Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    अंधविश्वास, पलायन और अशिक्षा बना अभिशाप

    By JagranEdited By:
    Updated: Mon, 06 Mar 2017 07:43 PM (IST)

    सिमडेगा : वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार जिले का ¨लगानुपात भले ही संतोषजनक हो। जहां 1000 पुरुषों के ...और पढ़ें

    Hero Image
    अंधविश्वास, पलायन और अशिक्षा बना अभिशाप

    सिमडेगा : वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार जिले का ¨लगानुपात भले ही संतोषजनक हो। जहां 1000 पुरुषों के विरुद्ध 997 महिलाएं हैं, परंतु सबसे बड़ी बात यह है कि जिले में महिलाएं आज भी अशिक्षा, पलायन, अंधविश्वास जैसी समस्या उबर नहीं पाई है। आए दिन जिले में महिला संबंधित मामले सामने आते रहते हैं। कई मामले तो थाने तक पहुंच जाते हैं,तो कई ऐसे मामले भी होते हैं, जहां पुरुष प्रधान समाज में उनके हक, अधिकार व सम्मान को कुचला जाता है। तब वहां महिलाएं अपनी बेबसी पर रोने के अलावा कुछ नहीं कर पाती है। विदित हो कि जिले में पलायन एक बड़ी समस्या है। जिले से हरेक वर्ष कम उम्र में ही बालिकाएं स्कूली शिक्षा से नाता तोड़ गरीबी व लाचारी वश महानगरों की ओर रूख करती हैं। इस कार्य के लिए जिले में कई सक्रिय दलाल भी हैं, जो अपनी निजी स्वार्थ के लिए बालिकाओं को बहला फुसलाकर महानगरों में ले जाकर बेच देते हैं। बालिकाएं वहां जाकर दाई व नौकरानी के काम में जुट जाती हैं, जहां उनका हर प्रकार से शोषण होता है। काम के बदले उन्हें रुपये तो नहीं ही मिलते, उल्टे अपनी आबरू को भी गंवानी पड़ती है। हाल ही में जिले के एएचटीयू टीम ने दिल्ली व उसके आसपास के क्षेत्र से तीन युवतियों को रेस्क्यू कराकर लाई थी। सभी युवतियों विगत दो-तीन वर्षों से घर कमाने के उद्देश्य से गई थी, जिन्हें रोजगार पाने के लिए मानसिक व शारीरिक शोषण का भी शिकार होना पड़ा। ऐसे में बालिकाओं के हितों के रक्षा के लिए सरकार को विशेष कार्ययोजना बनानी होगी। जिले में दूसरी बड़ी जो समस्या है वह है अंधविश्वास की। जिले में प्रत्येक वर्ष डायन बिसाही के संदेह में महिलाओं की जानें जाती है। अगर विगत वर्ष की बात करें, तो वर्ष 2016 में डायन बिसाही के 12 मामले दर्ज हुए। यानी कि औसतन प्रत्येक माह डायन बिसाही के एक मामले दर्ज हुए। कई बार संदेह में दंपती को ही निशाना बनाया गया। इसपर अंकुश लगाने के लिए तत्काल कदम उठाए जाने चाहिए। वैसे तो महिलाओं से जुड़ी समस्या अनेक हैं। इनमें जागरूकता की कमी, अशिक्षा, घरेलू ¨हसा आदि शामिल हैं। जिसके कारण महिलाएं प्रताड़ित होती हैं। इधर जिले के एसपी राजीव रंजन कहते हैं कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए जिले में महिला थाना स्थापित की गई है।जहां वे शिकायत दर्ज करा सकती हैं। पुलिस पूरी सजगता के साथ कार्य करेगी एवं महिलाओं को न्याय दिलायेगी।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें