रैयती जमीन तक नहीं पहुंच पाएगा बारिश का पानी
सिलपिगदा गांव के ईचापीढ़ी गोजाडुंगरी बादीपीढ़ी व गोटापीढ़ी के ग्रामीणों ने वन भूमि पर ट्रेंच कटिग का विरोध किया है। ग्रामीणों ने बताया कि ट्रेंच कटिग से ग्रामीणों को काफी परेशानी हो रही है।

संवाद सूत्र, खरसावां : सिलपिगदा गांव के ईचापीढ़ी, गोजाडुंगरी, बादीपीढ़ी व गोटापीढ़ी के ग्रामीणों ने वन भूमि पर ट्रेंच कटिग का विरोध किया है। ग्रामीणों ने बताया कि ट्रेंच कटिग से ग्रामीणों को काफी परेशानी हो रही है। ग्रामीणों ने जिले के वरीय अधिकारियों को इस मामले से अवगत कराने की बात कही है। ग्राम मुंडा बुधन सिंह सरदार की अध्यक्षता में ग्राम सभा का आयोजन कर सिलपींगदा गांव के ईचापीढ़ी, गोजाडुंगरी, बादीपीढ़ी व गोटापीढ़ी के ग्रामीणों जंगल में वन विभाग की ओर से की जा रही ट्रेंच खोदाई कार्य का विरोध किया है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि ट्रेंच खोदाई के नाम पर बड़ी संख्या में पेड़ पौधों की भी कटाई की गई है। इससे जंगल को काफी नुकसान पहुंचा है। ट्रेंच कटिग से ग्रामीणों को कई प्रकार की समस्या हो रही है। ट्रेंच की खोदाई से ग्रामीण जंगल की ओर नहीं जा पा रहे हैं। ग्रामीण अपने मवेशियों को चराने के लिए जंगल की ओर नहीं ले जा पा रहे हैं। ट्रेंच की खोदाई होने से बारिश का पानी रैयती जमीन तक नहीं पहुंच पाएगा। बैठक में सर्वसम्मति से सिलपिगदा गांव के खाता संख्या-238, प्लाट संख्या-1280, 1339 व 1029 पर ट्रेंच की खोदाई बंद कराने की मांग की गई। ग्रामीणों ने बताया कि इस क्षेत्र में ग्रामीण वनों को संरक्षित कर रहे हैं। मौके पर दोलु सिंह सरदार, राजू सरदार, दुर्गा लोहार, मैसो लोहार, सुजन लोहार, चेतन लोहार, हरिशचंद्र लोहार, सुमित्रा सरदार आदि उपस्थित थे। कोरोना संक्रमण के बीच लापरवाह हो रहे लोग : सरायकेला-खरसावां जिले में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। फिर भी लापरवाह बने हुए हैं। गुरुवार को खरसावां के साप्ताहिक हाट में बड़ी संख्या में लोग जुटे। साप्ताहिक हाट में अधिकांश लोग बेखौफ होकर घूमते रहे और खरीदारी की। इनमें से अधिकांश लोगों ने मास्क नहीं पहना था। उन्हें रोकने-टोकने वाला भी कोई नहीं था। ज्ञात हो कि लगभग चार माह बाद खरसावां में कोरोना वायरस ने फिर दस्तक दी है। खरसावां में फिलहाल दो लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं। कोरोना के प्रति लापरवाही भारी पड़ सकती है। लोगों को सचेत करने की आवश्यकता है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।