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    जोश ब्लॉग

    By Babita kashyapEdited By:
    Updated: Wed, 01 Apr 2015 01:09 PM (IST)

    जोश प्लस सबसे अच्छी मैगजीन है। मैं इसका कोई भी अंक मिस नहीं करता। इसे पढ़कर मन में उमंग जाग उठती है। 1 रुपये में बहुत कुछ सीखने को मिलता है। इसके लिए जोश टीम को बहुत-बहुत धन्यवाद। ऐसे ही बढिय़ा प्रकाशन करते रहें।

    अमूल्य मैगजीन

    अंशुल कुमार दीक्षित

    जोश प्लस सबसे अच्छी मैगजीन है। मैं इसका कोई भी अंक मिस नहीं करता। इसे पढ़कर मन में उमंग जाग उठती है। 1 रुपये में बहुत कुछ सीखने को मिलता है। इसके लिए जोश टीम को बहुत-बहुत धन्यवाद। ऐसे ही बढिय़ा प्रकाशन करते रहें।

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    जोश प्लस ज्ञान गंगा

    दीप्ति कुमारी

    जोश प्लस हम छात्र-छात्राओं के लिए ज्ञान की गंगा है। यह हम लोगों के लिए करियर मेकर है। संपादकीय में बहुत पते की बात लिखी गई है कि अभिभावक अपने बच्चों को उनकी रुचि के अनुसार करियर सलेक्ट करने दें। इससे सभी अभिभावकों को नई राह मिलेगी।

    जीवनसाथी जोश प्लस

    देवेंद्र कुमार शाक्य

    जोश प्लस सबसे पहले मैंने 24 दिसंबर 2014 को पढ़ा। उस दिन के बाद जैसे यह मेरा जीवनसाथी बन गया। कभी इसका कोई अंक मिस नहींकरता हूं। मैं सभी युवा साथियों से यही अनुरोध करता हूं कि केवल 1 रुपये में मिलने वाली इतनी अच्छी मैगजीन जरूर पढ़ें।

    पॉजिटिव एनर्जी मिलती है

    हरीश जोशी

    जोश प्लस एक बेहतरीन मैगजीन है, जो हम स्टूडेंट्स की लाइफ को नयी दिशा में ले जाती है। इसका हर कॉलम पढ़कर ढेर सारी ज्ञानवद्र्धक और रोचक जानकारियां मिलती हैं। सक्सेस मंत्रा, गुरुकूल और सीईओ टॉक से पॉजिटिव एनर्जी मिलती है, जो हमें आगे बढऩे को प्रेरित करती है।

    सीखने को बहुत कुछ

    आरती

    जोश प्लस में कवर स्टोरी और सक्सेस मंत्रा पढ़कर मुझे बहुत कुछ सीखने को मिलता है। अभी मैं बहुत छोटी हूं, लेकिन यह मैगजीन पढ़कर धीरे-धीरे दुनिया के बारे में थोड़ी-बहुत जानकारी होने लगी है, जो स्कूल में नहीं सिखाई जाती है।

    हर बार कुछ नया

    सपना रावत

    जब मैंने पहली बार जोश प्लस पढ़ा, तो मुझे यह मैगजीन बहुत ही अच्छी लगी। कई और अंक पढ़े, तो और भी अच्छी लगी। इंजीनियरिंग के जीनियस वाली कवर स्टोरी बेहद लाजवाब थी। इसके अलावा, दूसरी स्टोरीज भी जबर्दस्त होती हैं। जोश टीम का बहुत आभार।

    क्या एजुकेशन लोन के लिए ब्याज दर बहुत कम रखी जानी चाहिए?

    मैं एजुकेशन लोन लेकर ही बीटेक कर रहा हूं। मेरे अनुसार इसकी ब्याज दर कम होनी चाहिए। अभी 12.75 परसेंट के करीब है, जो काफी ज्यादा है। इसकी वजह से कई स्टूडेंट्स आगे की पढ़ाई पूरी नहींकर

    पाते हैं।

    आशीष अग्रवाल

    एजुकेशन लोन स्टूडेंट्स अपना फ्यूचर बनाने के लिए लेते हैं। ऐसे में गरीब स्टूडेंट्स से ब्याज लेना गलत है। बैंक अगर कम से कम ब्याज पर एजुकेशन लोन देंगे, तो सभी स्टूडेंट बिना किसी परेशानी के अपनी पढ़ाई पूरी कर सकेेंगे।

    चंदन कुमार चौधरी

    एजुकेशन लोन के लिए ब्याज दर बहुत कम होनी चाहिए। स्टूडेंट्स को यह रकम पढ़ाई पूरी होने के बाद चुकानी होती है। जॉब की शुरुआत में सैलरी काफी कम होती है। इस वजह से स्टूडेंट करियर शुरू करते ही लोन तलेे दब जाता है।

    पुनीत अरोड़ा

    गरीब स्टूडेंट्स के लिए तो एजुकेशन लोन बिना ब्याज के ही देना चाहिए। इसके लिए सभी बैंकों को मिलकर पहल करनी चाहिए। तभी गरीब से गरीब स्टूडेंट भी पैसे की कमी की वजह से नहीं पिछड़ेगा। इससे गरीब छात्रों को बहुत सपोर्ट मिलेगा।

    रवि

    कमेंट्स

    जोश प्लस बेस्ट टीचर है

    विजय सैनी

    कवर स्टोरी और स्टार्ट अप लाजवाब

    फादिला तसनीम

    काम में दम, दाम फिर भी कम

    विवेक कुमार

    गजब अंदाज है जोश प्लस का

    अंकित कुमार

    सफलता की कुंजी है जोश प्लस

    समरजीत सुमन

    नाकामयाब लोग सिर्फ एक रुपये में कामयाबी पा सकते हैं।

    अमृत राज

    जोश प्लस छोटे पैकेट में बड़ा धमाका है, स्पेशली टच एन गो।

    वारिस अंजुम

    टच एन गो कॉलम से हम नई दुनिया में जीना सीखते हैं।

    अमन वर्मा

    कवर स्टोरी और स्टार्ट अप कॉलम इस बार जबर्दस्त थे।

    विरंचि गुप्ता

    रीडर्स फोरम

    क्या विश्वविद्यालयों में परीक्षा की अवधि तीन की जगह दो घंटे कर देनी चाहिए?

    60 शब्दों में अपनी राय दें:

    मेल करें josh@jagran.com

    या डाक से भेजें

    जोश प्लस, दैनिक जागरण,

    डी-210-211, सेक्टर-63, नोएडा (यूपी)-201301

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