शहीद शेख भिखारी झारखंड की शान हैं : प्रो. नजरुल इस्लाम
झारखंड राज्य उर्दू शिक्षक संघ चक्रधरपुर अनुमंडल इकाई द्वारा स्वतंत्रता आंदोलन के शहीद दीवान शेख भिखारी एवं टिकैत उमराव सिंह का 163वां शहादत दिवस मनाया गया।

जागरण संवाददाता, चक्रधरपुर : झारखंड राज्य उर्दू शिक्षक संघ चक्रधरपुर अनुमंडल इकाई द्वारा स्वतंत्रता आंदोलन के शहीद दीवान शेख भिखारी एवं टिकैत उमराव सिंह का 163वां शहादत दिवस मनाया गया। इस अवसर पर संध्या तीन बजे से उर्दू टाउन प्राथमिक विद्यालय प्रांगण में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। जिसकी शुरूआत अनुमंडल सचिव अहमद जमाल ने कुरआन पाक की तिलावत से की। शहीदों की शान में मौन धारण किया गया और सामूहिक दुआ मांगी गई। मुख्य अतिथि जेएलएन कॉलेज के केमिस्ट्री विभागाध्यक्ष डा. प्रो नजरुल इस्लाम ने कहा कि नहीं होने से बेहतर कुछ होना होता है। इसलिए झारखंड की शान शेख भिखारी की शहादत दिवस मनाना अपने आप में एक सफलता है। अंग्रेजों के कारण संयुक्त भारत में सबसे अधिक नुकसान मुस्लिमों का ही हुआ है। मुगल शासन को बेदखल कर अंग्रेजों की हुकुमत बनी, जिससे सबसे अधिक नुकसान मुसलमानों का ही हुआ। अब भारत में मुस्लिम स्वतंत्रता सेनानियों को भुलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मुसलमानों की वर्तमान बदहाली का कारण मुस्लिम ही हैं, क्योंकि आज का मुसलमान शेरवानी, बिरयानी और अतरदानी में ही परेशान है। अपने अधिकार और खोई हुई पहचान को वापस पाने के लिए मेहनत करने की जरूरत है।
मुस्लिम सेट्रल अंजुमन के अध्यक्ष तजम्मुल हुसैन ने कहा कि नाहक और झूठी ताकतों के खिलाफ संघर्ष करते रहें। गलत के सामने कभी घुटने नहीं टेकें। अपने पूर्वजों की कुर्बानियों को कभी नहीं भूलें। अनुमंडल सचिव अंजुम फिरदौसी ने संचालन करते हुए कहा कि जंग-ए-आजादी में हजारों लोगों ने कुर्बानियां दी, जिनकी कीमत हम अदा ही नहीं कर सकते। उन्होंने शेख भिखारी और टिकैत उमराव सिंह की जीवनी से भी अवगत कराया। इस अवसर पर महफुजुर्रहमान, अयूब खान गौहर, मजहरुल हक शम्सी, बैरम खान, जावेद आलम, मौलाना मेराजुल हक, शाहिद अनवर आदि भी मौजूद रहे।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।