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    सीआरएस ने गोइलकेरा-पोसैता रेलखंड में की जाच, हरी झडी का इंतजार

    By JagranEdited By:
    Updated: Thu, 22 Nov 2018 08:25 PM (IST)

    गोइलकेरा : कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी केए मनोहरन ने गुरुवार को हावड़ा-मुंबई मुख्य रेलमार्ग में गोइलकेरा

    सीआरएस ने गोइलकेरा-पोसैता रेलखंड में की जाच, हरी झडी का इंतजार

    गोइलकेरा : कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी केए मनोहरन ने गुरुवार को हावड़ा-मुंबई मुख्य रेलमार्ग में गोइलकेरा से पोसैता के बीच बने थर्ड रेल लाइन की जाच की। सीआरएस ने निरीक्षण के दौरान जीएम नाला व कारो नदी पर बने ब्रिज, महादेवशाल सुरंग और स्टेशन का जायजा लिया। सुबह लगभग 10 बजे सीआरएस ने आरवीएनएल व रेल अधिकारियों के साथ पोसैता स्टेशन से गोइलकेरा की ओर जाच शुरू की। इस दौरान उन्होंने नए बने ट्रैक पर मोटर ट्रॉली में बैठकर जीएम नाला में बने ब्रिज पहुंचे। यहा ब्रिज की बारीकी से जाच की और अधिकारियों व इंजीनियरों से तकनीकी जानकारी ली। यहा से मोटर ट्रॉली से ही सीआरएस व अधिकारियों की टीम कारो ब्रिज पहुंची। करीब तीन घटे तक दोनों ब्रिज में रहकर उन्होंने बारीकी से निरीक्षण किया। दोनों ब्रिज की उंचाई अधिक होने के कारण गहन जाच की गई। सुरक्षा जाच के दौरान ट्रॉली रिफ्यूज को भी देखा। ब्रिज का निरीक्षण करने के बाद वे महादेवशाल सुरंग पहुंचे। सुरंग के भीतर उन्होंने कई तकनीकी पहलुओं पर अधिकारियों के साथ चर्चा की। वहीं निर्माण से जुड़ी जानकारिया भी ली। सीआरएस ने इसके बाद महादेवशाल स्टेशन पहुंचकर निरीक्षण किया। यहा स्टेशन मास्टर से ट्रेनों के मुवमेंट, लेबल क्रॉसिंग समेत कई मामलों पर पूछताछ कर जानकारी ली। यहा से मोटर ट्रॉली से रेलवे ट्रैक की जाच करते हुए गोइलकेरा पहुंचे।

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    थर्ड लाइन पूरा होते ही बढे़गी ट्रेनें : सीआरएस

    गोइलकेरा में पत्रकारों से बातचीत करते हुए सीआरएस केए मनोहरन ने कहा कि थर्ड रेल लाइन के पूरा होने के बाद ट्रेनों की सुविधाएं और बढ़ेंगी। अधिक ट्रेनों का परिचालन संभव हो सकेगा। मालगाड़ियों के साथ ही यात्री ट्रेनें भी बढें़गी। नए बने ट्रैक, टनल और ब्रिज की जाच की जा रही है। यात्रियों की सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है। तकनीकी मामलों में कई चीजों को नोट किया गया है। जिस पर चर्चा की जा रही है। सबकुछ सही पाए जाने के बाद ट्रेनों के परिचालन की हरी झडी दी जाएगी। सुरंग में किसी तरह की आपत्ति के सवाल पर उन्होंने कहा कि तकनीकी पहलुओं पर चर्चा की गई है। अभी तक सारी चीजें ठीक पाई गई हैं। मंदिर की भव्यता के अनुरूप बनाया गया स्टेशन : एडीआरएम

    अपर मंडल रेल प्रबंधक अनूप हेंब्रम ने निरीक्षण के बाद कहा कि महादेवशाल स्टेशन का निर्माण मंदिर की भव्यता को देखते हुए उसी के अनुरूप किया गया है। यह चक्रधरपुर रेल मंडल का पहला ऐसा स्टेशन है, जिसे मंदिर का स्वरूप दिया गया है। सावन के महीने में यहा लाखों लोग भक्ति भाव के साथ आते हैं। भक्तों की सुविधाओं को लेकर भी रेलवे द्वारा काफी कार्य किए गए हैं। आने वाले दिनों में सुविधाएं और बढें़गी। सीआरएस के पर्यवेक्षण और उनकी हरी झडी मिलने के बाद ही थर्ड रेल लाइन पर ट्रेनों का परिचालन शुरू होगा।

    सीआरएस ने मंदिर में की पूजा-अर्चना

    कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी केए मनोहरन ने अपने दौरे के क्रम में महादेवशाल स्टेशन में मत्था टेका। सीआरएस ने अधिकारियों के साथ भगवान भोलेनाथ की पूजा-अर्चना की। उनके साथ डीईएन सेंट्रल आशुतोष आनद, सीनियर डीओएम सत्यम प्रकाश, एडीइएन वेस्ट संतोष कुमार, डीईएन ब्रिज दीपक कुमार, रेल विकास निगम लिमिटेड के एक्जक्यूटिव डायरेक्टर राजेश प्रसाद, सीपीएम अमित कुमार, डीजीएम प्रोजेक्ट सुभाष बासु, त्रिवेणी इंजीकॉन्स के आनंद दोदराजका आदि मौजूद थे।