बंद पड़ी कांड्रा ग्लास फैक्ट्री की जमीन का सीमांकन शुरू
कांड्रा स्थित ग्लास फैक्ट्री का नाम बदलकर नवनीत मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड करने व लगान निर्धारित करने के उद्देश्य से मंगलवार को अंचल कार्यालय की टीम ने अंचल निरीक्षक के नेतृत्व में बंद पड़ी ग्लास फैक्ट्री की जमीन का सीमांकन किया..

जागरण संवाददाता, सरायकेला : कांड्रा स्थित ग्लास फैक्ट्री का नाम बदलकर नवनीत मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड करने व लगान निर्धारित करने के उद्देश्य से मंगलवार को अंचल कार्यालय की टीम ने अंचल निरीक्षक के नेतृत्व में बंद पड़ी ग्लास फैक्ट्री की जमीन का सीमांकन किया। इस संबंध में प्रमंडलीय आयुक्त व उपायुक्त के निर्देशों का हवाला देते हुए अंचल अधिकारी ने कार्यालय आदेश जारी किया है। इधर, कंपनी की जमीन की मापी की सूचना मिलते ही बंद पड़ी ग्लास फैक्ट्री के मजदूरों व आवासीय कालोनी में रहने वालों के बीच तरह-तरह की चर्चाएं होने लगी। ज्ञात हो कि कि पारिवारिक विवाद के कारण 1993 में कांड्रा ग्लास फैक्ट्री बंद हो गई थी। उसके बाद इस कंपनी में कार्यरत लगभग पांच हजार स्थायी व अस्थायी मजदूरों के समक्ष रोजी-रोटी की समस्या उत्पन्न हो गई थी। बाद में कंपनी दिवालिया घोषित हो गई और चार वर्ष पूर्व नवनीत मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड ने कंपनी खरीद ली। परंतु कंपनी के मजदूरों के विरोध को देखते हुए मामला ठंडे बस्ते में पड़ा रहा। सीमांकन करने आए कर्मियों में अंचल निरीक्षक मनोज कुमार सिंह के अलावा उप निरीक्षक रोशनलाल महतो व अमीन धनंजय प्रामाणिक शामिल थे।
स्थानीय लोग व कंपनी के मजदूर म्युटेशन का करेंगे विरोध : मंगलवार को अंचल कार्यालय की टीम को देख ग्लास फैक्ट्री का मुद्दा एक बार फिर ज्वलंत हो चुका है। ग्लास फैक्ट्री के मजदूरों व स्थानीय लोगों ने नवनीत मार्केटिग प्राइवेट लिमिटेड के नाम से किए गए म्युटेशन का विरोध करने का निर्णय लिया है। इस संबंध में जल्द ही बैठक आयोजित कर रणनीति तैयार की जाएगी।
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