Jharkhand News: टीबी मरीजों और उनके परिवार के लोगों की पहचान करने के लिए घर-घर जाएंगी सहिया
पश्चिमी सिंहभूम के जगन्नाथपुर में टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत स्वास्थ्य सहियाओं के लिए कार्यशाला आयोजित की गई। सहियाएं घर-घर जाकर टीबी लक्षण वाले रोगियों को चिह्नित करेंगी जिनमें पुराने टीबी रोगी शुगर के मरीज धूम्रपान करने वाले और अन्य जोखिम समूह शामिल हैं। दो सप्ताह से खांसी बलगम में खून वजन घटना जैसे लक्षण वाले लोगों की टीबी जांच कराई जाएगी।

संवाद सूत्र, जगन्नाथपुर। टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत पश्चिमी सिंहभूम जिला अंतर्गत सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र जगन्नाथपुर में बुधवार को प्रखंड में कार्यरत स्वास्थ्य सहियाओं की एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यशाला में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. जयंत कुमार एवं टीबी एसटीएस मिंटु गुप्ता ने बताया कि वैनरेबल ग्रुप की सहिया सदस्यों द्वारा 17 जुलाई से 31 दिसम्बर 2025 तक डोर टू डोर और घर-घर जाकर टीबी लक्षण से प्रभावित रोगियों को चिह्नित कराया जाएगा।
घर-घर जाएंगी सहिया
इस अभियान के तहत मुख्य रुप से जिस भी महिला, पुरुष या बच्चे को यदि 5 साल पहले टीबी हुआ था, जिनको 3 साल पहले टीबी हुआ था उनके घरवालों को चिह्नित करना है।
साथ ही जो शुगर का रोगी है, जो धूम्रपान करते हैं, जो शराब का सेवन करते हैं, जो 60 साल या उससे जायदा उम्र के हैं, जो एचआईवी रोगी हैं और जिसमे टीबी के लक्षण हैं, को भी इस अभियान में चिह्नित करना है।
इन लक्षणों वालों की होगी जांच
इसके साथ ही, यदि किसी को दो सप्ताह से खांसी हो रही है, बलगम के साथ खून आ रहा है, शरीर का वजन हर दिन घट रहा और जिन्हें रात को बुखार आता है, वैसे सभी लोगों को चिह्नित कर टीबी जांच कराया जाना है।
कार्यशाला में बताया गया कि प्रखंड के प्रत्येक गांव की सहिया घर-घर जा कर सभी वानरेबल ग्रुप की पहचान कर जांच करना सुनिश्चित करेगी।
इस अभियान को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जगन्नाथपुर के अधीन संचालित 25 उप स्वास्थ्य केंद्र की सभी एएनएम मानिटेरिंग करेगी। इस अवसर पर प्रखंड की सहिया, सहिया साथी, बीटीटी एवं अन्य उपस्थित थे।
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