पूर्व मंत्री के पास मिली प्रतिबंधित ‘ग्लाक’ पिस्टल, सरकार ने मांगी वापस; हथियार की कीमत जान आप रह जाएंगे दंग
पिछली सरकार में मंत्री रहे कांग्रेस नेता बन्ना गुप्ता से सरकार ने उनकी अत्याधुनिक ग्लाक पिस्तौल वापस मांग ली है। विधानसभा चुनाव हारने और सत्ता से बाहर होने के बाद, जमशेदपुर के उपायुक्त ने उन्हें यह पिस्तौल राजकीय शस्त्रागार में जमा करने का निर्देश दिया है।

कांग्रेस नेता बन्ना गुप्ता के पास मिली प्रतिबंधित पिस्टल। (फोटो जागरण)
सुधीर पांडेय, चाईबासा। पिछली सरकार में मंत्री रहे कांग्रेस नेता बन्ना गुप्ता ने अपने रसूख के बल पर अत्याधुनिक ग्लाक पिस्टल खरीदी थी। उन्होंने इसका लाइसेंस भी प्राप्त कर लिया था। इस बार विधानसभा चुनाव में हारने और सरकार से बाहर हो जाने के बाद राजनीति में कमजोर पड़े बन्ना गुप्ता से सरकार ने ग्लाक पिस्टल को वापस मांग लिया है।
इस संबंध में जमशेदपुर के उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी की ओर जमशेदपुर के वरीय पुलिस अधीक्षक को पत्र जारी करते हुए बन्ना गुप्ता से उक्त पिस्टल को लेकर राज्यकीय शस्त्रागार में जमा करने के लिए कहा है।
बताया जा रहा है कि जमशेदपुर पश्चिमी से विधायक रहते हुए और सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रहने के दौरान वर्ष 2022-23 में उन्होंने पश्चिम बंगाल के कोलकाता से अत्याधुनिक ग्लाक पिस्टल खरीदी थी। पुलिस विभाग से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि ग्लाक वर्तमान समय में सबसे आधुनिक पिस्तौल में से एक है। इसका बाजार मूल्य लगभग 18 लाख रुपये है।
0.42 बोर की इस पिस्तौल को सामान्य नागरिक अपने पास नहीं रख सकते हैं। झारखंड में गिने-चुने लोगों को ही इसका लाइसेंस दिया गया है। सामान्य नागरिकों को केवल 0.32 बोर की पिस्तौल रखने के लिए लाइसेंस निर्गत होता है।
उपायुक्त के पत्र के अनुसार सरकार के अवर सचिव, गृह, कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग के 6 मार्च 2025 को जारी एक पत्र के आलोक में पूर्वी सिंहभूम, जमशेदपुर जिला अतंर्गत ग्लाक पिस्टल धारण करने वाले लोगों की सूची में इस जिला से संबंधित एकमात्र अनुज्ञप्तिधारक कदमा निवासी ब्रजेश गुप्ता उर्फ बन्ना गुप्ता के नाम पर शस्त्र अंकित है।
विभागीय निर्देश के आलोक में बन्ना गुप्ता से शस्त्र प्राप्त कर राज्यकीय शस्त्रागार में जमा किया जाना है। अत: ब्रजेश गुप्ता उर्फ बन्ना गुप्ता के नाम पर धारित दो शस्त्रों में से एक शस्त्र 0.45 बोर पिस्टल को प्राप्त कर राजकीय शस्त्रागार में जमा करा दिया जाय।
मुझे इस संबंध में न तो कोई सूचना है और न ही जिला प्रशासन ने नोटिस भेजा है। जिला प्रशासन की ओर से नोटिस भेजे जाने के बाद नियमानुसार जवाब देंगे। फिलहाल मैं संगठन को लेकर मध्य प्रदेश में काम कर रहा हूं।
- बन्ना गुप्ता, कांग्रेस नेता, जमशेदपुर।
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