गौरव की मशाल से जगमगाया जगन्नाथपुर, झारखंड जागरण गौरव यात्रा ने जगाई नई चेतना
जगन्नाथपुर में दैनिक जागरण की झारखंड जागरण गौरव यात्रा ने नई चेतना जगाई। पदमावती जैन सरस्वती शिशु मंदिर समेत कई विद्यालयों के छात्रों ने रंग-बिरंगे परिधानों में प्रस्तुति दी। शिक्षकों, जनप्रतिनिधियों और विभिन्न समितियों के सदस्यों ने सक्रिय रूप से भाग लिया। यह यात्रा झारखंडी अस्मिता और एकता का उत्सव बन गई, जिसमें राज्य की सांस्कृतिक विरासत को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया गया।

नोवामुंडी कॉलेज के निकट गौरव यात्रा का स्वागत करते विद्यार्थी।
बीडीओ सत्यम कुमार ने कहा कि झारखंड गौरव यात्रा राज्य के 25 वर्षों की उपलब्धियों का प्रतीक है। यह लोकतंत्र की मजबूती और विकास के संकल्प को आगे बढ़ाने वाला कदम है। दैनिक जागरण इस यात्रा से समाज को एक सकारात्मक दिशा दे रहा है।
इस यात्रा में पदमावती जैन सरस्वती शिशु मंदिर, कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय, रस्सेल उच्च विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने रंग-बिरंगे परिधानों में अपनी प्रस्तुति से सबका मन मोह लिया। शिक्षकों, जनप्रतिनिधियों, भाजपा, कांग्रेस, झामुमो कार्यकर्ताओं के साथ-साथ रैयत संघर्ष समिति और झारखंड पुनरुस्थापन अभियान के सदस्यों की सक्रिय भागीदारी ने इस आयोजन को जनआंदोलन का स्वरूप दे दिया।
दिनभर शहर के कोने-कोने में चर्चा रही कि कैसे दैनिक जागरण की यह पहल केवल यात्रा नहीं, बल्कि झारखंडी अस्मिता और एकता का उत्सव बन गई। बच्चों और युवाओं के हाथों में झंडे, और बुजुर्गों के मन में गर्व ने मिलकर यह साबित कर दिया कि झारखंड की आत्मा आज भी जीवित है।
समापन रैयत संघर्ष समिति के अध्यक्ष सुमन्तज्योति सिंकू द्वारा किया गया। इन्होंने राज्य के गौरवशाली इतिहास और उसकी सांस्कृतिक विरासत को आगे बढ़ाने का संकल्प दोहराया।
कार्यक्रम में एस्पायर एनजीओ के समन्वयक रविंद्र राठौर, सौरभ राउत, प्रमोद शर्मा, धीरज सिंह सहित अनेक जनप्रतिनिधि, शिक्षक, पंचायत प्रतिनिधि और सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
इसके बाद यात्रा ने सिंह मार्केट, कोल्हान हितैषी पुस्तकालय होते हुए मुख्य मार्ग से गुजरते हुए राजकीय रस्सेल प्लस टू विद्यालय परिसर तक अपनी जीवंत उपस्थिति दर्ज कराई। रास्ते भर छात्राओं की कतारें, झंडे, बैनर और गीतों की ध्वनि ने वातावरण को प्रेरणादायी बना दिया।



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