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झारखंड में मुख्यमंत्री सुकन्या योजना की शुरुआत, जानें-कैसे और किसे मिलेगा इसका लाभ

mukhyamantri sukanya yojna. सीएम रघुवर दास ने कहा कि सुकन्या योजना में किसी प्रकार का भ्रष्टाचार नहीं होगा इसलिए सीधे बालिका के खाता में पैसा चला जाएगा।

By Sachin MishraEdited By: Published: Thu, 24 Jan 2019 05:06 PM (IST)Updated: Thu, 24 Jan 2019 05:32 PM (IST)
झारखंड में मुख्यमंत्री सुकन्या योजना की शुरुआत, जानें-कैसे और किसे मिलेगा इसका लाभ
झारखंड में मुख्यमंत्री सुकन्या योजना की शुरुआत, जानें-कैसे और किसे मिलेगा इसका लाभ

चाईबासा, जागरण संवाददाता। कम उम्र में शादी होना झारखंड के लिए एक कलंक है। इस कलंक को मिटाने के लिए हमारी सरकार मुख्यमंत्री सुकन्या योजना लेकर आई है। इसके तहत राज्य की कोई भी बेटी बिना शिक्षा के नहीं रहेगी। कम उम्र में शादी भी नहीं होगी। यह बातें चाईबासा के टाटा कॉलेज मैदान में गुरुवार को आयोजित मुख्यमंत्री सुकन्या योजना का शुभारंभ करते हुए झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहीं।

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उन्होंने कहा कि राज्य में गरीबी को खत्म करना है तो सभी को शिक्षित करना जरूरी है। उसमें सबसे ज्यादा बेटी शिक्षित होगी तो दो परिवार में बदलाव आएगा। इसी को देखते हुए यह योजना शुरू की गई। बेटी झारखंड राज्य की भाग्य विधाता बनेगी। उन्हें किसी प्रकार की परेशानी अपने जीवन में ना हो उसके लिए सरकार यह महत्वपूर्ण योजना लेकर आई है। सीएम ने कहा कि मैं यहां खड़ा हूं, इसमें मां का बहुत बड़ा योगदान है। उन्हीं के प्रोत्साहन की वजह से मैं शिक्षा ग्रहण कर पाया और आज आपके सामने सेवक के रूप में झारखंड का सीएम बनकर खड़ा हूं। हमें अपनी सोच को बदलना होगा। बेटा-बेटी एक समान। जंगल क्षेत्र में रहने वाले आदिवासी समाज में कन्या भ्रूण हत्या नहीं होती क्योंकि वह बेटा और बेटी को समान मानते हैं। हम पढ़े लिखे लोग घर में ही नन्ही सी जान को मार डालते हैं।

उन्होंने सभी अस्पतालों को चेतावनी देते हुए कहा कि भ्रूण जांच करना कानूनन अपराध है। किसी भी हाल में कोई भी भ्रूण जांच ना करें। ऐसे हॉस्पिटल को होटवार जेल में जाना पड़ेगा। कोई भी गरीब बहन बिना शिक्षा के नहीं रह पाएगी। बच्चे के जन्म के समय उसकी मां के खाते में 5000 रुपये चले जाएंगे। उसके बाद दूसरी, पांचवी, सातवीं, आठवीं, 10वीं और 12वीं कक्षा में भी 5000 रुपये वहां के अकाउंट में जाएंगे। इससे लड़की उच्च शिक्षा ग्रहण करें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सुकन्या योजना में किसी प्रकार का भ्रष्टाचार नहीं होगा इसलिए सीधे बालिका के खाता में पैसा चला जाएगा। बीच की दलाली किसी भी हाल में नहीं होगी। जन्म से लेकर पढ़ाई और फिर विदाई बेटियों को यह सम्मान सरकार अपने हाथों से देगी। दूसरे राज्य की अपेक्षा झारखंड राज्य काफी अच्छा है और यहां का लिंग अनुपात भी बेहतर है। इसे और भी बेहतर बनाने का प्रयास हमारी सरकार कर रही है। वर्तमान समय में बेटियां बेटों से मजबूती के साथ उभर रही हैं। राज्य में जितने भी पदक आ रहे हैं उसमें लड़कियों की संख्या ज्यादा है। इससे पहले सुबह करीब 11.45 बजे मुख्यमंत्री आयोजन स्थल पर पहुंचे और दीप प्रज्ज्वलित कर और लाभुक को प्रमाण पत्र देकर योजना समारोह का शुभारंभ किया। 

मुख्यमंत्री सुकन्या योजना से राज्य के 27 लाख परिवार होंगे लाभान्वित 
रघुवर दास ने कहा कि मुख्यमंत्री सुकन्या योजना से झारखंड के 27 लाख परिवार आच्छादित होंगे। भ्रूण हत्या पाप है। राज्य का लिंग अनुपात ठीक है लेकिन दोनों को समतुल्य बनाना है। आदिवासी समाज के लोग बेटा और बेटी में भेद नहीं करते हैं लेकिन पढ़े लोगों में यह ज्यादा देखने को मिलता है। चिकित्सक भी इस बात का ध्यान रखें वे अल्ट्रासाउंड के माध्यम से इसकी जानकारी किसी को ना दें अन्यथा आप दोषी ठहरा कर जेल जाने के भागी होंगे। आप यह पाप ना करें। मुख्यमंत्री ने बच्चियों से अपील किया कि अगर कोई आपकी शादी कम उम्र में करना या कराना चाहे तो 181 में इसकी जानकारी दें।

प्रति एकड़ किसानों को 5 हजार रुपये, कृषि कार्य मे होगा सहायक
रघुवर दास ने कहा कि मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना के तहत किसान भाई बहनों को प्रति एकड़ पांच हजार रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। इस योजना के दायरे में 5 एकड़ और एक एकड़ से कम जमीन के किसान आएंगे। उक्त अनुदान की राशि किसानों को खाद, बीज व अन्य कृषि कार्य हेतु उपयोगी चीज खरीद सकेंगे। इस योजना पर सरकार 2 हजार 250 करोड़ रुपये खर्च करेगी। आज राज्य को इस बात का गर्व है कि 2014 में जो कृषि विकास दर -4.5 फीसद थी वह बढ़कर +14 फीसद हो गया। किसानों के उत्साह को देखकर राज्य सरकार ने 100 किसानों को इजरायल भेजा और आधुनिक कृषि प्रणांली से अवगत कराया। हर वर्ष 100 किसानों को इजरायल और फिलीपींस भेजा जाएगा, ताकि राज्य के किसान समृद्ध हो सकें। अन्नदाता के चेहरे पर मुस्कान लाना सरकार का लक्ष्य है।

87 हजार आवेदन पूरे राज्य से प्राप्त हुए
मुख्यमंत्री सुकन्या योजना के तहत पूरे राज्य से 87 हजार आवेदन प्राप्त हुए। 3 जनवरी 2019 को योजना को कैबिनेट में स्वीकृति मिली, 4 जनवरी को संकल्प पत्र जारी हुआ और आज 21 दिन बाद योजना का शुभारंभ कोल्हान की धरती से हुआ। कोल्हान प्रमंडल में कुल 15 हजार 61 आवेदन प्राप्त हुए, 6 हजार 700 स्वीकृत हुए, लगभग 5 हजार लाभुकों का चयन हुआ और 2.50 करोड़ की राशि का भुगतान किया गया।

इन्हें सौंपा सुकन्या योजना का प्रमाण पत्र
मुख्यमंत्री ने सुकन्या योजना के तहत चाईबासा की अंकिता पूर्ति, ऐरा करवा, कांति हेम्ब्रम, सुखमती कुदादा, गीता देवगाम, तृप्ति विश्वकर्मा, मंजू खनदैत पूर्वी सिंहभूम की राधिका सबर, रिंकी गोप, इना भगत, भवानी केवट, सरायकेला की भाग्यवती बेहरा, प्रियंका पडीहरी और संतोषी सरदार को प्रमाण पत्र सौंपा।

कार्यक्रम में ये भी थे उपस्थित
कोल्हान प्रमंडल आयुक्त विजय कुमार सिंह, उपायुक्त अरवा राजकमल, विधायक साधुचरण महतो, सचिव महिला बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विकास अमिताभ कौशल, बाल संरक्षण आयोग की अध्य्क्ष आरती कुजूर, जेबी तुबिद, पुलिस उप महानिरीक्षक कुलदीप द्विवेदी व अन्य।

जानें, क्या है सुकन्या योजना
झारखंड में 24 जनवरी से शुरू होने जा रही मुख्यमंत्री सुकन्या योजना में 18 साल तक की लड़कियों को पढ़ाई के अलावा अन्य जरूरतों के लिए समय-समय पर वित्तीय मदद दी जाएगी। इसका लाभ उन लोगों को मिलेगा जो सामाजिक, आर्थिक एवं जातीय जनगणना में पिछड़े पाए गए हैं। ऐसे 26 लाख परिवारों की बच्चियों को इसका लाभ मिलेगा। इसमें जन्म से लेकर 18 साल तक की उम्र की लड़कियों को शिक्षा के साथ आर्थिक एवं सामाजिक विकास के लिए राज्य सरकार समय-समय पर आर्थिक सहायता मुहैया कराएगी।

इसलिए की गई इस योजना की शुरुआत
गौरतलब हो कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के नारे को साकार करने के साथ ही महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने, स्कूलों में ड्रॉप आउट को रोकने एवं बाल विवाह प्रथा का अंत करने के उद्देश्य से राज्य में मुख्यमंत्री सुकन्या योजना की शुरुआत की गई है। विगत तीन जनवरी को आहूत मंत्रिपरिषद की बैठक में राज्य योजना अंतर्गत मुख्यमंत्री सुकन्या योजना की स्वीकृति दी गई थी।

इस तरह मिलेगा लाभ
-बेटी के जन्‍म पर 5 हजार रुपये
-पहली कक्षा में दाखिले पर 5 हजार रुपये
-5वीं पास करने पर 5 हजार रुपये
-8वीं कक्षा पास करने पर 5 हजार रुपये
-10 वीं कक्षा पास करने पर 5 हजार रुपये
-12 पास करने पर 5 हजार रुपये
-18 साल की आयु पूरी करने पर 10 हजार रुपये

शादी के लिए मिलेंगे तीस हजार
मुख्‍यमंत्री सुकन्या योजना के तहत मिलने वाली राशि के अतिरिक्त शादी के लिए मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत अलग से 30 हजार रुपये मिलेंगे। इससे शादी के वक्त आर्थिक तंगी नहीं होगी।

इन परिवारों को मिलेगा लाभ
मुख्यमंत्री सुकन्या योजना का लाभ झारखंड के 27 लाख परिवारों को मिलेगा। मुख्यमंत्री सुकन्या योजना का लाभ सामाजिक, आर्थिक, जातीय जनगणना में पिछड़े पाए गए परिवारों को मिलेगा। 72 हजार सालाना से कम आए वाले परिवार की बच्चियों को 18 साल की उम्र तक छह बार सहायता मिलेगी। एसइसीसी 2011 की सूची में शामिल परिवार एवं अंत्योदय कार्डधारकों को योजना का लाभ मिलेगा।

योजना के लाभ के लिए यहां करें संपर्क
योजना का लाभ लेने के लिए निकटतक आंगनबाड़ी केंद्र, प्रखंड बाल विकास परियोजना पदाधिकारी और जिला समाज कल्‍याण पदाधिकारी कार्यालय से संपर्क किया जा सकता है।

18 साल तक बेटी की शादी नहीं हुई तो नहीं मिलेगी मदद
मुख्यमंत्री सुकन्या योजना के तहत झारखंड सरकार बेटियों के पालन-पोषण एवं शिक्षा के लिए समय-समय पर वित्तीय सहायता देगी। यह योजना मुख्यमंत्री कन्यादान और लाडली लक्ष्मी योजना की जगह लेगी। इसके तहत बेटी के जन्म, पहली कक्षा, छठी कक्षा, नौंवी कक्षा और 11 वीं कक्षा में नामांकन के समय और 18 वर्ष पूरे होने पर अगल-अलग किश्तों में पैसे सीधे डीबीटी के माध्यम से दिए जाएंगे। हां, इसमें शर्त जुड़ा होगा कि 18 वर्ष पूरे होने तक बिटिया की शादी नहीं हो। तय आयु से पूर्व शादी की सूचना पर बीच में ही मदद रोक दी जाएगी।

हमारे पास मोदी व दास के रुप में डबल इंजन हैं: सीपी सिंह
कोल्हान की यह धरती सौभाग्यशाली है, जहां से मुख्यमंत्री सुकन्या योजना की शुरुआत की गई। यह बातें झारखंड के मंत्री सीपी सिंह ने चाईबासा में मुख्यमंत्री सुकन्या योजना शुभारंभ समारोह को संबोधित करते हुए कहीं। इस योजना को साकार बना कर मात्र 20 दिन हुए होंगे लेकिन हजारों लाभुकों के खाते में पैसा चला भी गया है। हम जो कहते हैं वह करते भी हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ इसको आगे हम बढ़ा रहे हैं।

झारखंड राज्य में बेटी को बचाने के लिए प्रक्रिया को लागू भी कर रहे हैं। कुछ लोग दिखावे के लिए योजना की शुरुआत करते हैं, झारखंड के मुख्यमंत्री सपने दिखाने नहीं सपने को पूरा करने में यकीन करते हैं। देश में मोदी, राज्य में दास हमारे पास डबल इंजन वाली सरकार है। केन्द्र व राज्य सरकार मिल कर बेटी को बराबर हक दे रही है। बेटा और बेटी के रुप में किसी प्रकार का फर्क नहीं होना चाहिए, यह सुनिश्चित करने का संकल्प रघुवर की सरकार ने लिया है। मुख्यमंत्री सुकन्या योजना के तहत हम बेटियों को हर प्रकार का सम्मान देंगे।


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