कोल्हान विश्वविद्यालय में अब 3-3 महीने पर होगी परीक्षा, PhD में सिर्फ NET JRF को मिलेगा मौका
कोल्हान विश्वविद्यालय की एकेडमिक काउंसिल की बैठक में शैक्षणिक सत्र को नियमित करने और पीएचडी प्रवेश पर महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। सेमेस्टर परीक्षाएं अब हर तीन महीने में होंगी। पीएचडी में नामांकन के लिए नेट/जेआरएफ उत्तीर्ण होना अनिवार्य है। नर्सिंग पाठ्यक्रम में भी बदलाव किए गए हैं। यूजी में 75% अंक लाने वाले ही पीजी में नामांकन के पात्र होंगे। नवंबर के अंत में दीक्षा समारोह होगा।

जागरण संवाददाता, चाईबासा। कोल्हान विश्वविद्यालय की एकेडमिक काउंसिल की अहम बैठक गुरुवार को कुलपति प्रो. डॉ. अंजिला गुप्ता की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में विश्वविद्यालय के शैक्षणिक सत्र को नियमित करने से लेकर पीएचडी प्रवेश एवं कोर्स वर्क तक के कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
विश्वविद्यालय प्रशासन की मंशा स्पष्ट है कि अब विलंबित सत्रों की परंपरा पर पूर्ण विराम लगाया जाएगा। बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि सेमेस्टर परीक्षाएं अब प्रत्येक तीन माह के अंतराल पर आयोजित की जाएंगी, ताकि देर से चल रहे सत्रों को समय पर पूरा किया जा सके।
इसके लिए परीक्षा विभाग ने भी अपनी सहमति दे दी है। विश्वविद्यालय का मानना है कि यह कदम छात्रों के भविष्य को संवारने की दिशा में एक बड़ा परिवर्तन साबित होगा।
पीएचडी की 100 खाली सीटों पर हुआ मंथन
बैठक में पीएचडी की दूसरी प्रवेश परीक्षा में खाली रह गई करीब 100 सीटों पर भी चर्चा हुई। यह तय किया गया कि इन सीटों को भरने से पूर्व पीएचडी कमेटी की बैठक कर निर्णय लिया जाएगा। साथ ही, नये नियमों पर भी गंभीरता से विचार किया जाएगा, ताकि भविष्य में ऐसे हालात उत्पन्न न हों।
जिन अभ्यर्थियों ने पीएचडी में नामांकन ले लिया है, उनका सत्र 19 सितंबर से आरंभ किया जाएगा। सभी शोधार्थियों को छह माह का कोर्स वर्क करना अनिवार्य होगा। यह भी तय किया गया कि कोर्स वर्क को हर हाल में छह माह के भीतर समाप्त कर लिया जाएगा।
अब पीएचडी में सिर्फ नेट व जेआरएफ पास अभ्यर्थी होंगे पात्र
एकेडमिक काउंसिल की बैठक में यह महत्वपूर्ण निर्णय भी लिया गया कि अब से नेट-पीएचडी, नेट या जेआरएफ उत्तीर्ण अभ्यर्थी ही पीएचडी में नामांकन के योग्य होंगे। यह नियम विश्वविद्यालय में शोध की गुणवत्ता को बनाए रखने की दिशा में उठाया गया अहम कदम माना जा रहा है।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि कोर्स वर्क में एथिक्स विषय की पढ़ाई सभी शोधार्थियों व शिक्षकों के लिए एक समान होगी। वहीं, रिसर्च मेथडोलाजी का पेपर फैकल्टीवार आयोजित किया जाएगा। शिक्षकों के लिए एक स्थायी शेड्यूल तैयार करने का निर्देश भी बैठक में दिया गया।
नर्सिंग पाठ्यक्रम में आएगा बदलाव
नर्सिंग की पढ़ाई को लेकर भी बैठक में अहम निर्णय लिया गया। अब से विश्वविद्यालय इंडियन नर्सिंग काउंसिल द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम को ही फॉलो करेगा। इससे विद्यार्थियों को राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के योग्य बनाया जा सकेगा।
बैठक में कुलसचिव डॉ. परशुराम सियाल, प्राक्टर डॉ. राजेंद्र भारती, परीक्षा नियंत्रक रिंकी दोराई, ओएसडी परीक्षा डॉ. प्रभात कुमार सिंह, डीएसडब्ल्यू डॉ. संजय यादव समेत विश्वविद्यालय के कई वरिष्ठ अधिकारी व सदस्य उपस्थित थे।
अब यूजी में 75 प्रतिशत अंक लाने वालों को ही मिलेगा पीजी और रिसर्च का मौका
कोल्हान विश्वविद्यालय में नयी शिक्षा नीति (एनईपी 2020) के तहत एकेडमिक काउंसिल की बैठक में बड़ा फैसला लिया गया है। अब स्नातक (यूजी) में अध्ययनरत छात्रों को स्नातकोत्तर (पीजी) में नामांकन लेने के लिए अंतिम सेमेस्टर में कम से कम 75 प्रतिशत अंक लाने होंगे। यही छात्र आगे चलकर रिसर्च विथ पीएचडी के लिए भी पात्र माने जाएंगे।
इससे यह सुनिश्चित होगा कि रिसर्च और पीएचडी जैसे गहन शैक्षणिक क्षेत्रों में केवल मेधावी और शोध के प्रति गंभीर छात्र ही आगे बढ़ें। बैठक में यह स्पष्ट कर दिया गया कि जो छात्र छठे सेमेस्टर में 75 प्रतिशत अंक प्राप्त नहीं कर पाएंगे, उन्हें अब पीजी में नामांकन नहीं दिया जाएगा। इससे छात्रों को प्रारंभिक स्तर से ही पढ़ाई के प्रति गंभीर और प्रतिबद्ध रहने की प्रेरणा मिलेगी।
नवंबर के अंतिम सप्ताह में दीक्षा समारोह
एकेडमिक काउंसिल की बैठक में कोल्हान विश्वविद्यालय के पांचवे दीक्षा समारोह को लेकर भी निर्णय लिया गया। यह समारोह में नवंबर के अंतिम सप्ताह या दिसंबर के पहले सप्ताह में आयोजित कराने की बात बताई गई। इसके लिए तैयारी शुरू करने का निर्देश कुलपति की ओर सभी उपस्थित सदस्यों को दिया गया। कुलपति ने स्पष्ट रूप से कहा कि 2025 मार्च तक आयोजित परीक्षा में उत्तीर्ण विद्यार्थियों की सूची इस समारोह के लिए शामिल किया जाये।
ओएमआर शीट पर होगी दो विषय की परीक्षाएं
कोल्हान विश्वविद्यालय में अब दो विषय की परीक्षाएं ओएमआर शीट पर होगी। एकेडमिक काउंसिल की बैठक के अनुसार इंडियन नालेज सिस्टम व अंडर स्टैंडिंग इंडिया विषय की परीक्षाएं अब ओएमआर शीट पर होगी। सभी विद्यार्थियों को इसकी जानकारी देने को कहा गया है। यह कुल दो क्रेडिट अंक की परीक्षा होगी।
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