उपेक्षित है त्रिमुखी शिवलिंग
सिमडेगा : सदर प्रखंड के कुंडरूम जैसे घने जंगलों से घिरे स्थान पर स्थापित शिव, गणेश आदि की प्राचीन प्रतिमा आज भी उपेक्षित है। यह बात अलग है कि शिवरात्रि जैसे पर्व के मौके पर स्थानीय श्रद्धालुओं द्वारा अपनी क्षमता के अनुसार उक्त स्थल की साफ-सफाई कर पूजा-अर्चना की जाती है। हालांकि उन्हें भी यही शिकायत है कि इस पवित्र स्थल की प्रचार-प्रसार नहीं हो पाती।
विदित हो कि उक्त स्थल में एक प्राचीन काल की खंडहरनुमा मंदिर है। जहां प्राचीन त्रिमुखी शिवलिंग के साथ-साथ गणेश, दुर्गा, भगवान विष्णु की दुर्लभ प्रतिमाएं पेड़ों के नीचे रखी हुई है। पेड़ के समीप गुप्त द्वार व हवन कुंड भी इस बात की पुष्टि करते हैं कि आदिकाल से ही यह स्थान आस्था का केन्द्र रहा है। इस संबंध में ग्रामीण अमरेन्द्र कुमार ने कहा कि इस स्थान पर सच्चे मन से पूजा करने वालों की मनोकामना पूर्ण होती है। साथ ही यह भी कहा कि इस स्थल की रूपरेखा बदलने के लिए सरकारी महकमे को ध्यान देना होगा। अमरेन्द्र ने यह भी कहा कि हाईस्कूल जोकबहार में उद्घाटन के दौरान पहुंची मंत्री विमला प्रधान ने उक्त स्थल में आकर पूजा अर्चना की थी। साथ ही इस अनुपम स्थल को विकास करने की भी जरूरत बतायी थी। हालांकि इस दिशा में अब तक सफल प्रयास नहीं हो सका है। इधर पुरानी परम्परा के अनुसार इस बार भी ग्रामीणों ने मंदिर के आस-पास साफ-सफाई कर शिवरात्रि की तैयारी की है।
मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।