Chaibasa Murder Case: पांच अपराधियों ने मिलकर की थी सुमित की हत्या, खून के धब्बे लगी शर्ट पुलिस ने की बरामद
चाईबासा के छोटा नीमडीह में सुमित सिंह यादव नामक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने इस मामले में अभिजीत अधिकारी और सौरभ राज को गिरफ्तार किया है। मृतक के पिता ने दोनों पर हत्या का आरोप लगाया था। पुलिस जांच में पता चला कि पुरानी रंजिश के चलते हत्या की गई। पुलिस ने अभिजीत की निशानदेही पर खून से सनी शर्ट भी बरामद की है।

जागरण संवाददाता, चाईबासा। शहर के छोटा नीमडीह मोहल्ले में युवक को घर से बाहर बुलाकर सिर में गोली मारकर की गयी हत्या में पांच लोग शामिल थे।
इस गोलीकांड से जुड़े दो युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इनके नाम 28 वर्षीय अभिजीत अधिकारी और 20 वर्षीय सौरभ राज उर्फ विक्टर हैं। अभिजीत छोटा नीमडीह का ही रहने वाला है। कुछ समय से वह दुम्बीसाई स्थित यमुना निवास में पुत्कर देवगम के घर में किरायेदार के रूप में रह रहा है।
दूसरा आरोपित सौरभ राज उर्फ विक्टर न्यू कॉलोनी टुंगरी में नेहरू चौक के पास रहता है। मृतक सुमित सिंह यादव के पिता राज कुमार सिंह ने ही पुलिस को जानकारी दी थी कि अभिजीत और सौरभ ही उनके बेटे को घर से बुलाकर ले गये जिसके बाद बेटे की गोली मारकर हत्या कर दी गयी।
दोनों के विरुद्ध सदर थाने में नामजद प्राथमिकी की गयी थी। सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी बहामन टुटूी ने रविवार को यहां पत्रकारों को बताया कि सुमित की हत्या 13 जुलाई को रात में लगभग 9:45 बजे गोली मारकर कर दी गयी थी।
मृतक सुमित के पिता राजकुमार सिंह यादव के बयान में प्राथमिकी दर्ज करते हुए अनुसंधान के लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया था। इसमें सदर थाना प्रभारी तरुण कुमार और मुफस्सिल थाना प्रभारी चंद्रशेखर समेत अन्य पुलिस पदाधिकारियों को शामिल किया गया।
घटनास्थल एवं उसके आसपास के सीसीटीवी के अवलोकन, तकनीकी अनुसंधान और आसपास के लोगों से पूछताछ के क्रम में पांच अपराधियों का नाम सामने आया। पांच में से दो अपराधी अभिजीत अधिकारी व सौरभ राज को गिरफ्तार किया गया है।
दोनों ने स्वीकारी घटना
दोनों ने घटना में शामिल होने की बात स्वीकारी है। घटना का कारण अभियुक्तों एवं मृतक के बीच पूर्व की रंजिश है। अभिजीत की निशानदेही पर पुलिस ने खून से सनी एक शर्ट बरामद की है जिसे अभिजीत ने हत्या के समय पहना था। शर्ट पर सुमित सिंह यादव का खून लगा हुआ है।
तीन अभियुक्तों की खोजबीन की जा रही है। जांच प्रभावित न हो इसलिए फिलहाल उक्त तीनों की पहचान नहीं बतायी गयी है। फरार अभियुक्तों में ही हत्याकांड का मास्टरमाइंड भी शामिल है।
हत्या में प्रयोग हुआ हथियार अभी नहीं मिला है। अभिजीत व सौरभ का अपराधिक इतिहास कहीं दर्ज नहीं है। अभिजीत अधिकारी अनुकंपा पर रेलवे में हेल्पर था। 2-3 साल पहले नौकरी छोड़कर अपना काम कर रहा था।
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