सत्य-अहिंसा के मार्ग को अपनाएं : शीतल प्रसाद
सत्य-अहिंसा के मार्ग को अपनाएंशीतल प्रसाद

सत्य-अहिंसा के मार्ग को अपनाएं : शीतल प्रसाद
<ङ्कक्चष्टक्त्ररुस्न><ङ्कक्चष्टक्त्ररुस्न>जासं,सिमडेगा : जूनियर कैंब्रिज स्कूल सिमडेगा के सभागार में विद्यालय के निदेशक शीतल प्रसाद के निर्देशन में व जैन मुनि डा.पद्मराज जी व साध्वी वसुंधरा जी की उपस्थिति में महावीर जयंती व अंबेडकर जयंती का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम विद्यालय के प्राचार्या प्रभा केरकेट्टा जी ने स्वागत भाषण के साथ किया। इसके साथ ही साध्वी जी ने बच्चों के साथ भजन गायन किया और आशीर्वाद दिया। इसके बाद बच्चों के बीच इंटर क्लास कंपटीशन जिसमें कविता पाठ, फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता और गद्यांश पाठ प्रतियोगिता आयोजित की गई। इसमें अवनी, अनमोल, स्वीटी, ओमकार, मानवी, प्रज्ञा, सृष्टि, अनामिका, भोलेश्वर, तानिया और बिंदु ने अपनी अपनी कविता पाठ और गद्यांश प्रस्तुत किए जिसमें बच्चों ने भगवान महावीर तथा बाबा साहब अंबेडकर जी के जीवनी पर प्रकाश डाला। कक्षा एक के बच्चों ने अपनी कविता द्वारा जीव हत्या नहीं करने, सत्य के पथ पर आगे बढ़ने और सम्यक दृष्टि अपनाने का संदेश दिया। छोटे बच्चे साध्वी, भगवान महावीर और बाबा साहब अंबेडकर जी के वेश में उपस्थित हुए, जिसमें युविका अग्रवाल, बुलबुल, बेबी गोयल और रौनक ने भाग लिया। वहीं विद्यालय के निदेशक ने अपने वक्तव्य में बच्चों को जानकारी दी कि भगवान महवीर जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर थे,जिन्होंने जीवन के पांच महत्वपूर्ण सिद्धांत बताए। उन्होंने बच्चों को यह भी जानकारी दी कि बाबा साहब अंबेडकर जी ने अपने जीवन में संघर्ष करते हुए शिक्षा दीक्षा ग्रहण कर हमारे देश के लिए संविधान का निर्माण करने में अहम योगदान दिया।कार्यक्रम में उपस्थित जैन मुनि ने बच्चों को संबोधित करते हुए बताया की हमें अहिंसा, सत्य, अस्तेय, अपरिग्रह और ब्रह्मचर्य का पालन करनी चाहिए।सभी प्रतिभागियों को जैन मुनि जी के द्वारा प्रोत्साहन के लिए पुरस्कृत भी किया गया।कार्यक्रम की समाप्ति विद्यालय की वरिष्ठ शिक्षिका लता कुजूर के द्वारा धन्यवाद देकर किया गया।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।