Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    जात-पात छोड़ मिलकर रहने से बनेगा बेहतर समाज : दीपक बिरुवा

    By JagranEdited By:
    Updated: Thu, 17 Feb 2022 11:40 AM (IST)

    संत शिरोमणि गुरु रविदास जयंती मोचीसाई में बुधवार को हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। समारोह में मुख्य अतिथि चाईबासा विधायक दीपक बिरुवा ने नवनिर्मित मंदिर में संत शिरोमणि गुरु रविदास की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर नमन किया और मत्था टेका।

    Hero Image
    जात-पात छोड़ मिलकर रहने से बनेगा बेहतर समाज : दीपक बिरुवा

    जासं, चाईबासा : संत शिरोमणि गुरु रविदास जयंती मोचीसाई में बुधवार को हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। समारोह में मुख्य अतिथि चाईबासा विधायक दीपक बिरुवा ने नवनिर्मित मंदिर में संत शिरोमणि गुरु रविदास की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर नमन किया और मत्था टेका। विधायक दीपक बिरुवा ने कहा कि ऊपर वाले ने सभी को एक समान बनाया है। इसमें मानव धर्म सबसे बड़ा धर्म है। हम सभी को संत शिरोमणि गुरु रविदास के बताए रास्ते पर चलना चाहिए। उन्होंने जात-पात, भेदभाव छोड़ कर आपस में मिलकर रहने का संदेश दिया। इससे एक बेहतर समाज का निर्माण किया जा सके। इस मौके पर बच्चों, महिला-पुरुषों के लिए मनोरंजक खेल स्पर्धाओं का आयोजन किया गया। सफल प्रतिभागियों को पुरस्कृत भी किया गया। कार्यक्रम में नरसंडा पंचायत मुखिया, रविदास समाज अध्यक्ष लल्लू राम रवि, युवा अध्यक्ष संतोष दास, महिला अध्यक्ष रंजीता देवी और किरण देवी, सुजीत राम, संजय राम रवि, इंद्र राम रवि आदि मौजूद थे। संत रविदास के कथन को कांग्रेस ने विचारधारा के रूप में अपनाया : शर्मा

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    पश्चिम सिंहभूम जिला के चाईबासा स्थित कांग्रेस भवन में बुधवार को संत रविदास की जयंती मनाई गई। इस अवसर पर उनको पुष्प अर्पित कर उन्हें याद किया और विचार गोष्ठी का भी आयोजन किया गया। इसकी अध्यक्षता जिला कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष रंजन बोयपाई ने की। मौके पर राजीव गांधी पंचायती राज संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष सुनीत शर्मा ने बताया कि संत रामानंद के शिष्य बनकर उन्होंने आध्यात्मिक ज्ञान अर्जित किए। स्वामी रामानंद को कबीर साहेब के कहने पर गुरु बनाया था। जबकि उनके वास्तविक आध्यात्मिक गुरु कबीर साहेब ही थे। उन्होंने बताया कि संत रविदास के समयानुपालन की प्रवृति तथा मधुर व्यवहार के कारण उनके संपर्क में आने वाले लोग भी बहुत प्रसन्न रहते थे। जाति-जाति में जाति हैं, जो केतन के पात..। रैदास मनुष ना जुड़ सके जब तक जाति न जात..।। इस दोहे को भावार्थ को कांग्रेस पार्टी ने अपनी मूलभूत विचारधारा के रूप में अपनाया है। इसमें समता की भावना है और मन चंगा तो कठौती में गंगा। विचार गोष्ठी में वरिष्ठ कांग्रेस नेता कृष्णा सोय, युवा कांग्रेस प्रदेश सचिव दीनबंधु बोयपाई, मो. सलीम, बिरसा कुंटिया, सुरेश हेंब्रम, संतोष सुंडी, अशोक सुंडी, बीरसिंह बिरुली, तरुण पुरती आदि उपस्थित थे।