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    जनता की भावना और व्यवहार राष्ट्र प्रगति का आधार : सीमा पालित

    By JagranEdited By:
    Updated: Thu, 30 Sep 2021 06:08 AM (IST)

    हमारी पहचान हमारे देश से बनती है और हमसे ही हमारा देश है। आम जनता की राष्ट्रहित की भावना एवं उसका व्यवहार राष्ट्र की प्रगति का आधार है।

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    जनता की भावना और व्यवहार राष्ट्र प्रगति का आधार : सीमा पालित

    हमारी पहचान हमारे देश से बनती है और हमसे ही हमारा देश है। आम जनता की राष्ट्रहित की भावना एवं उसका व्यवहार राष्ट्र की प्रगति का आधार है। किसी भी नागरिक की पहचान देश की नागरिकता के बिना अधूरी है। प्रत्येक व्यक्ति की भूमिका देश की गरिमा को बनाए रखने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। कोई भी देश राज्य की सीमाओं से बंधे हुए भूखंड का नाम नहीं होता, बल्कि देश वहां के नागरिकों, सभ्यता, संस्कृति से मिलकर बनता है। प्रत्येक नागरिक के अधिकार उसके उत्तरदायित्व एवं दायित्व एक साथ चलते हैं। सड़क पर चलते समय यदि हम यातायात के नियमों का पालन कर अपना कर्तव्य निभाते हैं तो यह हमारी व्यक्तिगत सुरक्षा के साथ दूसरों को भी सुरक्षा का अधिकार प्रदान करता है। जिम्मेदार नागरिक एक सशक्त राष्ट्र की पहचान है।जिसका राष्ट्र निर्माण में अहम भूमिका होती है। अपने कर्तव्यों का पालन ईमानदारी से करना प्रत्येक नागरिक की जिम्मेदारी होने के साथ ही एक विकसित देश की आवश्यक मांग भी है। केवल सरकार द्वारा नियम कानून बनाना या अभियान एवं कार्यक्रम चलाना पर्याप्त नहीं है।कर्तव्य और अधिकार सहगामी हैं।ज ब हम यह समझते हैं कि समाज और देश में रहकर हमारे कुछ अधिकार बनते हैं तो हमें यह भी समझना चाहिए कि समाज और देश में रहते हुए हमारे कुछ कर्तव्य भी हैं। एक शिक्षक होने के नाते हमारा पूरा जीवन ही दायित्व से भरा हुआ है। शिक्षक केवल छात्र का भविष्य ही नहीं,बल्कि पूरे राष्ट्र के भविष्य का निर्माता होते हैं। एक स्वार्थ रहित और देश के प्रति कर्तव्य पालन का उदाहरण सैनिकों द्वारा देश की सीमाओं की सुरक्षा के लिए दिन-रात डटे रहना है।वे हमें और हमारे देश को विरोधियों से बचाने के लिए चौबीस घंटे सरहद पर देश की रक्षा के लिए तत्पर रहते हैं। चिरन्तन जागरुकता ही स्वतंत्रता का मूल मंत्र है।इस कथन को हमेशा दिलों में संजो कर रखने की जरूरत है। जैसे एक-एक- ईंट जुडकर भवन का आकार देते हैं वैसे ही एक-एक नागरिक मिलकर राष्ट्र-भवन का निर्माण करते हैं। राष्ट्र की उन्नति और प्रगति में मात्र राजनेताओं या दल विशेष के शासन की ही नहीं, अपितु सभी की भूमिका होती है।

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    -सीमा पालित, प्रधानाचार्या, नोवामुंडी पद्मावती जैन सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल।

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    भारत वर्ष संस्कारों से भरा देश है।जहां पर सभी बच्चों को यह सिखाया जाता है कि बड़ों का आदर और सम्मान करना चाहिए।वह हर परिस्थिति में अपना कर्तव्य को नहीं भूलता है।वह सदैव एकता उन्नति का एकमात्र मार्ग है।अगर यह बात प्रत्येक भारतीय नागरिक समझ ले तो भारत देश पूरे विश्व में सर्वश्रेष्ठ बन सकता है।सत्य का मार्ग कठिन जरूर है परंतु सत्य उसी में निहित है।खुद सफल होना श्रेष्ठ नहीं है।अपने साथ अन्य लोगों को भी जो श्रेष्ठ बनाते हैं वही सर्वश्रेष्ठ होते हैं।

    फोटो-7-वैजंती पान,सहायक शिक्षिका। -------

    किसी भी देश में रहने वाले लोगों से उस देश की पहचान होती है और जब कोई व्यक्ति अपने देश से विदेश जाता है तब उस व्यक्ति की उसी देश से पहचान की जाती है।जब कोई आतंकवादी घटना हमारे देश के लोगों द्वारा घटती है तो केवल उस व्यक्ति का नाम नहीं आता अपितु देश का नाम भी शामिल होता है और वहीं जब कोई हमारे देश का खिलाड़ी ओलंपिक जीत कर आता है तो दुनिया में उसके नाम के साथ देश का नाम भी ऊंचा होता है तो इससे हम यह कह सकते हैं कि हमारी पहचान हमारे देश से है कि हम भारतीय हैं और जब हमारी प्रतिभा का झंडा दुनिया में लहराता है तो देश का नाम चारों ओर फैलती है।

    फोटो-9-गायत्री सुलंकी,सहायक शिक्षिका।

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    एक खेल शिक्षक ने सभी नए खिलाड़ियों से उनका परिचय पूछा।किसी ने गर्व से कहा कि वो हरियाणा से है, कोई पंजाब से, कोई बिहार से और कोई महाराष्ट्र से है।केवल एक खिलाड़ी ने कहा कि वो भारत से है।शिक्षक को इसी उत्तर का इंत•ार था।उन्होंने सभी खिलाड़ियों को समझाया कि आप सभी एक ही परिवार से हैं जिसका नाम है भारतदेश।

    फोटो-10----नेहा यादव,सहायक शिक्षिका

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    राष्ट्रीय एकता देश को मजबूत और एकीकृत बनाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।जिसके लिए उस देश के समाज के हर वर्ग को अपना धर्म- जात भूल कर एकजुट रहने की आवश्यकता है।जो उस देश के हर एक नागरिक के लिए समान अवसर प्रदान करता है।राष्ट्रीय एकता की मदद से देश की सामाजिक सांस्कृतिक और आर्थिक विकास में समानता निर्माण होती है।राष्ट्रीय एकीकरण की मदद से देश के सभी लोग एक साथ मिलजुल कर रहते हैं। जहां किसी पर कोई बंधन नहीं रहता है। वहां हर कोई अपना जीवन अपने तरीके से जी सकता है जिसे हम स्वतंत्रता भी कहते हैं इसीलिए राष्ट्रीय एकता देश के विकास के लिए बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण है क्योंकि जिस देश में राष्ट्रीय एकता होती है वह देश हमेशा अपना विकास बहुत तेजी से कर सकता है।-फोटो-11----सबिता महतो,सहायक शिक्षिका।