मुखौटा कलाकार गुरु कन्हाईलाल महाराणा का निधन
संगीत नाटक अकादमी न्यू दिल्ली द्वारा राष्ट्रपति पुरस्कार समेत अन्य पुरस्कार से सम्मानित मुखौटा कलाकार कन्हालाल महाराणा का निधन हो गया।
जागरण संवाददाता, सरायकेला : संगीत नाटक अकादमी न्यू दिल्ली द्वारा राष्ट्रपति पुरस्कार समेत अन्य पुरस्कारों से सम्मानित छऊ मुखौटा कलाकार गुरु कन्हाई लाल महाराणा का शनिवार दोपहर डेढ़ बजे निधन हो गया। वे 93 वर्ष के थे। कन्हाई लाल महाराणा को 19 जून को पैरालाइसिस अटैक आया था। वे दो सप्ताह से बेड पर ही पड़े थे। पैरालाइसिस अटैक के बाद दुर्गापूजा कमेटी की ओर से क्योंझर (ओडिशा) ले जाकर उनका इलाज कराया जा रहा था। शनिवार दोपहर डेढ़ बजे अचानक उनको बेचैनी होने लगी और उनका निधन हो गया। कन्हाईलाल महाराणा अविवाहित थे। उनके निधन पर सरायकेला में शोक की लहर दौड़ गई। वर्ष 2004 में तत्कालीन राष्ट्रपति अब्दुल कलाम से अकादमी पुरस्कार से सम्मानित हुए थे। निधन की खबर सुनकर पब्लिक दुर्गापूजा कमेटी के सचिव शंकर सतपथी सहित अन्य सदस्य उनके घर पहुंचे और शोक जताया। निधन की खबर पर भाजपा नेता गणेश महाली, जिलाध्यक्ष उदय सिंहदेव सहित तपन पटनायक, विजय साहू, समाजसेवी जलेश कवि समेत काफी संख्या में लोग उनके घर पहुंचकर शोक जताया।
नगर पंचायत के उपाध्यक्ष मनोज कुमार चौधरी ने कहा कि महाराणा स्वभाव से बहुत मृदुल एवं शांत स्वभाव के व्यक्ति थे। वे उम्दा शिल्पकार सह वरीय छऊ मुखौटा कलाकार थे। उनके द्वारा बारीकी से (पब्लिक दुर्गा पूजा परिसर में माता रानी की) बनाई गई मूर्तियां स्वत: ही बोल पड़ती थी।