रिश्वतखोरी मामले में बड़ी कार्रवाई : 15 हजार रुपये रिश्वत लेते पकड़े जाने के मामले में RPF थाना प्रभारी Suspend
झारखंड के पश्चिम सिंहभूम में रिश्वतखोरी के एक मामले में बड़ी कार्रवाई हुई है। RPF थाना प्रभारी को 15 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया, जिसके बाद उ ...और पढ़ें

अरुण कुमार, आरपीएफ थाना प्रभारी।
जागरण संवाददाता, चक्रधरपुर। चक्रधरपुर रेल मंडल में भ्रष्टाचार के एक गंभीर मामले को लेकर रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई की है। फल बेचने वाली महिला से 15 हजार रुपये रिश्वत वसूली के मामले में बंडामुंडा आरपीएफ थाना के तत्कालीन प्रभारी अरुण कुमार को सस्पेंड कर दिया गया है।
यह कार्रवाई चक्रधरपुर रेल मंडल के सीनियर डीएससी पी. शंकर कुट्टी ने की है। निलंबन आदेश जारी करते हुए सीनियर डीएससी ने अरुण कुमार पर अनुशासनहीनता का आरोप लगाया है।
आदेश के अनुसार, निलंबन अवधि के दौरान अरुण कुमार को प्रतिदिन सुबह 10 बजे मंडल आरपीएफ रिजर्व कंपनी में अपनी उपस्थिति दर्ज करानी होगी। इसके साथ ही उन्हें बिना पूर्व अनुमति या सूचना के मुख्यालय से बाहर जाने की मनाही की गई है।
उल्लेखनीय है कि रिश्वतखोरी में संलिप्तता की आशंका सामने आने के बाद पहले ही अरुण कुमार को बंडामुंडा से हटाकर चक्रधरपुर रेल मंडल मुख्यालय में अटैच कर दिया गया था। इसके बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए अब उनके खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की गई है।
गौरतलब है कि 10 अक्टूबर को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने बंडामुंडा आरपीएफ पोस्ट में तैनात जवान मोहम्मद असरार को 15 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया था। यह कार्रवाई राउरकेला के बिसरा चौक स्थित एथलेटिक स्टेडियम के पास की गई थी।
आरोप है कि आरोपी जवान ने फल बेचने वाली महिला से अवैध रूप से रिश्वत की मांग की थी। इस गिरफ्तारी के बाद सीबीआई ने पूरे मामले की व्यापक जांच शुरू की, जिसमें तत्कालीन थाना प्रभारी अरुण कुमार की भूमिका की भी जांच की जा रही है। आरपीएफ प्रशासन का कहना है कि जांच पूरी होने के बाद आगे की कार्रवाई साक्ष्यों के आधार पर की जाएगी।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।