं हैं। वर्तमान में कंटेपरेरी आर्ट, आधुनिक हाउसकीपिंग और घर की साज-सज्जा में भविष्य ब्राइट है। होम साइंस को कॅरियर चुनने से पहले स्टूडेंट स्वयं आकलन कर लें कि उसकी सामाजिक और पारिवारिक अपेक्षाएं क्या हैं, वह कितना दृढ प्रतिज्ञ है और कितना परिश्रमी है। इसे परखने के बाद यदि होम साइंस का अध्ययन करता है तो सफलता के चांसेज बढ जाते हैं।
क्यों पढें होम साइंस
होम साइंस विज्ञान भी है और कला भी। इसमें कई विषयों का समागम होने के कारण इसका क्रेज दिन-प्रतिदिन बढ रहा है। इसमें चाइल्ड डेवलपमेंट, फैमली रिलेशन, कम्यूनिटी लिविंग, भोजन व्यवस्था, न्यूट्रीशन और घर का मैनेजमेंट आदि ऐसे सब्जेक्ट का अध्ययन जुडा है, जो परिवार और देश को उन्नतशील बनाने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। यदि इसे कॅरियर के रूप में देखा जाए तो यह सब्जेक्ट आधुनिक महिलाओं के लिए चोटी का सम्मान दिलाने वाला है। होम साइंस के प्रोफेशनल्स की डिमांड इतनी ज्यादा है कि उस पर बेरोजगारी जैसे शब्द का प्रयोग बेमानी लगता है।
महत्वपूर्ण स्किल्स
मनोवैज्ञानिक दृष्टि
प्रबंधन पर पकड
संवाद कला में निपुण
रचनात्मकता और सौंदर्य बोध
घरेलू कार्यो के प्रति स्वभाविक रुझान
बेहतर प्लानर
कौन से हैं कोर्स
B.Sc. Home Science
B.Sc. Home Science (Hons)
B.Sc. Child Development and Family relations
M.Sc. Home Science
M.Sc. Home Science Education and Extension
M.Sc. Human Development and Family Studies
M.Sc. Resource Management and Consumer Service
Post Graduate Diploma in
Home Science
Ph.D. Home Science
Ph.D. Child Development
Ph.D. Human Development and Family Studies
एजुकेशनल क्वालिफिकेशन
होम साइंस विषय के साथ या फिर साइंस स्ट्रीम से बारहवीं करने के बाद ग्रेजुएशन किया जा सकता है। ग्रेजुएशन करने के बाद पोस्टग्रेजुएशन और पोस्टग्रेजुएशन के बाद पीएचडी कर सकते हैं। इसमें सर्टिफिकेट एवं डिप्लोमा कोर्स भी किए जा सकते हैं। इसमें प्रवेश का प्रत्येक विश्वविद्यालय एवं संस्थान का अलग-अलग मानक है।
कॅरियर ऑप्शन
होमसाइंस एवं इससे रिलेटेड कोर्स करने वाले स्टूडेंट शिक्षण, प्रोडक्शन इंडस्ट्री में विशेषकर फूड विशेषज्ञ, कुकिंग, कैटरिंग डिपार्टमेंट, ड्रेस मेकिंग, हाउस कीपिंग, पर्यटन आदि में आसानी से जॉब्स तलाश कर सकते हैं। इसके अलावा एजुकेशन (रिसर्च एवं फूड साइंटिस्ट) तथा मार्केटिंग डिपार्टमेंट में नौकरी के अवसर उपलब्ध हैं। इस फील्ड में सरकारी नौकरी के बजाय गैर सरकारी नौकरियों के अवसर बेशुमार हैं।
होम साइंस की पांच शाखाएं
होम साइंस यानि गृह विज्ञान में पांच शाखाएं हैं, जिसमें विशेषज्ञता हासिल कर सपने को साकार किया जा सकता है। इस सब्जेक्ट में ह्यूमन डेवलपमेंट, कम्यूनिकेशन, फूड एंड न्यूट्रीशन, रिसोर्स मैनेजमेंट तथा फैब्रिक एंड अपैरल साइंस के संबंध में शिक्षा दी जाती है। फूड एंड न्यूट्रीशन में भोजन के आवश्यक तत्व के बारे में जानकारी देने के साथ डाइट प्लानिंग, हर उम्र की डाइट काउंसलिंग, मिलावटी सामान की जांच, खाने की क्वालिटी और मात्रा का मानकीकरण, पाकशाला संबंधी जानकारी, खाने को सडने से बचाने के तरीके तथा स्वास्थ्य जागरुकता के बारे में डीप जानकारी दी जाती है। ह्यूमन डेवलपमेंट में मनुष्य की बढती उम्र और उसके व्यवहार के संबंध में पढाया जाता है। रिसोर्स मैनेजमेंट में ऊर्जा संसाधन का मैनेजमेंट, घर या ऑफिस की प्लानिंग, उपभोकता संबंधी जानकारी तथा डिजाइनिंग आदि के बारे में जानकारी उपल्ब्ध कराई जाती है। इसी प्रकार अपैरल साइंस में फाइबर से फैब्रिक बनने तक की पूरी जानकारी दी जाती है। इसके साथ इसमें कपडे की प्रिंटिंग, ड्राइंग बनाने की कला बताई जाती है।
कहां से करें कोर्स
दिल्ली यूनिवर्सिटी, दिल्ली
चंद्रशेखर आजाद यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चर एंड टेक्नोलॉजी, कानपुर
आगरा यूनिवर्सिटी, आगरा
गोविन्द बल्लभ पंत यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चर एंड टेक्नोलॉजी, नैनीताल
हरियाणा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी हिसार
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय, पालमपुर हिमाचल प्रदेश
लेडी इर्विन कालेज नई दिल्ली
नरेन्द्र देव यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चर एंड टेक्नोलोजी फैजाबाद
पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी लुधियाना
इलाहाबाद यूनिवर्सिटी, इलाहाबाद
पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ
हर गृहिणी हो होमसाइंस की जानकार
होम साइंस गृहणियों के लिए वरदान है। इस फील्ड से एजुकेटेड बेहतर प्लानर होने के कारण घर को व्यवस्थित चलाने के साथ परिवार को स्वस्थ्य रखने में अहम भूमिका निभाती है। कॅरियर की दृष्टि से यह फील्ड हर दृष्टि से महत्वपूर्ण है। इसके जानकार रिसर्च एवं फूड साइंटिस्ट, शिक्षक आदि सरकारी एवं गैरसरकारी संस्थानों में जॉब्स कर भविष्य की इबारत लिख सकते हैं।
डॉ. मिथिलेश वर्मा
असिस्टेंट प्रोफेसर डिपार्टमेंट ऑफ होम साइंस,सीएसए, कानपुर
डॉ. योगेश
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