चाईबासा में ACB ने कार्यपालक अभियंता को 70 हजार की रिश्वत लेते पकड़ा, कार्रवाई देख कुर्सी छोड़कर भागे कर्मी
चाईबासा के भवन निर्माण विभाग में कार्यपालक अभियंता अरुण कुमार सिंह मुंडा को एसीबी जमशेदपुर ने कार्यालय में ही 70 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंग ...और पढ़ें

संवाद सहयोगी, चाईबासा। भवन निर्माण विभाग, भवन प्रमंडल चाईबासा के कार्यपालक अभियंता अरुण कुमार सिंह मुंडा को एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) जमशेदपुर की टीम ने शनिवार दोपहर करीब 1.20 बजे कार्यालय में ही 70 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी की खबर फैलते ही पूरे भवन निर्माण विभाग कार्यालय में अफरा-तफरी मच गई और बड़ा बाबू से लेकर अन्य कर्मी जहां थे, वहीं से कुर्सी छोड़कर भाग खड़े हुए।
बताया जाता है कि एसीबी की टीम पूरी तैयारी के साथ आम ग्रामीणों की तरह पहले विभागीय कार्यालय के बाहर इधर-उधर बैठी हुई थी। तय योजना के तहत चाईबासा के ठेकेदार रितेश चिरानिया के पास केमिकल लगे रुपये दिए गए थे। इसके बाद ठेकेदार कार्यपालक अभियंता अरुण कुमार सिंह मुंडा के चैंबर में पहुंचा और उन्हें रुपये सौंप दिए। पैसे लेते ही अभियंता ने उन्हें अपनी दराज में रख लिया।
दराज से बरामद किए केमिकल लगे रुपये
जैसे ही ठेकेदार कार्यालय से बाहर निकला, एसीबी की टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए चैंबर में प्रवेश किया और दराज से केमिकल लगे रुपये बरामद कर लिए। इसके बाद अभियंता के हाथ धुलवाए गए, जिसमें पानी का रंग बदल गया, जिससे रिश्वत लेने की पुष्टि हो गई।इसके बाद एसीबी की टीम अभियंता को साथ लेकर उनके आवास पहुंची, जहां करीब आधे घंटे तक तलाशी ली गई।
हालांकि वहां से कोई नकद राशि बरामद नहीं हुई, लेकिन कुछ महत्वपूर्ण कागजात जब्त किए गए। इसके बाद एसीबी की टीम कार्यपालक अभियंता अरुण कुमार सिंह मुंडा को अपने साथ जमशेदपुर कार्यालय ले गई। घटना की सूचना मिलते ही भवन निर्माण विभाग कार्यालय में मौजूद कर्मियों में भय का माहौल बन गया।
हालात ऐसे हो गए कि कार्यालय में एक भी कर्मचारी मौजूद नहीं रहा। सभी अपने-अपने स्थान से कुर्सी छोड़कर निकल गए और पूरा कार्यालय कुछ देर के लिए पूरी तरह सुनसान हो गया।

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