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खुशखबरी! झारखंड के इन रेलवे स्टेशनों को चमकाने की तैयारी, चुनावी साल में PM Modi देंगे हजार करोड़ की सौगात

पीएम मोदी के नये भारत के सपने को साकार करने की दिशा में भारतीय रेलवे आधुनिकीकरण की दिशा में तीव्र गति से आगे बढ़ रही है। इसके एक हिस्से के रूप में अमृत स्टेशन योजना के तहत देश भर में 1300 से अधिक रेलवे स्टेशनों को अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ पुनर्विकास किया जा रहा है। पुनर्विकसित अमृत स्टेशन शीर्ष स्तर की यात्री सुविधाएं और विश्व स्तरीय यात्रा अनुभव प्रदान करेंगे।

By Rupesh Kumar Edited By: Shashank Shekhar Sat, 24 Feb 2024 02:46 PM (IST)
खुशखबरी! झारखंड के इन रेलवे स्टेशनों को चमकाने की तैयारी, चुनावी साल में PM Modi देंगे हजार करोड़ की सौगात
खुशखबरी! झारखंड के इन रेलवे स्टेशनों को चमकाने की तैयारी, चुनावी साल में PM Modi देंगे हजार करोड़ की सौगात

जागरण संवाददाता, चक्रधरपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नये भारत के सपने को साकार करने की दिशा में भारतीय रेलवे आधुनिकीकरण की दिशा में तीव्र गति से आगे बढ़ रही है। इसके एक हिस्से के रूप में अमृत स्टेशन योजना के तहत देश भर में 1300 से अधिक रेलवे स्टेशनों को अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ पुनर्विकास किया जा रहा है। पुनर्विकसित अमृत स्टेशन शीर्ष स्तर की यात्री सुविधाएं और विश्व स्तरीय यात्रा अनुभव प्रदान करेंगे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 26 फरवरी को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अमृत स्टेशन योजना के तहत दक्षिण पूर्व रेलवे के 46 स्टेशनों का शिलान्यास करेंगे। प्रधान मंत्री दक्षिण पूर्व क्षेत्र में 108 रोड ओवरब्रिज और अंडरपास का उद्घाटन व शिलान्यास भी करेंगे।

बंगाल के 22 अमृत स्टेशनों की लागत 597.15 करोड़ रुपये

अमृत स्टेशन योजना के तहत पुनर्विकास किए जाने वाले पश्चिम बंगाल के 22 स्टेशन हैं, जिसमें आद्रा, बांकुरा, बिष्णुपुर, पुरुलिया, जॉयचंडी पहाड़, बर्नपुर, खड़गपुर, मेचेदा, तामलुक, झाड़ग्राम, बगनान, मिदनापुर, उलुबेरिया, अंदुल, पंसकुरा, हिजली, बेल्दा , दीघा, हल्दिया, सुइसा, तुलिन और झालिदा। इसके अलावा, पश्चिम बंगाल में 41 रोड ओवरब्रिज व अंडरपास की कुल अनुमानित लागत रु. 492.05 करोड़ रूपये है।

झारखंड के 18 अमृत स्टेशनों की लागत 578.95 करोड़ रुपये

अमृत स्टेशन योजना के तहत झारखंड के 18 स्टेशनों का पुनर्विकास किया जाना है, टाटानगर, चक्रधरपुर, गम्हरिया, सिनी, चाईबासा, डांगुवापोसी , बड़ाजामदा, बालसिरिंग, बानो, गंगाघाट, रामगढ़ कैंट, गोविंदपुर रोड, ओरगा, मुरी, सिल्ली, लोहरदगा, टाटीसिलवाई और नामकोम। इसके अलावा, झारखंड में 44 रोड ओवरब्रिज व अंडरपास की कुल अनुमानित लागत 546.01 करोड़ रुपये है।

ओडिशा के 6 अमृत स्टेशनों की लागत 240.82 करोड़ रुपये

अमृत स्टेशन योजना के तहत पुनर्विकास किए जाने वाले ओडिशा के 6 स्टेशन हैं, बिमलागढ़, जारोली, रायरंगपुर, पानपोष, बालेश्वर और बेतनोती। इसके अलावा, ओडिशा में 23 रोड ओवरब्रिज व अंडरपास की कुल अनुमानित लागत 192.41 करोड़ रुपये है।

शहर के दोनों किनारों के उचित एकीकरण के साथ इन स्टेशनों को सिटी सेंटर के रूप में विकसित करने के लिए मास्टर प्लान तैयार किए जा रहे है। यह एकीकृत दृष्टिकोण रेलवे स्टेशन के आसपास केंद्रित शहर के समग्र शहरी विकास की समग्र दृष्टि से प्रेरित है।

पुनर्विकास यात्रियों के मार्गदर्शन के लिए अच्छी तरह से डिज़ाइन किए गए यातायात परिसंचरण, अंतर-मोडल एकीकरण और साइनेज सुनिश्चित करने के साथ-साथ आधुनिक यात्री सुविधाएं प्रदान करेगा। स्टेशन भवनों का डिज़ाइन स्थानीय संस्कृति, विरासत और वास्तुकला से प्रेरित होगा। वन स्टेशन वन प्रोडक्ट योजना से कारीगरों को मदद मिलेगी और स्थानीय उत्पादों की ब्रांडिंग में मदद मिलेगी।

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