रेल अस्पताल आयुष्मान के तहत मरीजों के इलाज को तैयार, स्वास्थ्य विभाग नहीं कर रहा सहयोग
पश्चिम सिंहभूम जिले के सबसे महत्वपूर्ण लाइफ लाइन माने जाने वाले चक्रधरपुर रेलवे अस्पताल में आज तक आयुष्मान योजना के तहत गरीब लोगों का इलाज नहीं हो पा रहा है।

जागरण संवाददाता, चक्रधरपुर : पश्चिम सिंहभूम जिले के सबसे महत्वपूर्ण लाइफ लाइन माने जाने वाले चक्रधरपुर रेलवे अस्पताल में आज तक आयुष्मान योजना के तहत गरीब लोगों का इलाज नहीं हो पा रहा है। ऐसा नहीं है की चक्रधरपुर रेलवे अस्पताल आयुष्मान के तहत गरीबों का इलाज नहीं करना चाहता है। रेलवे अस्पताल में आयुष्मान योजना को शुरू करने में राज्य सरकार और जिले का स्वास्थ्य विभाग ही इसमें दिलचस्पी नहीं ले रहा है। चक्रधरपुर का रेलवे अस्पताल पिछले कई महीनों से आयुष्मान के तहत मरीजों को सेवा देने के लिए तैयार है लेकिन जिले का स्वास्थ्य विभाग ही चक्रधरपुर रेलवे अस्पताल को आयुष्मान के तहत इलाज शुरू करने की अनुमति नहीं दे रहा है। चक्रधरपुर रेलवे अस्पताल द्वारा जिले के स्वास्थ्य विभाग से आयुष्मान योजना के तहत इलाज शुरू करने के लिए जरूरी औपचारिकता पूरी करने व उन्हें यूजर पासवर्ड मुहैया कराने की मांग कर रहा है। रेलवे अस्पताल ने इसको लेकर कई बार पत्राचार भी किया, लेकिन अबतक जिले के स्वास्थ्य विभाग के द्वारा रेलवे अस्पताल को कोई भी सहयोग प्रदान नहीं किया है। जिससे रेलवे अस्पताल में आयुष्मान योजना के तहत इलाज शुरू हो सके। रेलवे अस्पताल में आयुष्मान के मरीजों के इलाज का गाइडलाइन तैयार :
चक्रधरपुर रेलवे अस्पताल में आयुष्मान योजना के तहत मरीजों का इलाज करने की सारी तैयारी कर ली गई है। डाक्टर नर्स सहित सभी चिकित्साकर्मियों को इससे जुड़ी ट्रेनिग व वर्कशाप दिया जा चुका है। अस्पताल में आयुष्मान के मरीजों के लिए गाइडलाइंस भी तैयार हैं। अस्पताल की पूरी मेडिकल टीम गरीबों की सेवा आयुष्मान के तहत करने को तैयार है। लेकिन ऐसा लगता है की जिले का स्वास्थ्य विभाग इसके लिए तैयार नहीं है। रेलवे अस्पताल अत्याधुनिक चिकित्सा उपकरणों से है लैस
रेलवे अस्पताल आज के दौर में बहुत हद तक बदल चुका है। रेलवे अस्पताल के सीएमएस एसके मिश्रा ने अस्पताल का कायाकल्प कर दिया है। मौजूदा दौर में चक्रधरपुर का रेलवे अस्पताल अत्याधुनिक चिकित्सा उपकरणों से लैस है। यहां लेप्रोस्कोपिक के जरिए आपरेशन किया जा रहा है। इस माध्यम से अबतक हुए सारे आपरेशन सफल हुए हैं। वहीं ब्रेस्ट कैंसर का भी आपरेशन यहां सफल हुआ है। पेट में ट्यूमर का भी आपरेशन इस अस्पताल में सफल हुआ है और मरीज स्वस्थ होकर घर लौट रहे हैं। कोराना मरीजों का हुआ इलाज
एक बेहतर मेडिकल टीम व अत्याधुनिक संसाधनों से लैस रेलवे अस्पताल आयुष्मान योजना का लाभ मरीजों को देने को तैयार है। चक्रधरपुर रेलवे अस्पताल जिले का सबसे महत्वपूर्ण अस्पताल माना जाता है। यही वजह रही की चक्रधरपुर रेलवे अस्पताल को कोरोना काल में कोविड स्पेशल अस्पताल बनाया गया था। यहां जो सुविधाएं मरीजों को दी जा सकती हैं वह जिले के किसी भी अस्पताल में मौजूद नहीं है। डाक्टर और चिकित्सा कर्मियों की भी संख्या संतोषजनक है। इस अस्पताल में आयुष्मान योजना से अगर इलाज शुरू हो गया तो दूर दराज पहाड़-जंगल दुरूह क्षेत्र में बसने वाले गरीब आदिवासी मरीज तक को इसका लाभ मिलेगा।
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