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    ब्रजराजनगर के समीप कुर्ला एक्सप्रेस पर हुई पत्थरबाजी, टूटे शीशे; यात्रियों में फैली दहशत

    Updated: Sun, 22 Jun 2025 07:00 PM (IST)

    चक्रधरपुर रेल मंडल के ब्रजराजनगर स्टेशन के पास एलटीटी-शालीमार कुर्ला एक्सप्रेस (18029) पर पत्थरबाजी हुई, जिससे ट्रेन की खिड़की का शीशा टूट गया। हालांकि, इस घटना में कोई यात्री घायल नहीं हुआ। पिछले दो महीनों में यह इस तरह की कई घटनाओं में से एक है, जिससे रेल यात्री दहशत में हैं। 

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    ब्रजराजनगर के समीप कुर्ला एक्सप्रेस में हुई पत्थबाजी। (जागरण)

    जागरण संवाददाता, चक्रधरपुर। चक्रधरपुर रेल मंडल के अंतर्गत आने वाले ओडिशा के ब्रजराजनगर स्टेशन के समीप ट्रेन में पत्थरबाजी की घटना सामने आई है।

    इस बार एलटीटी मुंबई से शालीमार तक चलने वाली कुर्ला एक्सप्रेस ट्रेन नंबर 18029 एलटीटी-शालीमार कुर्ला एक्सप्रेस को अज्ञात असामाजिक तत्वों ने निशाना बनाया। जिससे कुर्ला एक्सप्रेस के कोच में लगी खिड़की का शीशा क्षतिग्रस्त हो गया।

    हालांकि, राहत की बात यह रही कि इस घटना में किसी यात्री को चोट नहीं आई। जानकारी के अनुसार रविवार की अहले सुबह करीबन ढाई बजे एलटीटी से शालीमार की तरफ जाने वाली ट्रेन संख्या 18029 एलटीटी-शालीमार कुर्ला एक्सप्रेस जब ब्रजराजनगर स्टेशन से गुजर रही थी। उस वक्त ही ट्रेन पर पत्थरबाजी की गई।

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    इस हमले में कुर्ला एक्सप्रेस के बी- 2 कोच के सीट नंबर 25 और 28 के पास मौजूद खिड़की में पत्थरबाजी हुई जिससे शीशा क्षतिग्रस्त हो गया। घटना के बाद ट्रेन में मौजूद टीटीआई ने घटना की सूचना रेलवे कंट्रोल को दी।

    जिसके बाद ट्रेन के झारसुगुडा स्टेशन पहुंचने पर रेल अधिकारियों ने उक्त कोच में पहुंचकर रेल यात्रियों से बात करने के साथ ही उनका हाल जाना। मालूम रहे कि दो माह के भीतर बिसरा, बंडामुंडा, राउरकेला, पानपोस, राजगांगपुर आदि जगहों पर चलती ट्रेनों में पत्थरबाजी की घटना घटी है।

    वहीं, दूसरी ओर आरपीएफ के जवान द्वारा लगातार जागरूक अभियान चलाने के बावजूद भी असामाजिक तत्व के लोग लगातार हावड़ा मुंबई मुख्य रेल मार्ग में आने वाले स्टेशन के समीप ही ट्रेनों में बेहिचक पत्थरबाजी कर रहें है। जिस कारण रेल यात्री काफी दहशत में है।

    लगातार हो रही इन घटनाओं से रेलवे सुरक्षा एजेंसियों के सामने नई चुनौती खड़ी हो गई है। अब तक न तो किसी आरोपी की गिरफ्तारी हुई है और न ही पत्थरबाजों की पहचान हो पाई है।