Jharkhand News: मैट्रिक-इंटर परीक्षा के लिए सख्ती, 75% उपस्थिति नहीं तो फॉर्म भरने पर रोक
चाईबासा में मैट्रिक और इंटरमीडिएट परीक्षा 2025-26 की तैयारी को लेकर उपायुक्त चंदन कुमार की अध्यक्षता में बैठक हुई। उपायुक्त ने 75% उपस्थिति अनिवार्य की और अच्छे परिणाम वाले विद्यालयों को पुरस्कृत करने की घोषणा की। विद्यार्थियों के प्रदर्शन की ट्रैकिंग पर जोर दिया गया और शिक्षकों को प्रेरित किया गया कि वे पाठ्यक्रम दिसंबर तक पूरा करें।

75 प्रतिशत से कम उपस्थिति वाले नहीं दे पायेंगे मैट्रिक व इंटर बोर्ड की परीक्षा। फोटो जागरण
जागरण संवाददाता, चाईबासा। पश्चिमी सिंहभूम जिले के सभी माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाध्यापक व आवासीय विद्यालयों के वार्डेन सहित अन्य अधिकारी शनिवार को मांगीलाल रूंगटा 2 उच्च विद्यालय, चाईबासा में बैठक के लिए एकत्रित हुए।
बैठक की अध्यक्षता जिला दंडाधिकारी सह उपायुक्त चंदन कुमार ने की। बैठक का मुख्य उद्देश्य शैक्षणिक सत्र 2025-26 के आगामी मैट्रिक और इंटरमीडिएट परीक्षा की तैयारी और विद्यार्थियों की सफलता सुनिश्चित करना था।
उपायुक्त ने सभी प्रधानाध्यापकों को निर्देश दिए कि वे अपने विद्यालयों में शत-प्रतिशत नामांकित विद्यार्थियों को जेसीईआरटी से उपलब्ध सिलेबस के अनुसार सभी विषयों की तैयारी कराएं। इसके अलावा, प्रत्येक 15 दिन पर जिला स्तर पर माडल टेस्ट परीक्षा आयोजित की जाएगी।
उपायुक्त ने कहा कि केवल 75 प्रतिशत उपस्थिति वाले विद्यार्थी ही परीक्षा में शामिल होंगे। साथ ही जिन विद्यालयों के छात्र अच्छे अंक प्राप्त करेंगे और शत-प्रतिशत परिणाम देंगे, उन विद्यालयों को पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।
बैठक में तीन मुख्य बिंदुओं पर जोर दिया गया। कहा गया कि एप और पोर्टल के माध्यम से प्रत्येक विद्यार्थी के प्रदर्शन की विद्यालयवार ट्रैकिंग की जायेगी। कम उपस्थिति वाले छात्रों को परीक्षा फार्म भरने की अनुमति नहीं दी जायेगी। प्रत्येक 15 दिन के अंतराल पर माडल टेस्ट आयोजित किए जायेंगे।
असिस्टेंड कलेक्टर चाईबासा ने शिक्षकों को प्रेरित करते हुए कहा कि वे बच्चों को अपने कर्तव्य और सेवा भावना के साथ पढ़ाएं, ताकि वे परीक्षा में सफल होकर जिले और राज्य का नाम रोशन करें। जिला शिक्षा पदाधिकारी टोनी प्रेमराज टोप्पो ने निर्देश दिए कि दिसंबर के अंत तक सभी विद्यालयों में पाठ्यक्रम पूरा किया जाए।
नियमित प्रश्नोत्तर अभ्यास और कमजोर विषयों पर ध्यान देने से बच्चों में परीक्षा का भय कम होगा और वे मुख्य परीक्षा में सहजता से उत्तर लिख सकेंगे। बैठक में अतिरिक्त जिला कार्यक्रम पदाधिकारी शिव कुमार मल्लिक, सहायक कार्यक्रम पदाधिकारी अशोक रजक और सुभाष हेम्ब्रोम सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।